बहराइच में फ़सलों पर फिर भारी पड़ने लगे छुट्टा पशु
बाबागंज नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र में तीन पशुआश्रय के संचालन के बाद भी छुट्टा पशु किसानों के खेतों में लगे धान,मकई,अरहर गन्ना,उड़द की फसल पर भारी पड़ रहे हैं। चरदा,जमोग,बरवलिया,बाबकुट्टी, बीरपुर,सोरहिया,...
बाबागंज नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र में तीन पशुआश्रय के संचालन के बाद भी छुट्टा पशु किसानों के खेतों में लगे धान,मकई,अरहर गन्ना,उड़द की फसल पर भारी पड़ रहे हैं। चरदा,जमोग,बरवलिया,बाबकुट्टी, बीरपुर,सोरहिया, चितरहिया, शंकरपुर, सहित गांवों के किसानों के खेतों में फसलों के शुरुआती दौर में गांव में घूम रहे छुट्टा पशु घंटों में खेतों को साफ कर दे रहे हैं।
ब्लाक नवाबगंज क्षेत्र में कहने के लिए तो बीरपुर,सीसैय्या,पचपकरी में तीन पशु आश्रय संचालित हैं, लेकिन इन आश्रय के संचालक मनमानी करते देखे जा रहे हैं। किसानों का आरोप है कि पशु संचालक इन छुट्टा पशुओं को अपने गोशाला में नहीं ले रहे हैं। किसान जगदीश प्रसाद, मेला राम,केशव, विशाल कुमार सहित कई किसानों ने बताया कि वह छुट्टा पशुओं को लेकर पशु आश्रय बाबागंज गए थे, जहां पर पशु को अंदर नहीं किया गया। वहीं छुट्टा पशु भागकर खेतों में चले आए हैं। जो नुकसान पहुंचा रहे हैं कोरोना महामारी से परेशान किसानों का कहना है कि यदि छुट्टा पशुओं पर अंकुश नहीं लगा तो फसलों को बचा पाना बड़ा मुश्किल होगा।
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