गरीब पहुंचे मुफ्त राशन लेने, कोटेदार रहे नदारद
कफ्र्यू की वजह से हर कोई आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा। इसमें सबसे ज्यादा खराब स्थिति दिहाड़ी मजदूरों के परिवार की है। ऐसे में सरकार ने सभी कार्ड...
आजमगढ़। संवाददाता
कफ्र्यू की वजह से हर कोई आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा। इसमें सबसे ज्यादा खराब स्थिति दिहाड़ी मजदूरों के परिवार की है। ऐसे में सरकार ने सभी कार्ड धारकों और पात्र गरीबों को तीन माह तक मुफ्त में राशन और एक हजार रुपये खर्चा देने के निर्णय लेते हुए आदेश दिया है। शुक्रवार से राशन का वितरण होना था, लेकिन ज्यादातर कोटेदार गोदाम से राशन नहीं उठाए हैं। जो उठाएं हैं वह कम गल्ला लिया है और बांटने से परहेज कर रहा। टीम हिन्दुस्तान ने जिले के मेंहनगर, अजमतगढ़, मुबारकपुर, सरायमीर और सगड़ी क्षेत्र में गोदाम और कोटे की दुकानों का हाल जाना।
कोटेदारों ने 30 प्रतिशत ही राशन उठाया
सगड़ी। तहसील क्षेत्र के जीयनपुर विपणन केंद्र से कोटेदारों द्वारा पंचायत चुनाव और कई दिनों से हो रही बरसात की वजह से गरीब कल्याण योजना का खाद्यान्न महज 30 प्रतिशत ही उठाया है, क्योंकि यह राशन कार्ड धारकों को नि:शुल्क बांटना है। इसमें कोटेदारों की इनकम नहीं होगी। कोटेदारों ने पिछले माह का कोटे का खाद्यान्न उठाया और वितरण कर दिया। उस समय इन्हें आर्थिक तंगी नहीं थी, लेकिन बात गरीबों को नि:शुल्क राशन देने की आई तो कोटेदार राशन का उठान कम दिए। यही कारण है कि नि:शुल्क खाद्यान्न का वितरण भी धीमी गति से कर रहे हैं। जीयनपुर नगर पंचायत में कोटेदार जसवंत राम द्वारा दो दिन मात्र 630 पात्रों को राशन दिया है।
सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ाई जा रही थी धज्जियां
मुबारकपुर। पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत शुक्रवार को गरीबों को मुफ्त में राशन कोटेदार की तरफ से दिया जा रहा था। इस दौरान लोगों की इतनी भीड़ जुटी थी कि कोरोना प्रोटोकाल का जमकर मजाक उड़ाया गया। लोग एक दूसरे से सटकर खड़े थे। इन्हें कोई रोकने-टोकने वाला नहीं था। नगर पालिका परिषद में कुल 28 राशन की दुकानें हैं। राशन की दुकानों पर राशन वितरण के दौरान कोरोना संक्रमण को लेकर लापरवाही बरती जा रही है। ई-पाश मशीन पर उपभोक्ता बिना सेनेटाइज कराए अंगूठा लगाया जा रहा था। राशन के वितरण के लिए लगाए गए नोडल अधिकारी गायब दिखे। ग्रामीण अंचलो में अधिकांश गांवो के कोटेदार अभी तक गोदाम से राशन की उठान नही किये है।
58 कोटेदारों ने नहीं किया राशन का उठान
लाटघाट। सरकार की तरफ से गरीबों को प्रति यूनिट पांच किलो राशन दिया जा रहा। यह आदेश स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दी है। विकास खंड हरैया के 25 ग्राम सभाओं में कुल 98 सस्ते गल्ले राशन की दुकान है। जहां 140,000 यूनिट है। इस संबंध में जब सप्लाई स्वेटर बिजय साहनी से पूछा गया तो बताया कि 98 दुकानदारों में से 40 दुकानदार राशन की उठान किए है। बाकी के 58 दुकानदारों की दुकान का उठान नहीं किया है। चार गांव पर बनकटा, चिलबिली, इसरापार, चांदपट्टी, में राशन वितरण हो रहा होगा। जबकी राशन वितरण की सूचना कही नहीं है। अजमतगढ़ ब्लाक के 103 ग्राम सभा हैं। वहां भी वितरण नहीं हो रहा है। लोग परेशान हैं।
दरवाजे पर बुलाकर कोटेदार ने नहीं बांटा राशन
्रसरायमीर। क्षेत्र के खरेवां गांव में हरिशंकर के नाम से सरकारी सस्ते गल्ले राशन की दुकान एलॉट की गई है। जिसमें शुक्त्रवार को सुबह से ही राशन वितरण करना था, लेकिन कोटेदार की लापरवाही कि वजह राशन वितरण का कार्य देरी से किया गया। बार-बार मशीन चार्ज न होने की बात कही जाती थी। राशन के लिए ग्रामीणों की सुबह से भीड़ लगी थी। जिसमें कोटेदार द्वारा दो गज की दूरी के लिए गोला नही बनाया गया था और न सेनिटाइज़र व साबुन की वेवस्था की गई थी। पब्लिक में किसी ने भी मास्क नही लगाया था और शोसल डिस्टेंसिग की धज्जियां भी उड़ाई गई। दोपहर को सप्लाई इंस्पेक्टर संजय सिंह भी पहंुचे, लेकिन उनका भी कोई असर नही हुआ।
सस्ते गल्ले की दुकानों पर ताला, गरीबों में मायूसी
मेंहनगर। तहसील क्षेत्र में सस्ते गल्ले की ज्यादातर दुकानों पर ताला लटका हुआ था। जबकि राशन लेने के लिए कार्ड धारक दुकान पर पहुंचे हुए थे। कोरोना काल में हर कोई आर्थिक संकट से जूझ रही है। ऐसे में सरकार की तरफ से गरीबों को मुफ्त में राशन देने की योजना शुरू की गई है। लेकिन मेंहनगर तहसील क्षेत्र के कोटेदार गरीबों की मदद को लेकर उदासिन बने हुए हैं। सरकारी गल्ले की ज्यादातर दुकानों पर ताला बंद होने से कार्ड धारकों को काफी परेशानी हुई। उन्हें खाली हाथ लौट जाना पड़ा। रोस्टर व बारिश के कारण अधिकांश कोटेदार मुफ्त वितरित किए जाने वाले राशन का उठान गोदामों से नहीं कर सके। 110 कोटेदार के सापेक्ष बुधवार तक महज 49 ने ही गोदाम से राशन का उठान किया है।
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