Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़बहराइचBahraich-Corona became police for an infected family

बहराइच-कोरोना संक्रमित परिवार के लिए फरिश्ता बनी पुलिस

पयागपुर। संवाददाता कोरोना संक्रमण से कई परिवार भय के साए में जी रहे हैं। कई

Newswrap हिन्दुस्तान, बहराइचSat, 22 May 2021 11:00 PM
share Share

पयागपुर। संवाददाता

कोरोना संक्रमण से कई परिवार भय के साए में जी रहे हैं। कई ऐसे हैं जो संक्रमण होने के डर से पीड़ित हैं तो कई संक्रमित होने के बाद किसी अनहोनी को लेकर भयभीत हैं। संक्रमित होने के बाद भयभीत ऐसे ही एक परिवार के लिए पयागपुर पुलिस देवदूत बनकर सामने आई और थानाध्यक्ष बृजानंद सिंह ने संक्रमित परिवार से मुलाकात कर उन्हें ढाढस बंधवाया और मदद भी की। जिससे तनाव में जा रहे परिवार में संतोष की लहर देखने को मिल रही है।

आमतौर पर पुलिस की छवि एवं खाकी वर्दी को देखकर लोग कड़क मिजाज वाले व्यक्तित्व की छवि अपने मानस पटल पर स्थापित कर लेते हैं, और उनसे किनारा काटते हैं। पयागपुर थाने की पुलिस ने अपने कृत्यों से मानवीय छवि छवि की मिशाल पेश की है, और कोरोना संक्रमित परिवार के लिए डूबते को तिनके का सहारा वाला काम किया है। पयागपुर के भूपगंज बाजार में किराए के मकान में निवासरत मेरठ के मूल निवासी शिक्षक आशुतोष उपाध्याय जोकि पेशे से शिक्षक हैं। विगत 4 मई को इनको कोरोना के शुरुआती लक्षण दिखाई पड़े और उन्होंने पूरे परिवार का टेस्ट कराया। टेस्ट में तो 45 वर्षीय अशुतोष उपाध्याय उनकी पत्नी लक्ष्मी उपाध्याय एवं 5 वर्षीय पुत्री अंशिका तीनों लोग कोरोना पॉजिटिव मिले। जिसको लेकर इन लोगों में भय व्याप्त हो गया और अनजान जगह पर पूरा परिवार अपने आप को असहाय समझने लगा।

रोज हो रही मौतों से शिक्षक आशुतोष तनाव की स्थिति में पहुंचने लगे थे। जिसकी जानकारी स्थानीय थानाध्यक्ष बृजानंद सिंह को हुई तो उन्होंने अपने सिपाहियों सहित उनके घर जाकर उनसे मुलाकात की और ढाढस बंधवाया। उन्होंने शिक्षक को अकेले न होने व पूरे थाने की पुलिस को उनके साथ होने का अहसास करवाया। साथ ही किसी सहायता के लिए तुरंत पयागपुर पुलिस को फोन किए जाने की बात कही और आरक्षी अंकुर यादव को दैनिक जरूरतों की सामग्री देकर शिक्षक के घर भेजा। साथ ही नियमित रूप से इनके परिवार का जायजा लेते रहे। जिसके बाद से शिक्षक की हालत व मनोदशा दोनों में सुधार देखने को मिल रहा है। भुक्तभोगी आशुतोष उपाध्याय ने बताया कि स्थानीय पुलिस उनको डूबते को तिनके का सहारा नजर आई। एकांतवास के दौरान उनके परिजनों की भात उनकी देखभाल व मदद की। पुलिस का यह चेहरा उनको पहली बार देखने को मिला।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें