बागपत हादसा: 7 जैन श्रद्धालुओं की मौत के बाद मान स्तंभ परिसर को किया गया सील, जांच टीम ने जुटाए सबूत
- बागपत के बड़ौत के मान स्तम्भ परिसर में मंगलवार सुबह निर्वाण महोत्सव के दौरान हुई सात जैन श्रद्धालुओं की मौत के मामले में बैठाई गई। जांच के बाद परिसर को सील कर दिया गया। वहीं जांच टीम ने घटनास्थल पहुचकर साक्ष्य जुटाए।
यूपी के बागपत के बड़ौत नगर के मान स्तम्भ परिसर में मंगलवार सुबह निर्वाण महोत्सव के दौरान हुई सात जैन श्रद्धालुओं की मौत के मामले में बैठाई गई। जांच के बाद परिसर को सील कर दिया गया। बुधवार को मजिस्ट्रेट जांच के लिए टीम के सदस्यों ने घटनास्थल पहुचकर साक्ष्य जुटाए। साथ ही आयोजक कमेटी के सदस्यों के बयान भी दर्ज किए गए।
बड़ौत में बुधवार सुबह मजिस्ट्रेट जांच टीम घटनास्टल पहुंची। छह सदस्यीय जांच टीम का नेतृत्व कर रहे अपर जिलाधिकारी न्यायिक सुभाष सिंह व अन्य सदस्यों द्वारा घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए गए। बनाये गए मचान, बरती गई लापरवाही आदि बिंदुओं की जांच के बाद आयोजक कमेटी के पदाधिकारियों को भी वहीं बुलवाया गया। इस दौरान पदाधिकारियों व समाज के लोगों ने टीम का घेराव तक किया। बाद में टीम ने सभी पदाधिकारियों के बयान भी दर्ज किए। अपर जिलाधिकारी न्यायिक सुभाष सिंह ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है, जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी जाएगी।
बागपत से 20 किलोमीटर दूर बड़ौत शहर के गांधी रोड स्थित श्री दिगंबर जैन डिग्री कॉलेज के मैदान में हुआ। वहां मंगलवार करीब आठ बजे श्री 1008 आदिनाथ भक्तांबर प्रचार के तत्वाधान में मोक्ष कल्याणक निर्वाण महोत्सव के तहत भगवान आदिनाथ के अभिषेक के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया था। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान अचानक ही मानस्तम्भ परिसर में 65 फुट ऊंचे अस्थायी मंच की लकड़ी की सीढ़ियां टूट गईं जिससे मंच पर मौजूद और उसके पास खड़े श्रद्धालु नीचे गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची जिसने भगदड़ पर काबू पाते हुए घायलों को अस्पताल पहुंचाया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिसकर्मी तैनात किया गया।
हादसे की होगी मजिस्ट्रियल जांच
घटना से गुस्साए श्रद्धालुओं का कहना है कि हादसे के बाद घायलों को तुरंत चिकित्सा सुविधा नहीं मिल सकी। एंबुलेंस की अनुपलब्धता के चलते उन्हें ई-रिक्शा से अस्पताल पहुंचाया गया। कई श्रद्धालुओं की स्थिति गंभीर थी। जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने बताया कि लकड़ी का मचान ढांचा तैयार करने वाले ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर हिरासत में लिया गया। जिलाधिकारी ने हादसे की मजिस्ट्रियल जांच करने के निर्देश दिए हैं जो एक सप्ताह में रिपोर्ट देगी कि किन कारणों से हादसा हुआ।