Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़बहराइचFarmers Struggle for Fertilizer Amidst Delayed Rabi Crop Planting in Bahraich

बहराइच-किसानों की टूट रही भीड़, समितियां एक बोरी खाद के लिए जंग लड़ रहे अन्नदाता

बहराइच में रबी फसलों की बोआई के लिए किसान खाद की कमी से परेशान हैं। डीएपी और एनपीके की उपलब्धता नहीं होने के कारण किसान निजी दुकानों से महंगे दामों पर खाद खरीदने को मजबूर हैं। सचिवों ने कहा कि धन जमा...

Newswrap हिन्दुस्तान, बहराइचThu, 21 Nov 2024 11:02 PM
share Share

बहराइच, संवाददाता। नवबंर में अब सिर्फ नौ दिन बचे हैं। रबी फसलों की बोआई गति नहीं पकड़ रही है। दावों के बावजूद भी डीएपी व एनपीके की साधन सहकारी समितियों पर अब तक खाद की उपलब्धता नहीं हो पा रही है। एक-एक बोरी खाद के लिए किसान सुबह से ही समितियों पर अड़े रहते हैं, लेकिन दिन भर इंतजार के बाद भी उन्हें खाली हाथ ही लौटना पड़ रहा है। ऐसे में पिछड़ रही बोआई को देख किसान एक बार फिर निजी दुकानों की ओर रुख करने लगे हैं। डिमांड को देखकर दुकानदार भी मुनाफा वसूलने में लगे हुए हैं। विशेश्वरगंज के समितियों पर एक बोरी डीएपी नहीं

विशेश्वरगंज। ब्लॉक के सहकारी समिति विशेश्वरगंज, पुरैना, बालापुर, सेमरा, खजुरार पर सुबह से ही किसान डीएपी व एनपीके की खाद के लिए पहुंच गए। दोपहर तीन बजे चुके थे, लेकिन एक बोरी भी खाद किसानों को नहीं मिली थी। सेमरौना के किसान रामरूप मौर्य, दिगित पुरवा के शिवपूजन ने बताया कि पांच बीघे गेहूं की बोआई के लिए बीज खरीद लिया है। खेत भी तैयार हो चुका है, लेकिन डीएपी व एनपीके मिल रहा है। बिना खाद बीज की बोआई कैसे करें। जब जरूरत है तो खाद मिल नहीं रही है। ऐसे में निजी दुकान से भी इस बार खाद लेकर बोआई करना मजबूरी हो गई है। सचिवों का कहना है कि धन जमा किया जा चुका है। खाद मिलते ही वितरण शुरू कर दिया जाएगा।

निजी दुकानदार महंगे दामों पर बेंच रहे खाद

फखरपुर। गेहूं की बोआई शुरू हो गई है। एक बोरी डीएपी खाद के लिए किसान मारे-मारे घूम रहे हैं। किसानों को खाद तो मिल नहीं रही, लेकिन खाद के लिए लाइनों में जरूर उलझ रहे हैं। इफको बाजार कदियापुर में सुबह खाद पहुंचने की सूचना पर किसानों की भीड़ पहुंची, लेकिन दोपहर बाद सन्नाटा छा गया। गंगापुर के किसान शिव प्रसाद अवस्थी ने बताया कि पटासिया के एक दुकानदार के यहां से 1600 रुपये में एक बोरी डीएपी लाए हैं। शिवानन्द ने बताया कि खाद न मिलने से बोआई पिछड रही है। पीसीएफ सेवा केंद्र पर भी तस्वीर एक जैसी ही दिखी।

टूट पड़ी किसानों कीभीड़, सचिव के फूल हाथ-पैर

विशेश्वरगंज। किसान कल्याण केंद्र पर किसानों की भारी भीड़ जमा हो गई, महिलाएं व बच्चे भी खाद की लाइनों में खड़े दिखे, 11:30 बजे जैसे ही कल्याण केंद्र का फाटक खुला सैकड़ों की संख्या में किसानों की भीड़ टूट पड़ी। एक बोरी खाद व बीज के लिए किसान आपस में भिड़ते दिखे। सचिव के भी हाथ पांव फूल गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने पसीना बहाकर लोगों को नियंत्रित किया। सचिव इंद्रसेन तिवारी ने बताया कि डीएपी की डिमांड भेजी गई है, बुधवार देर शाम बीज आने की आहट पाकर किसानों की भीड़ पहुंची है, खतौनी के आधार पर अब तक 1000 से अधिक किसानों को बीज वितरित किया जा चुका है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें