स्वास्थ्य विभाग की आउटसोर्सिंग भर्ती में बडे खेल की बू
स्वास्थ्य विभाग में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की भर्ती में नियमों का उल्लंघन हुआ है। ईएमटी और पायलट के पदों के लिए सीधी भर्ती की गई, जो सेवा योजन पोर्टल के विरूद्ध है। सीएमओ और डिप्टी सीएमओ को नियमों की...
स्वास्थ्य विभाग में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की सीधी भर्ती में नियमों का उल्लंघन करने का मामला सामने आया है। बुद्धवार को पुलिस लाइन में आयोजित ईएमटी और पायलट के पदों की भर्ती सेवा योजन पोर्टल के बजाय सीधी भर्ती कराई गई हैं। जो नियम के विरूद्ध बताई जा रही है। हैरान करने वाली बात यह है कि सीएमओ और डिप्टी सीएमओ को नियम का पता ही नहीं है। दूसरी और सर्विस प्रोवाइडर कंपनी नियमानुसार भर्ती करने का दावा कर रही है। बताया गया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा एंबुलेंस के ड्राइवरों और हेल्परों के पदों पर आउटसोर्सिंग के जरिए भर्ती कराए जाने का एक विज्ञापन सोशल मीडिया पर प्रसारित किया जा रहा है। जिसमें 5, 6, 7 और 8 नवंबर को पुलिस लाइन में सीधी भर्ती प्रक्रिया का हवाला दिया गया है। जबकि 29 मार्च 2023 के शासन के आदेशानुसार आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की भर्ती केवल सेवा योजन पोर्टल के माध्यम से ही की जा सकती है। इसके लिए आवेदक का पंजीकरण पहले से ही सेवा योजन पोर्टल पर होना अनिवार्य है। इसके अलावा सर्विस प्रोवाइडर कंपनी का सेवा योजन पोर्टल पर भी विज्ञापन दिया जाना अनिवार्य है। इसके बाद पोर्टल पर पंजीकृत आवेदकों को योग्यता एवं पुराने पंजीकृत आवेदकों को वरीयता देते हुए चयन करता है। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से हैदराबाद की जीवीके ग्रीन हेल्थ कंपनी ने आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को उपलब्ध कराने का टेंडर लिया है। दूसरी ओर, जिला सेवायोजन विभाग के रोजगार सहायता अधिकारी विपिन कुमार के अनुसार इस कंपनी का अभी तक सेवा योजन पोर्टल पर कोई विज्ञापन नहीं दिया है। न ही कंपनी द्वारा विभाग को इस संबंध में अवगत कराया है। विपिन कुमार का कहना है कि आउटसोर्सिंग की भर्तियां बिना सेवा योजन पोर्टल के होने का कोई भी नियम नहीं है। ऐसी भर्ती प्रक्रिया नियम के विरूद्ध है।
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विभागीय अधिकारी दे रहे गोलमोल जवाब
इस संबंध में जब डिप्टी सीएमओ यशवीर सिंह से इन भर्तियों के नियम के बारे में जानकारी की गई तो उन्होंने सर्विस प्रोवाइडर के पाले में गेंद को फेंक दी। कहा कि आउटसोर्सिंग के जरिए भर्ती कर्मचारियों को सेलरी स्वास्थ्य विभाग देगा। हमें नियम के बारे में जानकारी नहीं है। वहीं सीएमओ डा. तीरथ लाल की कहना है कि आउटसोर्सिंग के जरिए ड्राइवर और हेल्पर की सीधी भर्ती उनके संज्ञान में नहीं है। उधर, जीवीके ग्रीन हेल्थ कंपनी के जिला प्रभारी पवन कुमार से जब जानकारी की गई तो उन्होंने कंपनी की देश के 18 राज्यों में सेवाएं होने का दावा करते हुए कहा कि भर्तियां नियमानुसार ही हो रही हैं।
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कोट -
आउटसोर्सिंग भर्ती का विज्ञापन सेवा योजन पोर्टल पर जारी नहीं किया गया है, इसके अलावा उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी भी नहीं दी गई है। उच्च अधिकारियों से बात करके कार्यवाही की जायेगी।
विपिन कुमार, जिला रोजगार सहायता अधिकारी, बागपत
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