Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़बदायूंConfession about abortion during raids at the Mallenium hospital

मलेनियम हास्पीटल में छापा के दौरान गर्भपात करने की बात कबूली

गर्भपात कराने के लिए दाम तय करने की वायरल वीडियो को संचालिका ने कबूल लिया है। संचालिका ने वीडियो भी कबूल ली है और गर्भपात करना भी कबूल लिया है।...

Newswrap हिन्दुस्तान, बदायूंFri, 6 Nov 2020 03:03 AM
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बदायूं। हिन्दुस्तान संवाद

गर्भपात कराने के लिए दाम तय करने की वायरल वीडियो को संचालिका ने कबूल लिया है। संचालिका ने वीडियो भी कबूल ली है और गर्भपात करना भी कबूल लिया है। संचालिका ने यह भी अफसरों के मुंह पर कह दिया है कि महिला हो या युवती हो अगर हम गर्भपात नहीं करेंगे तो फिर यह कहा जायेंगे। छापामारी में गर्भपात का मामला सामने आने पर डीएम को रिपोर्ट सिटी मजिस्ट्रेट ने दी है।

गुरुवार की दोपहर को सिटी मजिस्ट्रेट अमित कुमार, स्वास्थ्य विभाग से नोडल अधिकारी पंजीकरण सेल डॉ. केके जौहरी, डॉ. कौशल गुप्ता ने सबसे पहले श्याम नगर पहुंचकर मिलेनियम अस्पताल पर छापा मारा। यहां दो युवतियां बैठी मिली, इसके अलावा कोई डॉक्टर और स्टाफ नहीं मिला। इसके बाद पनबड़िया अस्पताल पर छापा मारा, यहां लैब ऐसी जगह चल रही थी कि जो मानकों से बाहर थी। वहीं अल्ट्रासाउंड का कोई रिकार्ड नहीं था। इसके अलावा अस्पताल बदहाल मिला है। फिर सिटी मजिस्ट्रेट ने वीडियो संचालिका डॉ. स्वतंत्रवाला अग्रवाल, डॉ. रिश्म अग्रवाल को वीडियो दिखाई. जिसकी दोनों ने पुष्टी की उनकी वीडियो है। इससे साफ हो गया कि यहां गर्भपात होता है।

वीडियो में युवती के गर्भपात के 20, महिलाओं के 10 हजार लिये जाते हैं। वीडियो तो डॉक्टर ने कबूल लिया मगर रेट की बात पर निरीक्षण रिपोर्ट को रिसीव नहीं किया है। सिटी मजिस्ट्रेट ने गर्भपात का मामला सिद्ध करते हुये डीएम को रिपोर्ट दी है।

एक लाइसेंस पर दो-दो अस्पताल

सिटी मजिस्ट्रेट के छापा के दौरान साफ हो गया कि जिला अस्पताल में डॉक्टर रहने एवं अधिकारियों से पहुंच होने के का पूरा फायदा उठाया जा रहा है। सिटी मजिस्ट्रेट श्याम नगर अस्पताल भी गए और पनबड़िया अस्पताल पर भी छापा मारा। इस दौरान जांच पड़ताल में साफ हुआ कि एक लाइसेंस लिया है और दो-दो अस्पतालों में चिकित्सा व्यवसाय चल रहा है। गर्भपात भी हो रहे हैं।

सीएमओ की टीम ने तीन दिन एक्ट पढ़ाया, फिर छापा मारने पहुंचे

जिला अस्पताल तैनाती का डॉक्टर को स्वास्थ्य विभाग ने पूरा फायदा दिया है। वीडियो तो चार दिन पहले वायरल हुई, जिसके बाद मामला सीएमओ तक पहुंच गया था। मगर सीएमओ ने डॉक्टर परिवार को बचाने के लिए अपनी टीम से तीन दिन तक एक्ट पढ़वाया है। उसके बाद छापा मारने टीम को भेजा। टीम जैसा-जैसा इशारा करती गई वैसे-वैसे डॉक्टर मजिस्ट्रेट को एक्ट पढ़कर बताते गये ।

प्रथम दृष्टया वीडियो के आधार पर गर्भपात का मामला है। वीडियो को डॉक्टर ने कबूल लिया है, वीडियो हमारे पास है। मानक भी चेक कर लिये हैं, पूरी रिपोर्ट डीएम और सीएमओ को भेज रहे हैं। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर कार्रवाई की जायेगी।

डॉ. केके जौहरी, नोडल अधिकारी पंजीकरण सेल

डीएम के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग टीम के साथ छापा मारा था दोनों अस्पताल एक ही लाइसेंस पर चल रहे हैं, अस्पताल में डॉक्टर मौजूद नहीं थे, बिल्डिंग की बदहाली से अस्पताल चलने लायक नहीं हैं, अस्पताल में गर्भपात होते हैं, वीडियो अस्पताल की डॉक्टर ने कबूल लिया है उनकी वीडियो और युवती व महिलाओं के गर्भपात पर रेट फिक्सिंग की बात की है। रिपोर्ट डीएम को दे दी है, कार्रवाई की जायेगी।

अमित कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट

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