दो दिवसीय हड़ताल से 375 करोड़ का कारोबार प्रभावित
दो दिवसीय हड़ताल से 375 करोड़ का कारोबार प्रभावित, हिन्दुस्तान संवाद निजीकरण के विरोध में युनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के आह्वान पर की गई हड़ताल के...
दो दिवसीय हड़ताल से 375 करोड़ का कारोबार प्रभावित
हड़ताल के दूसरे दिन बैंक कर्मियों ने निकाला विरोध जुलूस, निजीकरण के विरोध में की नारेबाजी
चार दिन लगातार बैंक बंद होने से हलकान रहे खाताधारक, कई बैंक एटीएम ने दिया धोखा खत्म हुआ पैसा
फोटो फाइल नंबर - 16 बीएएचपीआईसी 06, 10, 11, 17, 18 है।
कैप्शन- अपनी मांगों को लेकर जेल रोड स्थित इंडियन बैंक की मंडलीय शाखा पर प्रदर्शन करते बैंक कर्मी, चित्रशाला रोड पदमा मार्केट स्थित स्टेट बैंक शाखा पर प्रदर्शन व नारेबाजी करते बैंक कर्मी, अस्पताल चौराहा स्थित एचडीएफसी एटीएम पर लगी भीड़, बंद पड़ा आर्यावर्त बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय का एटीएम, इंडियन बैंक की मुख्य शाखा का एटीएम खराब होने से पसरा सन्नाटा
बहराइच। हिन्दुस्तान संवाद
निजीकरण के विरोध में युनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के आह्वान पर की गई हड़ताल के दूसरे दिन बैंक कर्मियों ने विरोध मार्च निकाला। डिगिहा तिराहा स्थित इंडियन बैंक शाखा से निकाला गया विरोध मार्च छावनी, घंटाघर होते हुए स्टेट बैंक की शाखा निकट चित्रशाला टाकिज पर समाप्त हुई। विरोध मार्च में ग्रामीण बैंक शाखा के पदाधिकारी भी शामिल रहे। विरोध मार्च के दौरान बैंक कर्मियों ने जमकर नारेबाजी की। शहर स्थित कई एटीएम भी बैंक ग्राहकों को जवाब दे गए और उनमें धन का अभाव देखने को मिला। इंडियन बैंक की मंडलीय शाखा पर पर भी बैंक कर्मियों ने विरोध प्रदर्शन किया। दो दिवसीय हड़ताल से लगभग 375 करोड़ के बैंकिंग कारोबार प्रभावित होने का अनुमान लगाया जा रहा है। बैंक कर्मियों ने प्राइवेट बैंकों को भी बंद करवाया।
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के आह्वान पर बुलाई गई दो दिवसीय हड़ताल में यूपी बैंक इम्लाइज यूनियन व ग्रामीण बैंकों यूनियन के पदाधिकारी शामिल रहे। हड़ताल के चलते जिले भर की बैंक शाखाएं बंद रही। हड़ताल के पहले दिन जहां बैंक कर्मियों ने शाखाओं पर प्रदर्शन किया था तो वहीं दूसरे दिन विरोध मार्च निकाला गया। यूपी बैंक इम्पलाइज यूनियन के नेतृत्व में निकाले गए विरोध मार्च में ग्रामीण बैंकों के कर्मी समेत श्रावस्ती जिले के पदाधिकारी भी शामिल रहे। डिगिहा तिराहा स्थित इंडियन बैंक की शाखा से नारेबाजी के साथ निकाला गया विरोध मार्च छावनी, घंटाघर होते हुए छोटी बाजार स्थित स्टेट बैंक की शाखा पर समाप्त हुआ। यहां बैंक कर्मियों ने जमकर नारेबाजी की।
विरोध मार्च को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष डीडीएन अवस्थी ने कहा कि जिस दिन देश का मजदूर जाग गया तो सरकार चलना मुश्किल हो जाएगी। निजीकरण से किसी का कोई लाभ नहीं है। अगर केन्द्रीय संगठन का निर्देश हुआ तो हम सभी अनिश्चित काल के लिए हड़ताल करने को भी तैयार हैं। जिला सचिव लालजी जायसवाल ने कहा कि हम सभी इंकलाब जिन्दाबाद के नारे के साथ संघर्ष करते रहेंगे। निजीकरण पर रोक होने तक संघर्ष जारी रहेगा। इस दौरान अंकित तिवारी, शशांक त्रिपाठी, तुसार अग्रवाल, सुनील यज्ञसैनी, आरके तिवारी, आरके सिंह, रामफेरन, पवन मिश्रा, विपुल श्रीवास्तव, बृजेंद्र अवस्थी, विभय आनंद आदि मौजूद रहे।
मंडलीय कार्यालय पर हुआ धरना प्रदर्शन
बहराइच। यूपी बैंक इम्पलाइज यूनियन की दूसरी युनिट की ओर से इंडियन बैंक की मंडलीय शाखा पर प्रदर्शन कर निजीकरण पर अपना विरोध दर्ज करवाया। यूनियन के जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार ने कहा सरकार ही हठधर्मिता के कारण हड़ताल हुई। निजीकरण से देश की जनता का धन असुरक्षित हो जाएगा। इस दौरान जिला मंत्री आफरोज आलम, सतगुरु प्रसाद, शैलेन्द्र मिश्रा, महेश कुमार, अशोक कुमार, पंकज आदि मौजूद रहे।
दो दिन में 375 करोड़ का लेनदेन प्रभावित
बहराइच। यूनाईटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन की ओर से बुलाई गई हड़ताल में इलाहाबाद बैंक की 56 शाखाओं समेत सरकारी बैंकों की लगभग 150 से अधिक शाखाएं शामिल रहीं। बैंक कर्मियों की ओर से निकाले गए विरोध मार्च में श्रावस्ती जिले के कर्मचारी भी शामिल रहे। यूपी बैंक इम्पलाइज यूनियन के जिलासचिव लालजी जायसवाल ने बताया कि हड़ताल के चलते लगभग 375 करोड़ से अधिक का बैंकिग लेनदेन प्रभावित हुआ है।
एटीएम पर लगी भीड़, कुछ ने दिया धोखा
बहराइच। बैंक हड़ताल के चलते वित्तीय आवश्यकताओं के लिए लोग पूरी तरह एटीएम पर आश्रित रहे। दो दिवसीय हड़ताले के पहले शनिवार व रविवार को अवकाश होने से लोगों की मुश्किलें और बढ़ गईं। जिसके चलते बैंकों के बाहर भीड़ देखने को मिली। वहीं कई एटीएम ने लोगों को धोखा भी दिया। अस्पताल चौराहा स्थित एक्सिस बैंक के एटीएम में धन न होने से लोग परेशान रहे। इडियन बैंक की मुख्य शाखा का एटीएम खराब होने व आर्यावर्त बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय का एटीएम बंद होने से लोगों को खासी परेशानी हुई। अस्पताल चौराहे के एचडीएफसी बैंक के सामने लोगों की भीड़ देखने को मिली।
प्राइवेट बैंकों को भी कराया बंद
बहराइच। निजीकरण के विरोध में बैंक संगठनों की ओर से की गई हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिला। बैंक बंद होने से खातेदार हलकान दिखें। तो वहीं प्राइवेट बैंकों में भी काम काज न होने से लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई। बैंक यूनियन के सचिव लालजी जायसवाल ने बताया कि प्राइवेट बैंकों की शाखाओं में जाकर उन्हें सहयोग देते हुए शाखा बंद रखने की अपील की गई, और बैंकों को बंद करवाया गया।
बैंकों में हड़ताल से बैरंग लौटे ग्राहक
इस खबर के साथ फोटो फाइल नम्बर 16 बीएएचपीआईसी 05
कैप्सन:-बाबागंज स्थित बैंक शाखा पर लटकता ताला
बहराइच। हिन्दुस्तान संवाद
सार्वजनिक क्षेत्र के दो और बैंकों के निजीकरण के प्रस्ताव के विरोध में बाबागंज, जमोग, रुपईडीहा, हाड़ा,क्षेत्र के बैंकों की हड़ताल के दूसरे दिन मंगलवार को भी बैंकों में ताला लटकता रहा। जिसकी वजह से यहां पहुंचने वाले बैंक ग्राहकों को बैरंग वापस होना पड़ा।
हड़ताल के दूसरे दिन बैंकिंग कामकाज प्रभावित हुआ। हड़ताल के चलते सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में नकदी निकासी, जमा, चेक समाशोधन और कारोबारी लेनदेन नहीं हो सका। बैंक में पैसे निकालने आए गोले निवासी शंकरपुर ने बताया कि दवा कराने आये थे, पैसे नहीं निकल सके जिससे दवा नहीं ले पाए। ग्रामीण कामता प्रसाद, परवीन कुमार, बरसाती लाल का कहना है कि पैसे की निकासी न होने से बिजली की बिल नहीं जमा हो सकी है।
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