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जलस्तर कम होते ही नदी ने शुरू की कटान, तटवर्ती ग्रामीण भयभीत

Balrampur News - राप्ती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे आया, लेकिन कटान का खतरा अब भी बना हुआ है। सदर तहसील के ढोंढरी, मुजहनी और टेंगनहिया गांवों को सबसे अधिक खतरा है। प्रशासन ने कटान को रोकने के लिए कोई ठोस उपाय...

Newswrap हिन्दुस्तान, बलरामपुरMon, 30 Sep 2024 05:59 PM
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खतरे के निशान को छूकर वापस लौटी राप्ती, तटवर्ती लगभग एक दर्जन गांव पर मंडरा रहा कटान का खतरा मौसम की मार

कटान को रोकने का नहीं शुरू हुआ कोई समुचित उपाय, दर्जनों आशियाने नदी कटान की जद में

सदर तहसील के ढोंढरी, मुजहनी व टेंगनहिया गांव पर कटान से सबसे अधिक खतरा, धीरे-धीरे घट रहा जलस्तर

बलरामपुर, संवाददाता।

राप्ती नदी का जलस्तर सोमवार को खतरे के निशान को छूकर वापस लौट आया। नदी का जलस्तर घटने से जिले में बाढ़ की स्थित तो कम उत्पन्न हुई, लेकिन नदी के कटान का सिलसिला जोरों से शुरू हो गया। राप्ती तटवर्ती करीब दो दर्जन गांव के पास तेजी से कटान कर रही है। सबसे अधिक खतरा सदर तहसील के ढोंढरी, मुजहनी व टेंगनहिया गांव पर है। प्रशासन की ओर कटान को रोकने का कोई समुचित उपाय अब तक नहीं शुरू किया गया है। वहीं नदी का जलस्तर घटने से जिले वासियों ने राहत की सांस ली है।

पिछले तीन दिनों तक हुई झमाझम बरसात एवं नेपाल से पानी छोड़े जाने के कारण राप्ती नदी का जलस्तर दो दिन पूर्व बढ़ना शुरू हुआ। सोमवार दस बजे तक नदी खतरे के निशान 104.620 मीटर से मात्र दो सेमी नीचे पहुंचकर रुक गई। दोपहर बाद नदी का जलस्तर धीरे-धीरे घटना शुरू हुआ है। नदी एक सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से घट रहीं है। जलस्तर घटते ही नदी ने तेजी से कटान शुरू कर दी है। सदर तहसील के ढोंढरी, जमालीजोत, मुजहनी, जबदही, टेंगनहिया मानकोट, गुलामपुरवा, सरदारगढ़, मदारा, गौरी समेत दर्जन भर गांवों के समीप नदी कटान करते पहुंच गई है। कटान के डर से ग्रामीण भयभीत हैं। प्रशासन की ओर से कटान को रोकने का कोई उपाय न शुरू होने से तटवर्ती गांव के लोगों में आक्रोश व्याप्त है। लोगों का कहना है कि बरसात शुरू होते ही नदी ने गांव की ओर कटान करना शुरू कर दिया था। कटान से प्रभावित गांव के लोगों ने जन प्रतिनिधियों सहित जिले के उच्चाधिकारियों से मिलकर कटान को रोकने की गुहार लगाई, लेकिन प्रशासन की ओर से कटान को रोकने का कोई उपाय शुरू नहीं किया गया। कटान प्रभावित गांव के लोगों का कहना है कि यदि नदी कटान का सिलसिला इसी तरह जारी रहा तो जल्द ही सरदारगढ़ गांव के पास प्राथमिक विद्यालय नदी में समा जाएगा। टेंगनहिया के ग्रामीण नूरुलहुदा, अकरम, गोली, सहाबुद्दीन व मंशाराम ने बताया कि नदी गांव के एकदम समीप पहुंच गई है। पिछले दो दिनों से नदी ने फिर कटान तेज कर दी है। यदि कटान का सिलसिला इसी तरह चलता रहा तो लगभग एक दर्जन घर कटान की भेंट चढ़ जाएंगे।

कोट

नदी का जलस्तर घटना शुरू हो गया है। सभी लेखपालों को तटवर्ती गांव में भ्रमणशील रहकर बाढ़ व कटान की सूचना देने के लिए निर्देशित किया गया है। कटान स्थलों को चिन्हित कराकर जल्द ही बचाव कार्य शुरू कराया जाएगा।

संजीव कुमार यादव, सदर एसडीएम

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