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जिला महिला अस्पताल : बिना पास के आशाओं और तीमारादारों का प्रवेश बंद

जिला महिला अस्पताल में प्राइवेट अस्पताल जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं। बस प्राइवेट जैसी व्यवस्थाओं की जरूरत है, यह भी लागू कर दिया गया है। अब वार्ड में मरीज के साथ तीमारदार भी दो ही अंदर जा सकेंगे।...

Dinesh Rathour लाइव हिन्दुस्तान टीम, बदायूं, Wed, 12 Feb 2020 01:06 PM
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जिला महिला अस्पताल में प्राइवेट अस्पताल जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं। बस प्राइवेट जैसी व्यवस्थाओं की जरूरत है, यह भी लागू कर दिया गया है। अब वार्ड में मरीज के साथ तीमारदार भी दो ही अंदर जा सकेंगे। वहीं आशाओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है, अब वार्ड गंदा नहीं होगा। धूम्रपान पर पूर्णत: प्रतिबंध है।
जिला महिला अस्पताल में सौ शैय्या वार्ड के हॉल में ओपीडी के मरीजों का पंजीकरण होता है। यही इमरजेंसी के मरीजों का भी पंजीकरण शुरू हो गया है।
 चैनल से अंदर वार्ड में मरीज के साथ सिर्फ दो तीमारदारों को ही एंट्री दी जाएगी। एंट्री देने से पहले पास दिया जाएगा और मरीज के साथ-साथ तीमारदार का भी रिकार्ड रजिस्टर में दर्ज होगा। अगर तीमारदार गेट से निकलेंगे तो पास दिखाएंगे और अंदर जाएंगे तो पास दिखाएं। बिना पास के किसी को एंट्री नहीं है।


वार्ड में आशाओं का प्रवेश बंद
जिला महिला अस्पताल के सौ शैय्या वार्ड में लगने वाली भीड़ को खत्म करने का काम किया है। इसमें खासकर आशाएं ज्यादा अव्यवस्था फैलाती थीं। अब आशाओं के प्रवेश पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। अब आशाएं और  फर्जी आशाएं भी दलाली नहीं कर सकेंगी। इससे मरीजों को राहत मिलेगी।

धूम्रपान पर प्रतिबंध
जिला महिला अस्पताल के सौ शैय्या वार्ड में अगर कोई मरीज भर्ती है और आप वार्ड के अंदर जा रहे हैं तो धूम्रपान को लेकर न जाएं। वरना गेट के अंदर एंट्री तब होगी पहले बीड़ी, सिगरेट, गुटखा, तंबाकू, शराब सहित मादक पदार्थों की तलाशी ली जाएगी और निकाल ली जाएगी।

यहां तैनात रहेगी पुलिस
जिला महिला अस्पताल में व्यवस्था बनाने के लिए पुलिस कर्मियों को लगा रखा है। इसमें एक महिला पुलिस कर्मी मुख्य गेट पर लगाई गई है, वहीं दूसरी पुलिस कर्मी वार्ड के गेट पर है। वहीं तीसरी महिला पुलिस कर्मी को ऊपर वार्ड पर लगाया है। इसके अलावा अस्पताल के गार्ड भी लगे हैं।

मरीजों के साथ तीमारदार ज्यादा आते थे और अव्यवस्था फैलाते थे। वार्ड और परिसर गंदा हो रहा था। कुछ आशाओं के नाम पर महिलाएं आतीं थी। उनकी वजह से भी परेशानी थी। अब पुलिस कर्मियों के साथ गार्ड लगा दिए हैं। मरीज के साथ सिर्फ दो तीमारदार जाएंगे।
डॉ. हाकिम सिंह, प्रभारी सीएमएस जिला महिला अस्पताल

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