इच्छाओं पर नियंत्रण रखना भी सबसे बड़ा धर्म
बड़ौत, संवाददाता।इच्छाओं पर नियंत्रण रखना भी सबसे बड़ा धर्मइच्छाओं पर नियंत्रण रखना भी सबसे बड़ा धर्मइच्छाओं पर नियंत्रण रखना भी सबसे बड़ा धर्मइच्छा
शहर की जैन स्थानक में धर्म सभा का आयोजन किया जा रहा है। जिसे जैन संत भरत मुनि द्वारा संबोधित किया गया। जैन संत ने जीवन को आसान बनाने व धर्म मार्ग पर चलने की सीख दी प्रवचन सुनने के लिए धर्म सभा में श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में उपस्थित रही। जैन संत ने कहा कि जितना कम सामान होगा, जीवन उतना ही आसान होगा। व्यक्ति को इच्छाओं पर नियंत्रण रखना चाहिए क्योंकि इच्छाएं आकाश की तरह अनंत होती हैं। उनकी कभी पूर्ति नहीं की जा सकती हैं। हर व्यक्ति को अचल संपत्ति से लगाव होता हैं। ज्यादा से ज्यादा संपत्ति अर्जित करने की चाहत रहती हैं। वह यह नहीं सोचता है कि वह इतनी संपत्ति का क्या करेगा। यही आसवित ही व्यक्ति के जीवन का सबसे बड़े दुख का कारण हैं। हमें अपनी मर्यादाओं का पालन करना होगा। अपने घर में सीमित साधनों का उपयोग करना होगा। अच्छे कर्म करने चाहिए, जिससे हमारे बच्चे भी इसी मार्ग पर चल सके। ज्यादा धन इंसान की आवश्यकता पूर्ति कर सकता है लेकिन उसे खुश नहीं रख सकता हैं। एक व्यक्ति झोपड़ी में भी ज्यादा खुश रह सकता जिसका मुख्य कारण उसकी इच्छा ना के बराबर होना है। कहा कि अपने साथ दूसरों को भी इस तरह की शिक्षा देनी चाहिए जिससे लोग धन एकत्र करने के पीछे नहीं दौड़े। धन केवल जरूरी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए होना चाहिए, बाकी धन बेकार हैं। दुनिया से चले जाने के बाद सब यही धरा रह जाता हैं।
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