क्षमता बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव स्वीकृत पर नहीं पहुंचे ट्रांसफार्मर
गर्मी की शुरुआत में ही जिले में एक बार फिर ओवरलोडिंग और बिजली कटौती की समस्या बढ़ने लगी है। सबसे ज्यादा सहसवान इलाका इस समस्या से प्रभावित हो रहा...
गर्मी की शुरुआत में ही जिले में एक बार फिर ओवरलोडिंग और बिजली कटौती की समस्या बढ़ने लगी है। सबसे ज्यादा सहसवान इलाका इस समस्या से प्रभावित हो रहा है। आनन-फानन में बिजलीघर की क्षमता बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव भी भेजा गया, जो स्वीकृत हो चुका है लेकिन ट्रांसफार्मर न पहुंचने के कारण इस इलाके के दो दर्जन गांवों में हाहाकार मचा हुआ है।
जिले में 12 बिजलीघरों की क्षमता बढ़ोत्तरी के प्रस्ताव में सहसवान बिजलीघर भी शामिल था। आठ एमवीए क्षमता वाले इस बिजलीघर को 10 एमवीए किया जाना था। शासनस्तर से इस काम को मंजूरी भी मिल गई लेकिन दो महीने बाद भी ट्रांसफार्मर नहीं मिल सके हैं। अन्य इलाकों में तो किसी तरह व्यवस्था ठीक चल रही है लेकिन सहसवान के दो दर्जन गांवों में बिजली न मिलने के कारण किसानों की गेहूं की फसल सूखने लगी है। बौखलाए किसानों ने दो बार बिजलीघर का घेराव भी किया है लेकिन हर बार उन्हें आश्वासन देकर लौटाया जा रहा है। इधर, अधिकारियों ने इस समस्या को शासनस्तर पर भी अवगत कराया है, ताकि जल्द ट्रांसफार्मर मिल सके।
ये गांव हैं प्रभावित
इब्राहिमपुर गढ़ी, सादपुर,दौलतपुर, शिकारपुर, नगला, मानकपुर व सादपुर समेत दो दर्जन गांव इस वक्त कटौती से जूझ रहे हैं। मुजरिया इलाके के भी कुछ गांव इसी बिजलीघर से पोषित हैं और वहां भी बिजली का संकट बना हुआ है। एक किसान ने फंदे पर लटककर दो दिन पहले आत्महत्या की थी। परिजनों का कहना है कि कटौती के कारण उसकी फसल सूखती देख किसान ने मौत को गले लगा लिया।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।