दो सप्ताह बाद भी अस्पताल में नहीं हुई चिकित्सक की तैनाती
Balrampur News - महराजगंज के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर की कमी के कारण मरीजों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में महिलाओं के लिए प्रसव की सुविधा है, लेकिन आवश्यक सुविधाओं की कमी है। गर्भवती...
महराजगंज तराई, संवाददाता। केंद्र व प्रदेश सरकार तमाम योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने का प्रयास कर रही है। वहीं जिम्मेदार स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों की लापरवाहियों के चलते इन कोशिशों पर भारी पड़ रहा है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र महराजगंज में डॉक्टर की तैनाती न होने से लोगों को भटकना पड़ रहा है। यह असपताल अव्यवस्थाओं के बीच संचालित हो रहा है। यहां दूरराज गांव से आए मरीज परेशान दिख रहे हैं। इलाज की समुचित व्यवस्था न होने से मरीजों के साथ तममीमदार भी परेशान हाते हैं। इस स्वास्थ्य केन्द्र पर गर्भवती महिलाओं का प्रसव भी कराया जाता है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र महराजगंज अस्पताल अव्यवस्थाओं के बीच संचालित होने से तमीमदार व मरीजों को तमाम समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। अस्पताल में महिलाओं के लिए प्रसव की व्यवस्था भी है। लेकिन गर्भवती महिलाओं का प्रसव होने के बाद उनके लिए न पौष्टिक आहार और न ही भोजन आदि की कोई व्यवस्था है। यहां तक कि मरीजों को शुद्ध पेयजल के लिए भी भटकना पड़ता है। ग्रामीण जोखू, राम कुमार, बबलू व विजय आदि ने बताया की डॉ बालमुकुंद मौर्य का स्थानांतरण होने के बाद अस्पताल में दो सप्ताह से ऊपर हो गए, लेकिन चिकित्सक की तैनाती नहीं हो पाई। जिसके कारण आसपास के मरीज को गांव के झोलाछाप से इलाज कराना पड़ रहा है। इस संबंध में तुलसीपुर सीएचसी अधीक्षक विकल्प मिश्रा ने बताया कि जिले के उच्चाधिकारियों को समस्या से अवगत कराया गया है। जल्दी ही यहां पर डॉक्टर की तैनाती कराई जाएगी।
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