बहराइच-एटीएस की रडार पर नेपाल सीमा से लगे मदरसे, विदेशी फंडिंग पर अलर्ट
बहराइच में नेपाल सीमा से लगे मदरसों में विदेशी फंडिंग का बड़ा खुलासा हुआ है। एटीएस ने मदरसों की जांच शुरू कर दी है। कई मदरसों के बैंक खातों में पाकिस्तान और अरब देशों से पैसे आने की बात सामने आई है।...
बहराइच,संवाददाता। नेपाल सीमा से लगे भारतीय क्षेत्रों में आबाद मदरसों में बड़े पैमाने पर विदेशों से फंडिंग हो रही है। विभिन्न बैंक खातों की गोपनीय जांच में हुए खुलासे ने एटीएस की नींद उड़ा दी है। ऐसे मदरसे अब एटीएस की रडार पर आ गए हैं। इनकी जांच के लिए लोकल यूनिट की टीम को लगाया गया है, जो अल्पसंख्यक विभाग से समन्वय कर इन मदरसों की पड़ताल कर रही है। जल्द ही इन मदरसों को चिंहित कर संचालकों पर कानूनी शिकंजा कसने की तैयारी हो रही है। नेपाल सीमा से लगा जिला बहराइच अवैध मदरसों के मामले में अति संवेदनशील है। नवाबगंज, रुपईडीहा व नानपारा थाना इलाके में पिछले साल कराए गए सर्वे में 491 मदरसे गैर मान्यता प्राप्त पाए गए थे। इन मदरसा संचालकों की ओर से आय-व्यय का ब्योरा भी अल्पसंख्यक विभाग को उपलब्ध नहीं कराया था। तभी से एसटीएफ व एटीएस की अलग-अलग युनिटें इन मदरसों के फंडिंग पर नजरें गड़ाए हुए थी। बहराइच में 52 ऐसे मदरसे पाए गए हैं, जिनके खातों में बड़ी मोटी रकम पाकिस्तान, अरब देशों से पहुंचा है। इस खुलासे के बाद इन मदरसों की जांच के लिए एटीएस की ओर से अपनी लोकल यूनिट को लगाया गया है। यह टीम न केवल उनके फंडिंग, पंजीकृत बच्चों का भी पूरा ब्योरा जुटा रही है।
मदरसा संचालन करने व विभाग में पंजीयन न कराने के पीछे उनके उद्देश्य की भी जानकारी जुटाएगी। निदेशक अल्पसंख्यक विभाग की ओर से जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को एटीएस टीम को जरूरी दस्तावेज संग सूचनाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। इस खुलासे के बाद एटीएस भी चौकन्नी हो गई है, चिंहित मदरसों की हर गतिविधियों की नजर को गुप्तचरों की मदद ले रही है। जांच रिपोर्ट के आधार पर इन मदरसों को बंद कराने के साथ ही संचालकों पर कड़ी र्कारवाई भी हो सकती है।
इनसेट
विदेशी धन से कन्वर्जन संग घुसपैठ की आशंका
मजहबी शिक्षा की आड़ में अवैध रूप से मदरसों में विदेशी वित्तपोषण की आशंका जताई जा रही है। पूर्व में भी इसका खुलासा हो चुका है। सुरक्षा एजेंसियों को लगातार ऐसी सूचनाएं मिल रही हैं कि पाकिस्तान सहित कई मुस्लिम देशों से मदरसों को भेजे जा रहे धन का उपयोग कन्वर्जन के लिए किया जा रहा है। एटीएस सीमा पार से घुसपैठ कराने वाले लोगों को पकड़ चुकी है। जिसमें नेपाल सीमा से लगे बहराइच, श्रावस्ती समेत अन्य जिलों में रोहिंग्या घुसपैठियों को बसाने की बात सामने आ चुकी है। एटीएस सधे कदमों संग विदेशी फंडिंग की जांच कर रही है।
अवैध मदरसों का गढ़ बनी नानपारा तहसील
जिले में सर्वाधिक गैर मान्यता प्राप्त यानि अवैध तरीके से संचालित मदरसों के मामले में नानपारा आगे है। यहां विभाग की ओर से पूर्व में कराए गए सर्वे नानपारा में 107, सदर में 106, पयागपुर में 71, कैसरगंज व पयागपुर में 105 मदरसे अवैध पाए गए हैं। इन मदरसों में पंजीकृत बच्चों की संख्या को लेकर पहले भी संदेह प्रकट किया जा चुका है।
13 बिंदुओं पर हो चुकी है जांच
जिला अल्पसंख्यक विभाग की रिपोर्ट पर नजर डालें तो पूर्व में 13 बिंदुओं पर कराई गई जांच में ही कई चौकाने वाले तथ्य सामने आ चुके हैं। अब विदेशी फंडिंग का खुलासा होने पर ऐसे मदरसों के संचालकों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
कोट
एटीएस की लोकल यूनिट सीमा से लगे मदरसों के फंडिंग को लेकर जांच कर रही है। विभाग उनको जरूरी सूचनाएं उपलब्ध करा रहा है। निदेशक की ओर से इसको लेकर निर्देश भी जारी किए गए हैं।
संजय मिश्र, डीएमओ, बहराइच
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