Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़बहराइचGovernment Initiates Ayushman Vay Vandana Scheme for Senior Citizens in Bahraich

अब 70 वर्ष आयुवर्ग के बुजुर्गों को आयुष्मान वय वंदना का मिला सुरक्षा कवच

बहराइच, संवाददाता। सरकार बुजुर्गों को पेंशन संग बेहतर इलाज मुहैय्या कराने को गंभीर है।

Newswrap हिन्दुस्तान, बहराइचTue, 12 Nov 2024 12:27 PM
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बहराइच, संवाददाता। सरकार बुजुर्गों को पेंशन संग बेहतर इलाज मुहैय्या कराने को गंभीर है। अब 70 साल आयुवर्ग के हर बुजुर्ग को बिना दौड़भाग के आयुष्मान वय वंदना का सुरक्षा कवच मिलेगा। जिले में जिसकी शुरुआत मंगलवार को डीएम मोनिका रानी ने जिला अस्पताल में आयुष्मान काउंटर का फीता काटकर किया है। 900 बुजुर्गों का कार्ड बनाया जा चुका है। इस कार्ड से बुजुर्ग दंपति को पांच लाख रुपये तक सरकारी व निजी अस्पतालों में मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी।

केंद्र सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ देने की शुरुआत भगवान धन्वंतरि जयंती पर 29 अक्टूबर को किया है। जिले में पहले ही दिन से ही औपचारिक शुरुआत हो गई थी, लेकिन मंगलवार का दिन बुजुर्गों को मिले इस सुरक्षा कवच के लिए खास रहा, जब डीएम ने जिला अस्पताल में आयुष्मान काउंटर का शुभारंभ ही नहीं किया बल्कि पांच बुजुर्गों को आयुष्मान गोल्डेन कार्ड भी भेंट किया। डीएम ने कहा कि बुजुर्ग परिवार की धरोहर होते हैं। इनकी चिंता परिवार को ही नहीं, बल्कि सरकार को भी है। 70 साल आयुवर्ग के बुजुर्गों को पांच लाख रुपये के मुफ्त इलाज को लेकर आयुष्मान वय वंदना योजना से जोड़ा गया है। 70 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों को विशेष टॉप-अप की सुविधा मिलेगी। बुजुर्ग इलाज के लिए आंशिक राशि का उपयोग करते हैं, तो बाकी राशि उनके परिवार के अन्य सदस्यों के लिए इलाज में उपयोग हो सकेगी। प्रिंसिपल प्रोफेसर डॉ. संजय खत्री, सीएमएस डॉ. एमएमएम त्रिपाठी, डॉ. संदीप मिश्रा, डॉ. एमएल वर्मा मौजूद रहे।

आधार कार्ड लेकर काउंटर पर पहुंचे

डीएम मोनिका रानी ने कहा कि एक भी पात्र बुजुर्ग इस योजना से वंचित न रहने पाए। अपील किया कि जब भी जिला अस्पताल व सीएचसी पर जाएं तो आधार कार्ड लेकर जाएं, ताकि तत्काल आयुष्मान गोल्डेन कार्ड बनाया जा सके। सीएमएस को निर्देश दिया कि इसकी गहन निगरानी करते रहें, ताकि बुजुर्गों को इसके लिए परेशान न होना पड़े।

हर गंभीर बीमारी का करा सकेंगे इलाज

डीएचआईओ बृजेश सिंह ने बताया कि बुढ़ापे में शरीर की प्राकृतिक क्षमताएं घटने से कई जटिल बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है। दिल की बीमारी, किडनी की समस्याएं, कैंसर और गठिया शामिल हैं। इन बीमारियों का इलाज महंगा होता है, और कई बुजुर्गों के पास स्वास्थ्य देखभाल और दवाइयों के खर्च के लिए पर्याप्त धन नहीं होता। सरकार की यह पहल बुजुर्गों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। यह सुविधा जिले के कुल 27 अस्पतालों में मिल रही है, जिनमें 15 सरकारी और 12 आयुष्मान भारत में पंजीकृत निजी अस्पताल शामिल हैं।

900 बुजुर्गों के बनाए गए कार्ड

सीएमओ डॉ. एसके शर्मा ने बताया कि आयुष्मान वंदना योजना के तहत हर पात्र बुजुर्ग का कार्ड बनाए जाने को लेकर सभी सीएचसी अधीक्षकों को सख्त निर्देश दे दिए गए हैं। आधार कार्ड में निर्धारित आयुवर्ग के बुजुर्गों का इलाज के साथ तत्काल कार्ड बनवाएं। अब तक 900 बुजुर्गों का कार्ड बनाया जा चुका है।

कोट

70 साल आयुवर्ग के बुजुर्गों को पांच लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा के लिए यह कवायद शुरू की गई है। इलाज कराने आने वाले बुजुर्ग स्वस्थ होने के साथ गोल्डेन कार्ड बनवाकर घर जाएंगे।

मोनिका रानी, डीएम, बहराइच

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