Bada Mangal 2025: ज्येष्ठ महीने का पहला बड़ा मंगल आज, जगह-जगह भंडारा; जानें क्यों होता है खास
ज्येष्ठ महीने के पहले मंगलवार 'बड़े मंगल' के मौके पर प्रयागराज के लेटे हुए हनुमान मंदिर, अयोध्या के हनुमानगढ़ी, लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, कानपुर, मेरठ, आगरा, बरेली सहित यूपी भर में बजरंग बली के मंदिरों में पूजा-अर्चना के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। जगह-जगह भंडारे का आयोजन किया गया है।

Bada Mangal 2025: हिंदू कैलेंडर के अनुसार ज्येष्ठ महीने के पहले मंगलवार 'बड़े मंगल' के अवसर पर प्रयागराज के लेटे हुए हनुमान मंदिर, अयोध्या के हनुमानगढ़ी, लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, कानपुर, मेरठ, आगरा, बरेली सहित प्रदेश भर में बजरंग बली के मंदिरों में पूजा-अर्चना के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। जगह-जगह भंडारे का आयोजन भी किया गया है। सनातन धर्म में बड़े मंगल को बहुत खास त्योहार माना जाता है। इस दिन हनुमान जी की उपासना की जाती है। खासतौर पर उत्तर भारत के हनुमान मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है।
ज्येष्ठ महीने के हर मंगलवार को "बड़ा मंगल" के रूप में मनाया जाता है। इसे बड़ा मंगल या बुढ़वा मंगल के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन हनुमान मंदिरों में जाकर भक्त विशेष रूप से पूजा-अर्चना करते हैं। साथ ही भंडारे और प्रसाद वितरण की भी परंपरा है।
हनुमान जी प्रसन्न होकर हर संकट से करते हैं दूर
माना जाता है कि ज्येष्ठ महीने के मंगलवार को पूजा-अर्चना करने से हनुमान जी शीघ्र ही प्रसन्न होते हैं। वह अपने भक्तों के सभी संकटों को दूर करते हैं। मान्यता है कि इस दिन श्रद्धा से हनुमान जी का पूजन करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। भक्तजन हनुमान जी को सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाते हैं जिसे विशेष पुण्यदायक माना जाता है। बड़ा मंगलवार शक्ति, साहस और ऊर्जा देने वाला माना जाता है।
गोरखपुर के पंडित बालबोध झा के मुताबिक यह ज्येष्ठ माह कृष्ण पक्ष में मंगलवार को किया जाता है। यह 13 मई से शुरू होगा और 10 जून तक जारी रहेगा। यानी 13 मई, 20 मई, 27 मई, 3 जून और 10 जून को बड़ा मंगल मनाया जाएगा। बड़ा मंगल के दिन ब्रह्ममुहूर्त में उठकर स्नान करें। महिलाएं लाल वस्त्र और पुरुष लाल या भगवा वस्त्र धारण कर सकते हैं। पूजा स्थान पर हनुमान जी का चित्र या मूर्ति स्थापित कर उन्हें लाल वस्त्र, लाल फूल, सिंदूर, चमेली का तेल, अक्षत आदि अर्पित करके षोडशोपचार (एक विस्तृत पूजन विधि जिसमें 16 प्रकार की वस्तुओं से अर्पण किया जाता है) विधि से पूजन करें। हनुमान चालीसा का पाठ करें। इसके साथ सुंदर कांड और बजरंग बाण का पाठ करना भी लाभदायी होता है।
हनुमान जी को लाल वस्त्र से अत्यधिक प्रेम है। इसलिए इस दिन लाल वस्त्र का दान गरीबों या ब्राह्रमण को करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। कुछ लोग बड़ा मंगल पर व्रत भी रखते हैं। व्रत में पूजा के बाद फलाहार ले सकते हैं। बड़े मंगलवार पर लोग बड़ी संख्या में लंगर-भंडारे का आयोजन करते हैं। लड्डू, पूड़ी, हलवा, फल आदि बांटे जाते हैं।