बांधो मुट्ठी, तानो मुट्ठी, अब असली संघर्ष, नौ में से सात सीटें हारने के बाद अखिलेश का क्या इशारा
उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में नौ में से सात सीटें हारने के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि अब तो असली संघर्ष शुरू हुआ है बांधो मुट्ठी, तानो मुट्ठी और पीडीए का करो उद्धोष जुड़ेंगे तो जीतेंगे। अखिलेश यादव ने इसके साथ ही भाजपा और योगी सरकार पर भी निशाना साधा।
उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में नौ में से सात सीटें हारने के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि अब तो असली संघर्ष शुरू हुआ है बांधो मुट्ठी, तानो मुट्ठी और पीडीए का करो उद्धोष जुड़ेंगे तो जीतेंगे। अखिलेश यादव ने इसके साथ ही भाजपा और योगी सरकार पर भी निशाना साधा। अखिलेश यादव ने वोटिंग के लिए सामने आए वीडियो और पुलिस वालों पर एक्शन की चर्चा करते हुए कहा कि ‘इलेक्शन’ को ‘करप्शन’ का पर्याय बनाने लों के हथकंडे तस्वीरों में क़ैद होकर दुनिया के सामने उजागर हो चुके हैं। दुनिया से लेकर देश और उत्तर प्रदेश ने इस उपचुनाव में चुनावी राजनीति का सबसे विकृत रूप देखा। असत्य का समय हो सकता है लेकिन युग नहीं।
गौरतलब है कि अखिलेश यादव नौ में से नौ सीटें जीतने का लगातार दावा कर रहे थे। इस दावे के पीछे की गणित भी अखिलेश समझा रहे थे। आरओ, एआरओ, यूपीपीसीएस परीक्षा को लेकर छात्रों के आंदोलन को अपने पक्ष में बताने की कोशिश भी की थी। अब नौ में से सात सीटों पर हारने के बाद अखिलेश यादव भाजपा नेताओं के निशाने पर हैं। सीएम योगी ने यहां तक कहा कि सपा के झूठ के खत्म होने का उद्घोषणा भी यह उपचुनाव है।
समाजवादी पार्टी को केवल कानपुर की सीसामऊ और मैनपुरी की करहल सीट पर जीत मिली है। सीसामऊ में इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी ने जीत हासिल की है। मैनपुरी की करहल सीट पर अखिलेश के भतीजे तेज प्रताप यादव ने जीत हासिल कर परिवार और पार्टी की इज्जत बचा ली है। हालांकि यहां पर भी जीत का अंतर काफी कम हो गया है। सपा यहां केवल 15 हजार वोटों से ही जीत सकी है।