संतों की संगति का महत्व समझाया
शुक्रवार को जैन स्थानक में प्रवचन सभा का आयोजन किया गया। जैन संत भरत मुनि ने धर्म मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी और संतों की संगति के महत्व को समझाया। उन्होंने बताया कि संतों के सानिध्य से अंहकार समाप्त...
शुक्रवार को जैन स्थानक में प्रवचन सभा आयोजित की गई। जिसमें जैन संत भरत मुनि ने प्रवचन कर धर्म मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। इस दौरान उन्होंने संतों की संगति का महत्व समझाया। प्रवचन सुनने के लिए सभा स्थल पर श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही। जैन मुनि ने कहा कि संतों के सानिध्य में आने से इंसान का अंहकार समाप्त हो जाता हैं। कर्म और भाग्य के अलावा संगत का असर भी होता है, जो व्यक्ति के जीवन का कल्याण करता हैं। इसके लिए साधुओं का सत्संग होना जरूरी हैं। संत तो स्वयं ही तीर्थ होते हैं। एक संत हजारों तीर्थ बनवा सकता हैं। लेकिन हजारों तीर्थ एक संत नहीं बना सकता। जीवन में इंसान को कुछ ऐसा करना चाहिए, जिससे तीर्थ बन जाए। अच्छे स्मारक बनाए जाए।
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