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नेपाल सीमा से लगे गांवों पर टिकी गृहमंत्रालय की नजर, एसएसबी कर रही सर्वे

Bahraich News - नेपाल सीमा के समानांतर भारतीय गांवों की भौगोलिक स्थिति पर केंद्रीय गृह मंत्रालय की नजर है। एसएसबी की टीमें गांवों में जाकर आंकड़े जुटा रही हैं, जिसमें आबादी, मतदाता और अन्य जानकारियाँ शामिल हैं। इस...

Newswrap हिन्दुस्तान, बहराइचMon, 23 Dec 2024 05:55 PM
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बहराइच,संवाददाता। नेपाल सीमा के समानांतर भारतीय गांवों की बिगड़ रहे भौगोलिक स्थिति पर केंद्रीय गृह मंत्रालय की नजरें टिकी हुई हैं। सीमावर्ती गांवों से जुड़ी रिपोर्ट तलब किया है। जिसके तहत सुरक्षा में लगी एसएसबी की अलग-अलग टीमें गांवों में जाकर निर्धारित आंकड़े जुटाने में लगी हुई हैं। इसमें पूर्व के आंकड़ों के आधार पर आबादी, मतदाता, महिला व पुरुष आबादी की स्थिति से जुड़ी रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भेजी जानी हैं। नेपाल के समानांतर बहराइच की 101 किलोमीटर सीमा लग रही है। इस सीमा से भारतीय क्षेत्र के पांच थाने सुजौली, मोतीपुर, मुर्तिहा, नवाबगंज और रूपईडीहा लगे हुए हैं।जिनसे एसएसबी समन्वय कर सीमा की सुरक्षा कर रही है। संवेदनशील सीमा होने की वजह से देश विरोधी गतिविधियों पर अंकुश को लेकर हर साल सीमावर्ती गावों की स्थिति का आकलन गृह मंत्रालय की ओर से कराया जा रहा है। जिसके तहत इस बार भी एसएसबी 42वीं वाहिनी की ओर से सीमा से लगे 350 गांवों में सर्व किया जा रहा है। इसमें सीमावर्ती गांवों में क्या हो रहा है, इसकी जानकारी एसएसबी उपलब्ध करवाती है। गृह मंत्रालय का आदेश जिला मुख्यालय को मिला है। ऐसे में सीमावर्ती गांवों में जाकर एसएसबी जवानों ने आंकड़े एकत्र करना शुरू कर दिया है।एसएसबी 42वीं वाहिनी के उप कमांडेंट प्रचालन पवन कुमार ने बताया कि प्रतिवर्ष यह कार्यवाई की जाती है। गृह मंत्रालय के आदेश पर सीमावर्ती गांवों में आंकड़े एकत्र किए जाते हैं। वहीं एसएसबी जवान गांव के ग्राम प्रधान और अन्य लोगों से वार्ता कर गांव के भौगोलिक स्थिति के बारे में जानकारी ले रहे हैं।

10 बिंदुओं पर टीम कर रही जांच

एसएसबी 59वीं बटालियन के चितलहवा बोर्डर के जवान रविवार को ग्राम पंचायत उर्रा में पहुंचे। जवानों ने उर्रा, मधवापुर, अमृतपुर, हरखापुर, लाल बोझा समेत नौ गांवों में जाकर आंकड़े एकत्र किया। एसएसबी के सहायक निरीक्षक प्रेम चंद ने बताया कि गांव संग मजरे की आबादी, मतदाता, पुरुष और महिला की उपस्थिति, समुदाय की प्रतिशत, संबंधित गांव में मकानों की संख्या, मंदिर और मस्जिद के बारे में जानकारी ली जा रही है।

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