‘बाबा का अद्भूत श्रृंगार, दिव्य आरती
बलिया। निज संवाददाता भगवान शिव के विवाह में किसी प्रकार के किंतु-परंतु या लेकिन...
बलिया। निज संवाददाता
भगवान शिव के विवाह में किसी प्रकार के किंतु-परंतु या लेकिन की गुंजाइश नहीं बची थी। कहा तो यह भी जाता है कि जब भूत-प्रेत की अपनी जमात लेकर देवाधिदेव महादेव माता गौरी के द्वार पर पहुंचे तो गौरा की मां ने शादी से ही इंकार कर दिया था। शादी के अगुआ नारदमुनि को गाली तक सुननी पड़ी थी। सांप-बिच्छू की माला, देह में भभूत लपेटे भगवान शिव का स्वरूप देखकर गौरा के परिवार वाले हैरान हो गए थे। गौरा के निवेदन पर भोलेनाथ ने अपना आकर्षक रूप बनाया और तब गौरा की मां अपनी बेटी का हाथ महादेव के हाथ में देने को राजी हुईं।
गुरुवार की रात को बाबा बालेश्वर नाथ मंदिर का दरबार शिव व शक्ति के इसी मिलन का गवाह बना। नजारा देखने के बाद कुछ देर के लिए लगा जैसे समूचा देवलोक ही इस अद्भूत क्षण का साक्षी बनने के लिए उतर आया हो। बैंड-बाजा पर थिरकती युवाओं की टीम हो या फिर मंगल गीत गाती महिलाओं की टोली, हर कोई अपनी ही धुन में मगन था। देर रात तक हजारों की संख्या में श्रद्धालु बाबा की शादी व आरती में जमे रहे।
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