बलरामपुर-कोल्ड ड्रिंक बोतलों पर उसके दुष्प्रभाव की चेतावनी छापने की अपील
लोकतंत्र सेनानी चौधरी इरशाद अहमद गद्दी ने कोल्ड ड्रिंक के स्वास्थ्य पर दुष्प्रभावों को लेकर चिंता जताई है। उनका सुझाव है कि कोल्ड ड्रिंक की बोतलों पर स्वास्थ्य चेतावनियां छापी जानी चाहिए, ताकि...
उतरौला, संवाददाता। लोकतंत्र सेनानी चौधरी इरशाद अहमद गद्दी ने कोल्ड ड्रिंक के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले गंभीर प्रभावों को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है। उनका सुझाव है कि कोल्ड ड्रिंक की बोतलों पर सिगरेट और तंबाकू उत्पादों की तरह स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव की चेतावनी छापी जानी चाहिए, ताकि उपभोक्ता इसके खतरों को समझ सकें और जागरूक हो सकें। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उतरौला के अधीक्षक डॉ सीपी सिंह का कहना है कि कोल्ड ड्रिंक में अत्यधिक मात्रा में चीनी होती है, जो मधुमेह, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, मोटापा और यहां तक कि कैंसर जैसी बीमारियों का कारण बन सकता है। रिपोर्ट्स के अनुसार दो लीटर कोल्ड ड्रिंक में लगभग 250 ग्राम चीनी होती हैं। इसी तरह 250 मिलीलीटर कोल्ड ड्रिंक में लगभग 31.25 ग्राम की मात्रा में चीनी का प्रयोग होता है। यह मात्रा एक व्यक्ति के दैनिक चीनी सेवन से कहीं अधिक है। अत्यधिक चीनी का सेवन शरीर में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ाकर इंसुलिन रेसिस्टेंस, मोटापे और अन्य मेटाबोलिक विकारों का कारण बन सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार एक व्यक्ति को प्रतिदिन 25-30 ग्राम से अधिक चीनी का सेवन नहीं करना चाहिए। लेकिन कोल्ड ड्रिंक जैसी वस्तुएं इस सीमा को कई गुना पार कर देती हैं। डॉ सीपी सिंह ने गन्ने का जूस, नींबू पानी, नारियल पानी और ताजे फल के जूस के सेवन के महत्व पर जोर दिया। उनका कहना है कि यह पेय पदार्थ प्राकृतिक शर्करा से भरपूर होते हैं, जो शरीर को ताजगी प्रदान करने का काम करते हैं और स्वास्थ्य के लिए अधिक लाभकारी होते हैं। उन्होंने बताया कि गन्ने का जूस पाचन को बेहतर करता है, नारियल पानी शरीर को हाइड्रेट रखता है और नींबू पानी शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। इन प्राकृतिक पेय पदार्थों का सेवन करने से न केवल शरीर को ताजगी मिलती है, बल्कि यह अधिकतर स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को भी कम करता है। उन्होंने कहा कि जैसे तंबाकू उत्पादों पर धूम्रपान स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है जैसी चेतावनियां दी जाती हैं, उसी तरह कोल्ड ड्रिंक के पैकेट्स और बोतलों पर भी स्पष्ट चेतावनियां लिखी जानी चाहिए। यह कदम उपभोक्ताओं को इन उत्पादों के सेवन के संभावित खतरों से अवगत कराने में मदद करेगा।
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प्राकृतिक पेय पदार्थों के सेवन को मिले बढ़ावा: गद्दी
लोकतंत्र सेनानी चौधरी इरशाद अहमद गद्दी ने सरकार और संबंधित संस्थाओं से अपील किया है कि वे कोल्ड ड्रिंक और अन्य उच्च शर्करा युक्त उत्पादों पर चेतावनी लागू करने के लिए ठोस कदम उठाएं। साथ ही ताजे और प्राकृतिक पेय पदार्थों के सेवन को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता अभियान चलाएं। यह पहल न केवल उपभोक्ताओं को जागरूक करेगी, बल्कि भविष्य में स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ने वाले आर्थिक बोझ को भी कम करेगी। कोल्ड ड्रिंक की बोतलों पर चेतावनी छापने का सुझाव एक सकारात्मक और समाज हितैषी कदम हो सकता है। श्री गद्दी ने कहा कि ताजे पेय पदार्थों का सेवन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और गंभीर बीमारियों की रोकथाम में सहायक होता है।
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