फाइल 10 अंतिम
एक वर्ष से लटका है नेपाल सीमा पर प्रवेश द्वार का निर्माण जरवा, संवाददाता। भारत-
एक वर्ष से लटका है नेपाल सीमा पर प्रवेश द्वार का निर्माण जरवा, संवाददाता।
भारत- नेपाल अंतर्राष्ट्रीय सीमा कोयलाबास पर प्रवेश द्वार का निर्माण एक साल से लटका पड़ा है। विभागीय अधिकारी जल्द ही निर्माण शुरू कराने की बात कह रहे हैं।
पूर्व ब्लाक प्रमुख हीरालाल यादव ने कहा कि एक वर्ष पूर्व प्रवेश द्वार को भारत सीमा से छह किलोमीटर अंदर टडवा में बनवाया जा रहा था। नींव की खोदाई के साथ फाउंडेशन तक का कार्य हो चुका था। इसको लेकर प्रदर्शन किया गया। जिसके बाद प्रवेश द्वार बनने का कार्य रुक गया। एक वर्ष बीत जाने के बाद भी भारत नेपाल सीमा के पास नोमेंस लैंड पर प्रवेश द्वार बनने का कार्य अभी तक नहीं शुरू हुआ। जरवा में रखा गिट्टी, बालू, सरिया आदि जंग खाकर इधर-उधर बेकार हो रहे हैं।
पूर्व प्रधान राघव राम थारू ने कहा कि प्रवेश द्वार बनने से यहां पर पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। प्रवेश द्वार को लाइट आदि से आकर्षक ढंग से सजाया जाएगा। जरवा क्षेत्र को और आकर्षण बढ़ जाएगा। विशंभर यादव ने कहा कि नेपाल सीमा का प्रवेश द्वार बना हुआ है। राम मूरत, राम जियावन, चेतराम मिश्रा आदि ने कहा कि कुछ माह पूर्व तत्कालीन डीएम ने नोमेंस लैंड पर प्रवेश द्वार निर्माण शीघ्र शुरू करवाने की बात कही थी, लेकिन अभी तक ऐसा कुछ भी नहीं दिख रहा है। ईट, पत्थर, मोरग, बालू, गिट्टी इत्यादि बिखरे हुए हैं। पीडब्ल्यूडी के एई राकेश मल ने बताया कि वन विभाग द्वारा कुछ रिपोर्ट पर हस्ताक्षर होते ही अक्तूबर के अंतिम सप्ताह से प्रवेश द्वार का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा, जिसे मार्च तक पूरा करा लिया जाएगा। इस सम्बन्ध में डीएफओ डॉ एम सेम्मारन ने बताया कि शासन से दिए गए निर्देश व शर्तों का पीडब्ल्यूडी की ओर से स्वीकार करते हुए आवश्यक कार्यवाही पूरी कर ली गई है। शीघ्र ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
नालों के सिल्ट सफाई में जेई पर गिरी गाज
कार्रवाई
बलरामपुर, संवाददाता।
बाढ़ खंड बलरामपुर में पहाड़ी नालों की सिल्ट सफाई में भारी अनियमितताएं सामने आई हैं। जिसमें एसडीओ और अवर अभियंता की भूमिका संदिग्ध मानी गई है। शासन ने अवर अभियंता प्रदीप कुमार पाण्डेय को इस अनियमितता में बाढ़ खंड बलरामपुर से हटाकर प्रयागराज जनपद से उन्हें संबद्ध किया है। उम्मीद है कि एसडीओ रजनीकांत के विरुद्ध भी जल्द कार्रवाई हो जाएगी।
बाढ़ खंड बलरामपुर के अधिकारियों का खेल निराला है। यूं तो वर्ष भर बाढ़ से बचाव के नाम पर खूब ढिंढोरा पीटा जाता है। इस बीच तटबंध मजबूत नहीं हो पाते हैं। तटबंध मजबूत न होने और उनके कटने से प्रति वर्ष करीब राप्ती नदी के तटवर्ती 300 गांव ऐसे हैं जिन्हें बाढ़ की त्रासदी झेलनी पड़ती है। स्थिति यह हो जाती है कि गांव के लोग दाने-दाने को मोहताज हो जाते हैं, उन्हें सड़कों पर शरण लेना पड़ता है। कुछ ऐसा ही कारनामा बाढ़ खंड बलरामपुर में तैनात सहायक अभियंता रजनीकांत एवं जूनियर इंजीनियर प्रदीप कुमार पाण्डेय द्वारा किया गया है। आरोप है कि सहायक अभियंता व जूनियर इंजीनियर ने खरझार, खजुरिया व धर्मपुर नाले की सिल्ट सफाई का काम बिना किसी उच्चाधिकारी के आदेश के ही करा लिया। यह दोनों अधिकारी किसी सम्बन्धित उच्चाधिकारी से इस कार्य के लिए आदेश लेने की जरूरत नहीं समझे। यही नहीं इन दोनों अधिकारियों ने मिलकर चहेते ठेकेदारों की फमार्ें को लाखों रुपए का फर्जी भुगतान भी कर दिया। इसकी कई शिकायतें भी हुईं। अभी प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर जूनियर इंजीनियर प्रदीप कुमार पाण्डेय को शासन ने यहां से हटाकर प्रयागराज जनपद से संबद्ध कर दिया है। बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता संजय कुमार ने बताया कि जेई को यहां से रिलीव कर दिया गया है। एसडीओ के खिलाफ जांच की जा रही है। जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
सड़क पर गंदे पानी का जमावड़ा, उठ रही दुर्गंध
तुलसीपुर। नगर के भवनियापुर रोड स्थित हेलीपैड के सामने रोड पर नालियों का गंदा पानी सड़क पर लम्बे समय से जमा है। गंदे पानी से दुर्गंध आने के कारण लोगों का जीना मुहाल हो गया है। स्थानीय लोगों ने कई बार जिम्मेदारों से शिकायत की लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। लोगों ने जल निकासी कराने के साथ दुर्गंध से मुक्ति दिलाने की मांग उच्चाधिकारियों से की है।
पूरबटोला जाने वाला मार्ग गड्ढों में तब्दील
बलरामपुर। नगर के सिटी पैलेस से पूरब टोला जाने वाले मार्ग पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। सड़क की गिट्टियां उखड़ गयी हैं। राहगीरों को आवागन में दिक्कतें होती हैं। राहगीर अमित कुमार, अभिषेक, गोलू, रूचिन शुक्ला सहित तमाम लोगों ने सड़क निर्माण की मांग की है।
अस्पताल बनवाने की मांग
सादुल्लाह नगर। फिरोजपुर गांव में सरकारी अस्पताल न होने से लोगों को इलाज कराने 15 किमी जाना पड़ता है। रमेश उपाध्याय, बाबूराम, अनूप सिंह, राजेश कुमार, साजिद, महेश व रामू का कहना है कि ग्रामीण झोलाछाप से इलाज कराने को मजबूर हैं।
सिकटिहवा जाने वाला मार्ग जर्जर
तुलसीपुर। ग्राम सिकटिहवा जाने वाला संपर्क मार्ग जर्जर हो गया है जिस पर आवागमन काफी दुष्कर हो गया है। किसानों को अपना उत्पाद वाहनों में लादकर इस मार्ग से ले जाने में काफी मशक्कत करना पड़ता है। राधेश्याम ने बताया कि करीब पांच साल पहले इस सड़क का मरम्मत कराया गया था जो बनते ही उजड़ने लगा था। बताया कि यह मार्ग इतना जर्जर हो गया है कि इस पर चलना चुनौती भरा है। विनोद, रामदास, पुल्लू, मो उमर ने संपर्क मार्ग बनवाए जाने की मांग की है।
प्रधान के घर बैठकर कर्मी कर रहा सफाई
तुलसीपुर। ग्राम पंचायत नचौरा में वर्षों से साफ-सफाई न किए जाने के कारण नालियां बजबाजा रही हैं। सफाई कर्मी ग्राम प्रधान के घर बैठ कर सफाई का कोरम पूरा कर रहा है। जिससे इस बरसात में भीषण उमस भरी गर्मी में संक्रामक बीमारियों के फैलने की आशंका ग्रामीणों को सता रही है।
सड़क पर गंदे पानी का जमावड़ा, उठ रही दुर्गंध
तुलसीपुर। नगर के भवनियापुर रोड स्थित हेलीपैड के सामने रोड पर नालियों का गंदा पानी सड़क पर लम्बे समय से जमा है। गंदे पानी से दुर्गंध आने के कारण लोगों का जीना मुहाल हो गया है। स्थानीय लोगों ने कई बार जिम्मेदारों से शिकायत की लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। लोगों ने जल निकासी कराने के साथ दुर्गंध से मुक्ति दिलाने की मांग उच्चाधिकारियों से की है।
पूरबटोला जाने वाला मार्ग गड्ढों में तब्दील
बलरामपुर। नगर के सिटी पैलेस से पूरब टोला जाने वाले मार्ग पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। सड़क की गिट्टियां उखड़ गयी हैं। राहगीरों को आवागन में दिक्कतें होती हैं। राहगीर अमित कुमार, अभिषेक, गोलू, रूचिन शुक्ला सहित तमाम लोगों ने सड़क निर्माण की मांग की है।
अस्पताल बनवाने की मांग
सादुल्लाह नगर। फिरोजपुर गांव में सरकारी अस्पताल न होने से लोगों को इलाज कराने 15 किमी जाना पड़ता है। रमेश उपाध्याय, बाबूराम, अनूप सिंह, राजेश कुमार, साजिद, महेश व रामू का कहना है कि ग्रामीण झोलाछाप से इलाज कराने को मजबूर हैं।
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