ट्वीटर पर ट्रोल से बैकफुट पर बलिया के डीएम, सिर झुकाकर मांगी माफी
मिड डे मील में जातिगत भेदभाव की शिकायत की जांच के दौरान बसपा नेता की क्लास लगाने वाले बलिया के डीएम भवानी सिंह खंगारौत ट्वीटर पर ट्रोल होते ही बैकफुट पर आ गए हैं। उन्होंने माफीनामा ट्वीट...
मिड डे मील में जातिगत भेदभाव की शिकायत की जांच के दौरान बसपा नेता की क्लास लगाने वाले बलिया के डीएम भवानी सिंह खंगारौत ट्वीटर पर ट्रोल होते ही बैकफुट पर आ गए हैं। उन्होंने माफीनामा ट्वीट करते हुए बसपा प्रमुख मायावती अौर सीएम यूपी आफिस को भी टैग किया है। डीएम ने लिखा कि सोशल मीडिया पर आई प्रतिक्रियाओं में से कई आईना दिखाने वाली थीं। सही बात है कि समस्या प्रस्तुत करने वाले व्यक्ति को प्रशासनिक अधिकारी से उचित सम्मान चाहिए, जो उस दिन नहीं मिला। यह मेरी गलती थी। किसी व्यक्ति की घड़ी, जूते या गाड़ी की बात करना भी बचपना था। घटना के दौरान ऐसा नहीं लगा पर अब महसूस हो रहा है। मैं सिर झुकाकर माफी मांगता हूं।
दिनांक 29 अगस्त 2019 की घटना पर खेद @Mayawati @adabhisheka @UPGovt @CMOfficeUP pic.twitter.com/6qbkDf3lF2
— District Magistrate Ballia (@dmballia) September 2, 2019
माफीनामा में डीएम ने यह लिखा
माफीनामा में डीएम ने लिखा है कि '29 अगस्त की घटना पर सोशल मीडिया की प्रतिक्रियाओं में से कई आईना दिखाने वाली थीं। जो भी हो, उनको इस प्रकार अपमानित करना मेरी भूल थी। मैं हृदय की गहरायी से हाथ जोड़कर, सर झुकाकर उनसे तथा उनके परिवारजन तथा उन सभी महानुभावों से, जिनको मेरा यह आचरण किसी समाज अथवा बिरादरी के प्रति असम्मानजनक लगा हो, माफी मांगता हूं। ईश्वर भविष्य में मुझे और हम सभी को, विपरीत परिस्थितियों में भी समभाव के साथ संयमित आचरण करने की शक्ति प्रदान करें। मैं जानता हूं कि मेरे जैसे अपूर्ण तथा दोषयुक्त व्यक्ति की इस नासमझी के बाद भी जिलाधिकारी पद की गरिमा तथा निष्पक्षता में आपका विश्वास कम नहीं होगा।
29 अगस्त को हुआ था यह मामला
नगर शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय रामपुर नम्बर एक में बच्चों के साथ मिड डे मील के दौरान जातीगत भेदभाव की शिकायत मिली थी। कुछ चैनलों पर इसकी खबर चलने के बाद बसपा प्रमुख मायावती ने भी ट्वीट कर इसे गंभीर मामला बताया था। शासन का निर्देश मिलते ही जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत भी जांच करने विद्यालय पहुंच गए। वहां बसपा की अोर से जोनल कोआर्डिनेटर मदन राम भी पहुंचे थे। मामले में पहले ही मायावती का ट्वीट आ चुका था ऐसे में डीएम बसपा नेता पर बिफर पड़े। मीडियाकर्मियों को अपने पास बुलाकर मदन राम की क्लास लेनी शुरू कर दी। कहा कि '25 लाख की गाड़ी में घूमने वाले आज यहां राजनीति करने आए हैं।'
डीएम ने बसपा नेता डा. मदन राम का जूता दिखाते हुए उसकी कीमत तथा हाथ पकड़कर घड़ी की कीमत पूछ डाली थी। इसके बाद डीएम ने बसपा नेता के कंधे पर हाथ रखकर स्कूल के अंदर जाकर साथ में सत्यता का पता लगाने का अनुरोध किया था। जब बसपा नेता इस पर तैयार नहीं हुए तो डीएम ने पूछा दिया था, आपका काम सिर्फ तमाशा करना है? बसपा नेता ने इसे अपने साथ दुर्व्यवहार बताते हुए एक दलित का अपमान कहा। डीएम अौर बसपा नेता का यह वीडियो वायरल हुआ तो दलित संगठन भी मुखर हो गए। डीएम के इस व्यवहार के बाद से सोशल मीडिया पर यह प्रकरण लगातार सुर्खियों में रहा। ट्वीटर पर #ShoesfortheDM ट्रेंड करने लगा। कई लोग डीएम को जूते भेजने लगे।
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