Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़balrampur former District Panchayat member murdered by entering his house jewelery and cash worth more than ten lakhs

पूर्व जिला पंचायत सदस्य की घर में घुसकर हत्या, दस लाख से ज्यादा के जेवर-नगदी लूट ले गए

यूपी के बलरामपुर में पूर्व जिला पंचायत सदस्य की घर में घुसकर हत्या करने के बाद दस लाख से ज्यादा के जेवर और नगदी लूट ली गई है। माना जा रहा है कि चोरी की नीयत से घुसे बदमाशों ने बुजुर्ग के जगन पर तकिए से मुंह दबाकर हत्या कर दी।

Yogesh Yadav हिन्दुस्तान, बलरामपुरWed, 13 Nov 2024 05:09 PM
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यूपी के बलरामपुर में पूर्व जिला पंचायत सदस्य की घर में घुसकर हत्या करने के बाद दस लाख से ज्यादा के जेवर और नगदी लूट ली गई है। माना जा रहा है कि चोरी की नीयत से घुसे बदमाशों ने बुजुर्ग के जगन पर तकिए से मुंह दबाकर हत्या कर दी। सात लाख रुपए के जेवरात व तीन लाख रुपए नकदी बदमाशों ने पार कर दिया। घटना स्थानीय थाना क्षेत्र अन्तर्गत सुदर्शनजोत के मजरे निबोरिया में मंगलवार मध्यरात्रि हुई है। बदमाशों को पकड़ने के लिए एसपी ने पांच टीमें लगाई हैं। फोरेंसिक टीम ने अल्मारी, तकिए व अन्य स्थानों से बदमाशों के फिंगर प्रिंट उतारे हैं। डीआईजी व एसपी समेत अन्य पुलिस अधिकारियों ने घटना स्थल का जायजा लिया है।

सुदर्शनजोत गांव का मजरा है निबोरिया। दशरथ सिंह यहां के प्रधान रह चुके हैं। वह मंगलवार रात 14 वर्षीय पोते कृतिक के साथ ड्राइंग रूम में सोए थे। उनकी पत्नी पूर्व जिला पंचायत सदस्य 70 वर्षीय सरोज सिंह दूसरे कमरे में सोयी थी। पुत्र अखिलेश बहादुर सिंह पत्नी के साथ दूसरे मंजिले पर कमरे में सोए थे। लघुशंका लगने पर दशरथ सिंह की नींद रात लगभग एक बजे टूटी। कमरे से निकलना चाहा तो बाहर से दरवाजा बंद मिला। दरवाजे की कुंडी खराब है।

किसी ने कपड़ा बांधकर दरवाजा लॉक कर दिया था। यह बात उन्होंने पोते कृतिक से बताई। कृतिक का हाथ पतला सो उसे कपड़ा खोलने में कामयाबी मिल गई। यह कपड़ा दशरथ सिंह का अगौछा था जो बरामदे में सूखने के लिए डाला गया था। पत्नी सरोज के कमरे में पहुंचे तो देखा कि वह बिस्तर पर पड़ी थीं। सरोज सिंह की मौत हो चुकी थी। कमरे के सामान बिखरे पड़े थे। अल्मारी का लॉक खुला था।

उन्होंने अपने बेटे अखिलेश बहादुर सिंह उर्फ मुन्ना को घटना की जानकारी दी। बदमाशों ने मुन्ना के कमरे का भी दरवाजा बाहर से बंद कर रखा था। अल्मारी खोलकर देखा तो उसमें रखे सात लाख रुपए के जेवरात, तीन लाख रुपए नकद व रिवाल्वर गायब था। घटना की जानकारी डायल 112 पुलिस को दी गई। आस पास के लोगों को जानकारी हुई तो वे दशरथ सिंह के घर पहुंच गए।

बाहर रखी सीढ़ी से छत पर चढ़कर आंगन में उतरे थे बदमाश

रात में ही पुलिस अधीक्षक विकास कुमार, एएसपी नम्रिता श्रीवास्तव, सीओ ज्योतिश्री, महराजगंज तराई के प्रभारी निरीक्षक अखिलेश कुमार पाण्डेय, एसएचओ ललिया व हर्रैया के प्रभारी निरीक्षक हमराहियों के साथ निबोरिया पहुंच गए। अधिकारियों ने कमरे को लॉक करवा दिया। मौके पर फोरेंसिक टीम को बुलाया गया। जांच में पाया गया कि बदमाश दीवार फांदकर दशरथ सिंह के आवासीय परिसर में घुसे थे। वहां एक सीढ़ी रखी थी, जिसके सहारे बदमाश छत पर चढ़कर आंगन में उतरे थे। नीचे चार कमरे बने हैं। एक को छोड़ बदमाशों ने तीन कमरे को बाहर से बंद कर दिया था।

सरोज का कमरा पहले से ही खुला था। संभावना जताई जा रही है कि घटना को अंजाम देने के बीच उनकी नींद टूट गई होगी। इसी नाते से बदमाशों ने उनका मंुह तकिए से दबाकर हत्या कर दी। सरोज सिंह के शरीर पर कहीं भी चोट के निशान नहीं हैं। मुंह से खून निकल रहा था। मौके का देवीपाटन मंडल परिक्षेत्र के डीआईजी जेपी सिंह ने भी जायजा लिया है। उन्होंने अतिशीघ्र घटना के राजफास का निर्देश एसपी को दिया है।

फोरेंसिक टीम ने एकत्र किए वैज्ञानिक साक्ष्य

मौके पर पहुंची फोरेंसिक टीम ने तकिए के कवर से बदमाशों के फिंगर प्रिंट उतारे हैं। अल्मारी के लॉकर से भी बदमाशों के अंगुलियों के निशान उतारे गए हैं। सभी दरवाजों की कुंडियों पर भी वैज्ञानिक तरीके से साक्ष्य जुटाया गया है। बाहर पड़ी सीढ़ी से भी फिंगर प्रिंट लिया गया है। फोरेंसिक टीम लगभग दो घंटे तक जांच करती रही। बताया जाता है कि कमरे में किसी पुरुष के सिर के बाल मिले हैं। परिजनों को संदेह है कि सरोज सिंह ने बदमाशों का डटकर मुकाबला किया है। जान बचाने के लिए उन्होंने मुंह को तकिए से दबाने वाले बदमाश के बाल नोच लिए, जो कमरे में पाए गए हैं।

मुखविर के सक्रिय होने की भूमिका आई सामने

घटना को अंजाम दिलाने में मुखविर की सक्रिय भूमिका सामने आई है। इसमें किसी करीबी का भी हाथ हो सकता है। अखिलेश बहादुर सिंह बताते हैं कि घर का सारा रुपया उनकी मां के पास ही रहता था। जेवरात भी उसी कमरे में रखे थे। कभी सपने में भी नहीं सोंचा था कि उनके घर डकैती पड़ेगी। सरोज सिंह कमरे का दरवाजा बंद करके नहीं सोती थीं। इस बात की जानकारी बहुत कम लोगों को थी। घटना के पहले दशरथ सिंह के घर की रेकी कराई गई है।

परिसर में सीढ़ी का पड़ा होना नीचे कमरों की संख्या और कौन-कौन लोग रहते हैं इसकी जानकारी भी मुखविर ने बदमाशों को दी होगी। पुलिस अधीक्षक ने ऐसे करीबियों की सूची तैयार कराई है जिनका अखिलेश के घर के भीतर आना-जाना था। कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ किए जाने की भी बात कही जा रही है।

रिवाल्वर का खेत में मिलना आश्चर्यजनक बात

अल्मारी से गायब रिवाल्वर का खेत में मिलना भी आश्चर्यजनक है। बदमाश अल्मारी में रखा प्वाइंट 32 बोर का जो रिवाल्वर अपने साथ ले गए थे वह दोपहर में गांव से थोड़ी दूर खेत में पाया गया है। सरोज सिंह के सिराहने 12 बोर की बंदूक रखी थी, जिसे बदमाशों ने हाथ तक नहीं लगाया। अखिलेश बहादुर सिंह अपने कमरे में राइफल रखते हैं। निबोरिया एक ऐसा गांव है जहां लगभग 50 लोगों के पास लाइसेंसी असलहा है। बदमाशों को इस बात की जानकारी थी। इसी नाते से उन्होंने चीखने चिल्लाने से पहले ही सरोज सिंह की हत्या कर दी।

आज होगी पूर्व जिला पंचायत सदस्य की अन्त्येष्टि

अखिलेश बहादुर सिंह मुन्ना ने बताया कि उनकी एक बहन बैंगलोर में रहती है। जिसका बुधवार को घर पहुंच पाना संभव नहीं था। दूर दराज रहने वाले अन्य रिश्तेदार भी बुधवार को नहीं पहुंच पाते। इस नाते गुरुवार को सरोज सिंह की अन्त्येष्टि की जाएगी। सुदर्शनजोत निवासी भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह, विधायक कैलाश नाथ शुक्ल, सदर विधायक पल्टूराम, उतरौला विधायक राम प्रताप वर्मा, पूर्व विधायक शैलेश कुमार सिंह शैलू, अब्दुल अजीज, डॉ हुकुम सिंह आदि ने निबोरिया पहुंचकर परिजनों का ढांढस बंधाया।

पुलिस के अनुसार तहरीर के आधार पर चोरी का केस दर्ज किया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद सरोज सिंह की मौत का वास्तविक कारण पता चल पाएगा। घटना खुलासा करने के लिए पांच पुलिस टीमें लगाई गई हैं। विवेचना में अन्य धाराएं साक्ष्य के आधार पर बढ़ाई जाएंगी।

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