लापरवाही :पशुओं को नहीं मिला रहा पौष्टिक आहार
जिले में बने पशु आश्रय स्थल में रखे गए पशुओं की देख्ररेख में जिम्मेदार लापरवाही बरत रहे हैं। जिसके कारण पशु कमजोर होकर मर रहे हैं। पशुओं को...
आजमगढ़। संवाददाता
जिले में बने पशु आश्रय स्थल में रखे गए पशुओं की देख्ररेख में जिम्मेदार लापरवाही बरत रहे हैं। जिसके कारण पशु कमजोर होकर मर रहे हैं। पशुओं को पौष्टिक आहार नसीब नहीं हो रहा है। केवल भूसा के सहारे पशुओं का दिन कट रहा है। टीम हिन्दुस्तान ने शनिवार को जिले के शाहगढ़, लाटघाट, फूलपुर, अहरौला व मुबारकपुर पशु आश्रय स्थल का हाल जाना। जिसमें पशुओं की देखभाल में भारी कमियां उजागर हुई।
दो शिफ्टों में कर्मचारी करते हैं देखभाल
शाहगढ। सठियांव ब्लाक का अकेला कान्हा गोवंश आश्रय स्थल है । जिसमें कुल 28 पशु रखे गए हैं। जिसकी देझरेख करने के लिए सफाई कर्मचारी लगाए गए हैं। यह लोग दो पाली में ड्यूटी करते हैं। पशु आश्रय स्थल मूल भूत सुविधाओं से वंचित है। सभी पशुओं का पशु विभाग द्वारा टीका लगाया गया है। पशुओं के मुंह से हरा चारा गायब है, केवल भूसा दिया जा रहा हैं। पशुओं को नहलाने के लिए तालाब की व्यवस्था नहीं है। बाउंड्री की घेराबंदी नहीं की गई हैं। कभी कभार पशु चिकित्सक यहां आते हैं।
पशुओं को ठीक से नहीं दिया जाता आहार
लाटघाट। अजमतगढ़ ब्लाक के गौशाला पारनकुण्डा में कुल 87 पशु हैं। पशुओं की हालत ठीक नहीं है। पशुओं को पर्याप्त मात्रा आहार नहीं दिए जाने के कारण पशु शारीरिक रूप से काफी कमजोर हो गए हैं। वहीं, दो पशु गंभीर रूप से बीमार हैं। देखभाल ठीक प्रकार से नहीं होने के कारण आए दिन पशु मर रहे हैं। पशु चिकित्सा अधिकारी अजमतगढ़ दुर्गाराम मौर्य ने बताया कि कोविड 19 में हरैया ब्लाक में ड्यूटी लगी है। हमारे दो कर्मचारी रामरतन फार्मासिस्ट कपुर चपरासी वहां जाकर पशुओं को दवा इलाज करते हैं।
आहार देते नहीं, टीका जरूर लगवाते हैं
फूलपुर। क्षेत्र के मनारा गांव गौ आश्रय में कुल 46 गायें हैं। जिसकी देखभाल के लिए तीन सफाईकर्मी तैनात रहते हैं। पीआरडी की तैनाती पिछले तीन महीनों से नहीं है। 15 दिन से सिर्फ पशुओं कोको भूसा खिलाया जा रहा है। दाना खत्म हो गया है। गायों को लू से बचाने के लिए चारो तरफ से प्लास्टिक लगाया गया है। पशुओं को नहलाने का आदि की समुचित की गई है। पशुओं का समय समय से टीकाकरण कराया जाता है।
गोआश्रय स्थल पर 22 पशुओं में चार बीमार
अहरौला। ब्लाक के बस्ती भुजबल में बना पशुआश्रय स्थल पर कागजों पर 44 पशु नामांकित है, लेकिन मौके पर 22 पशु पाया गया। इनमें चार पशु बीमार चल रहे हैं। पशुओं को भूसा व चोकर दिया जा रहा है। उनको चारा नसीब है। पशुओं की देखभाल के लिए तीन सफाईकर्मी तैनात किए हैं। मगर पर्याप्त मात्रा में आहार नहीं दिया जा रहा है। बीमार पशुओं को डा.धमेन्द्र कुमार द्वारा इलाज किया जा रहा है। सेक्रेटरी वीरेन्द्र यादव ने बताया कि पशुओं को पौष्टिक आहार दिया जा रहा है। उनका स्वास्थ्य परीक्षण करवाया जाता है।
पशुओं का किया जाता स्वास्थ्य परीक्षण
मुबारकपुर। नगर के रोडवेज स्थित पानी टंकी पर पशु आश्रय बनाया गया है। इसमें कुल 29 पशु रखे गए है। उन्हे खाने के लिए भूसा के साथ ही चोकर दिया जा रहा है। वही नगर से घरो से निकलने वाले सब्जी, सब्जियों के छिल्के आदि सफाईकर्मी एकत्रित करके पशुओं को दिया जाता है। इसके अलावा हरा चारा दिया जा रहा है। ईओ राजपति वैश ने बताया कि पशुओं की देखभाल के लिए तीन कर्मचारी रखे गए है। उन्हें दोनों समय आहार दिया जाता है। प्रति दिन पशुओं की स्वास्थ्य की जांच की जाती है।
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