युद्ध टलने से खेकड़ा के हैंडलूम उद्योग को मिली बडी राहत
Bagpat News - भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध की आशंका टलने से खेकड़ा कस्बे के पावरलूम और हैंडलूम उद्योग को राहत मिली है। युद्ध के हालात में निर्यात प्रभावित होता, लेकिन सीजफायर के बाद व्यापारिक गतिविधियों में सुधार हुआ...

भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच युद्ध टलने से कस्बे के पावरलूम और हैंडलूम उद्योग को बड़ी राहत मिली है। यदि युद्ध होता तो कस्बे का एक अरब रुपये से अधिक का वार्षिक निर्यात प्रभावित हो सकता था। लेकिन अब दोनों देशों के बीच सीजफायर पर सहमति बन जाने से व्यापारिक गतिविधियों को लेकर राहत का माहौल है। खेकड़ा कस्बा औद्योगिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है और यहां पावरलूम तथा हैंडलूम उद्योग प्रमुखता से संचालित होते हैं। कस्बे की सभी छोटी-बड़ी इकाइयों में उत्पादित कपड़ा पूरी तरह निर्यात-उन्मुख होता है। उद्योग एसोसिएशन के महासचिव मुकेश गुप्ता ने बताया कि यहां से तैयार वस्त्र अमेरिका सहित यूरोपीय देशों को निर्यात किए जाते हैं।
बताया कि यह निर्यात मुख्य रूप से समुद्री मार्ग से जहाजों द्वारा किया जाता है। युद्ध की स्थिति में समुद्री मार्ग प्रभावित होते, जिससे निर्यात पर सीधा असर पड़ता। उन्होंने बताया कि खेकड़ा का कपड़ा उद्योग प्रतिवर्ष एक अरब रुपये से अधिक का टर्नओवर करता है। ऐसे में युद्ध की आशंका से उद्योग से जुड़े लोगों में चिंता थी, लेकिन अब सीजफायर की घोषणा से सभी को राहत मिली है।
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