बलरामपुर में केन्द्रों पर लटक रहा ताला, आढ़तियों को धान बेच रहे किसान
धान खरीद शुरू हुए चार दिन बीत रहे हैं, जिले के किसी भी क्रय केन्द्र पर अभी तक बोहनी नहीं हो सकी है। तमाम क्रय केन्द्रों पर प्रभारी एवं कांटा व बोरा के न होने से रविवार को ताला लटकता दिखाई पड़ा।...
धान खरीद शुरू हुए चार दिन बीत रहे हैं, जिले के किसी भी क्रय केन्द्र पर अभी तक बोहनी नहीं हो सकी है। तमाम क्रय केन्द्रों पर प्रभारी एवं कांटा व बोरा के न होने से रविवार को ताला लटकता दिखाई पड़ा। जिम्मेदार आवक न होने की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं। वहीं छोटे किसान आढ़तियों के हाथ धान बेचने को विवश हैं।
जिले में इस बार सरकारी धान खरीद की जिम्मेदारी खाद्य विभाग व पीसीएफ एजेंसी को दी गई है। धान खरीद का लक्ष्य 12 हजार मीट्रिक टन निर्धारित किया गया है। किसानों को सामान्य धान का 1868 व ए ग्रेड की धान की कीमत 1888 रुपए प्रति क्विंटल की दर से समर्थन मूल्य का भुगतान किया जाएगा। खरीद के लिए खाद्य विभाग ने छह व पीसीएफ एजेंसी ने 23 क्रय केन्द्र बनाए हैं। जिला खाद्य विपणन अधिकारी के मुताबिक सभी क्रय केन्द्रों पर पर्याप्त मात्रा में बोरे, इलेक्ट्रानिक कांटा व अन्य खरीद सामग्री उपलब्ध करा दी गई है। खाद्य विभाग को 3500 व पीसीएफ को आठ हजार पांच सौ मीट्रिक टन खरीद का लक्ष्य दिया गया है। रविवार को चौथे दिन अधिकांश क्रय केन्द्रों पर इलेक्ट्रानिक कांटा व बोरा उपलब्ध नहीं पाया गया। क्रय केन्द्र प्रभारी भी नदारद रहे। जिन क्रय केन्द्रों पर बोरा व कांटा उपलब्ध भी था वहां पर किसानों के न आने के कारण वहां पर भी बोहनी नहीं हो सकी। जिला खाद्य विपणन अधिकारी के मुताबिक जिले में सरकारी क्रय केन्द्रों पर धान बेचने के लिए 987 लोगों ने 5141 गाटा संख्याओं का आवेदन किया है, जिसमें से 2448 गाटा संख्या का सत्यापन नहीं हो सका है।
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