Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़बलियाNAAC Team to Evaluate TD College Preparation for Grading Underway

अच्छी ग्रेडिंग को सज-संवर रहा टीडी कालेज

बलिया के टीडी कालेज में 8 और 9 नवम्बर को नैक की तीन सदस्यीय टीम का मूल्यांकन होगा। टीम संसाधनों, शिक्षण कार्य और छात्रों-शिक्षकों की संख्या का निरीक्षण करेगी। महाविद्यालय ने अच्छे अंक लाने के लिए...

Newswrap हिन्दुस्तान, बलियाThu, 7 Nov 2024 11:14 PM
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बलिया, वरिष्ठ संवाददाता। राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (नैक) की तीन सदस्यीय टीम आठ व नौ नवम्बर को शहर के टीडी कालेज में रहेगी। दो दिनों में टीम के सदस्य महाविद्यालय के संसाधनों, छात्रों-शिक्षकों की संख्या, शिक्षण कार्य के तौर-तरीके आदि का मूल्यांकन करेगी। अभिभावकों व छात्रों से संवाद कर उनका फीडबैक लेगी। निर्धारित मानकों पर कालेज को परखने के बाद गे्रडिंग करेगी। मूल्यांकन में अच्छे अंक लाने के लिए महाविद्यालय परिसर खुद को तैयार कर रहा है। कालेज की रंगाई-पुताई समेत अन्य सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. आरएन मिश्र ने गुरुवार को अपने कार्यालय पर पत्रकारों से बातचीत में पूरी जानकारी दी। बताया कि तीन सदस्यीय टीम में चेयरमैन प्रो. एम. भाष्करन मुत्थुस्वामी के अलावा को-आर्डिनेटर सदस्य सिक्किम विश्वविद्यालय के प्रो. नवल किशोर पासवान व वर्ली (मुम्बई) विश्वविद्यालय की प्रोफेसर स्मृति घोसले शामिल है। टीम आठ व नौ नवम्बर को कालेज में सुबह नौ बजे से शाम छह बजे तक रहकर संसाधनों, छात्रों व शिक्षकों की संख्या, शिक्षण कार्य का तरीका, गुणवत्ता, पुस्तकालय आदि का निरीक्षण करेगी। अभिभावकों व छात्रों से भी संवाद होगा। कहा कि कालेज परिवार के लिए यह महत्वपूर्ण क्षण है। अच्छी ग्रेडिंग मिलने की उम्मीद है। इस दिशा में महाविद्यालय परिवार पिछले कुछ वर्षों से लगातार प्रयास कर रहा है। बताया कि इससे पहले वर्ष 2010-11 में नैक की टीम ने कालेज का मूल्यांकन किया था। तब बी ग्रेड मिली थी। प्राचार्य ने कहा कि अच्छी ग्रेडिंग मिलने से हमारा हौसला बढ़ेगा और हम और बेहतर करने का प्रयास करेंगे। कमियां भी सामने आएंगी, जिससे हमें भविष्य में ठीक करने में मदद मिलेगी। इससे आत्म मूल्यांकन भी हो सकेगा। इस दौरान प्रबंध समिति के सचिव प्रदीप श्रीवास्तव, डॉ. अखिलेश राय, डॉ. जैनेन्द्र पांडे आदि थे।

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वैकल्पिक इंतजामों से शिक्षण कार्य

जिले के सबसे बड़े महाविद्यालय टीडी कालेज में विभिन्न पाठ्यक्रमों में कुल 8765 सीटें हैं। हालांकि इस अनुपात में शिक्षकों की कमी है। उर्दू विषय में दस वर्ष से भी अधिक समय से कोई शिक्षक नहीं है। हालांकि प्राचार्य के अनुसाार प्रबंध समिति के स्तर से योग्य अध्यापक नियुक्त कर शिक्षण कार्य कराया जा रहा है। इसके अलावा संस्कृत व कृषि पाठ्यक्रम में भी कुछ शिक्षकों की कमी है। बताया कि कालेज स्तर पर वैकल्पिक इंतजाम कर शिक्षण कार्य सुचारू करने का प्रयास हो रहा है।

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छात्रावास और बाउंड्रीवाल पर भी जल्द कार्य

टीडी कालेज के प्राचार्य प्रो. आरएन मिश्र ने बताया कि बहुत पहले कालेज का अपना छात्रावास भी था। कुछ कारणों से वह अब अस्तित्व में नहीं है। हॉस्टल निर्माण की दिशा में प्रयास चल रहा है। जल्द ही इसे मूर्त रूप दिया जाएगा। इससे दूर-दराज के छात्रों को सहुलियत होगी। इसके अलावा कालेज के खेल मैदान की चहारदीवारी कराने का भी प्रयास है। इससे कालेज का सुंदरीकरण हो सकेगा। पुस्तकालय को डिजिटली काफी मजबूत किया गया है। इसका लाभ छात्र-छात्राओं को मिल रहा है। शोध कार्य भी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।

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