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आधार कार्ड न बनने से 10 हजार बच्चों की अटकी डीबीटी

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Newswrap हिन्दुस्तान, बागपतThu, 23 Jan 2025 09:56 PM
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आधार कार्ड न बनने से 10 हजार बच्चों की अटकी डीबीटी

परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले 10 हजार बच्चों के पास आधार नहीं है। ऐसे में इन बच्चों को डीबीटी का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इन बच्चों के आधार न बनने के कई कारण है, लेकिन प्रमुख कारण जन्म प्रमाण पत्र का न होना है। शिक्षक और अभिभावक बच्चों के आधार बनवाने का प्रयास कर रहे हैं।

परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के आधार संबंधी कार्य के लिए जिलेभर में कोई विशेष सुविधा नहीं है। बच्चों को आधार कार्ड बनवाने के लिए कड़-कड़ाती ठंड़ में अभिभावकों के साथ घंटों लाइन में लगना पड़ रहा है। विभागीय अधिकारियों की मानें, तो करीब 10 हजार बच्चों की डीबीटी आधार समेत अन्य कारणों की वजह से रूकी हुई है। आधार न बनने की वजह ज्यादातर बच्चों के पास जन्म प्रमाण पत्र का न होना है। इसके साथ ही आयु से संबंधित कारण के चलते भी आधार नहीं बन पा रहे हैं। जिन बच्चों के आधार नहीं बने हैं, वह डीबीटी से वंचित हैं। सरकार की ओर से डीबीटी में प्रति बच्चा के हिसाब से उसके द्वारा उपलब्ध कराये गये बैंक एकाउंट में 1200 रुपये की राशि ट्रांसफर की जाती है। इस राशि से बच्चे के लिए स्कूल ड्रेस, स्वेटर, जूता, मोजा, स्कूल बैग एवं स्टेशनरी खरीदनी होती है।

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एक नजर

जिले में कुल परिषदीय स्कूलों की संख्या-532

परिषदीय स्कूलों में पंजीकृत बच्चों की संख्या- करीब 80 हजार

डीबीटी से लाभांवित बच्चों की संख्या- करीब 70 हजार

डीबीटी के लाभ के लिए वंचित बच्चे- करीब 10 हजार

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कोट-

जिले के करीब 70 हजार बच्चों को डीबीटी का लाभ मिल चुका है, वहीं जो बच्चे रह गये हैं उनके लिए भी डीबीटी का लाभ दिलाने के लिए कार्य जारी है। इस संबंध में सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

गीता चौधरी, बीएसए बागपत

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