हाल ए गांव : करौती में 25 दिन में 11 लोगों की मौत, दहशत का माहौल
स्थानीय ब्लाक के करौती गांव में 25 दिनो में 11 लोगों की मौत होने से गांव में सन्नाटा है। पंचायत चुनाव के बाद शुरू हुआ मौत का दौर रुकने का नाम नहीं...
मेंहनगर। हिन्दुस्तान संवाद
स्थानीय ब्लाक के करौती गांव में 25 दिनो में 11 लोगों की मौत होने से गांव में सन्नाटा है। पंचायत चुनाव के बाद शुरू हुआ मौत का दौर रुकने का नाम नहीं ले रहा है। सर्दी, खांसी, बुखार से ग्रसित होकर मरने वालो में कई युवा भी शामिल रहे है। गांव में 25 दिन में हुई मौतो से लोग दहशत में है। कोरोना संक्रमण से खौफ खाए लोग अब पूरी तरह से बच बचाकर कर रहे हैं। गांव के लोग वृद्ध लोगों का अधिक देख रेख कर रहे हैं।
करौती गांव में पंचायत चुनाव के बाद लोगों में संक्रमण तेजी से फैला था। करीब पूरे गांव के लोग सर्दी, खांसी, बुखार से पीड़ित हो गए थे। इसे दौरा 21 वर्षीय एक युवती व 30 वर्षीय एक युवक की मौत हो गई। युवाओं की मौत से गांव के लोग दहशत में हो गए थे। इसके बाद पांच वृद्ध व चार अधेड़ की मौत हो गई। 25 दिन में 11 लोगों की मौत ने लोगों को झकझोर दिया। गांव के लोग एक दूसरे के घर आने जाने से परहेज करने लगे। मेंहनगर तहसील से एक किलोमीटर व ब्लाक से तीन किलोमीटर दूरी पर गांव स्थित है। गांव की आबादी करीब सात हजार है। ग्राम पंचायत चुनाव के दौरान जम कर लोगों ने प्रचार किया। गांव में लोगों यहा दिन रात आन-जाना था। जिससे गांव में संक्रमण और तेजी से फैल गया। 25 दिनो में हुई मौत मे दो युवा, चार अधेड़ व पांच वृद्ध थे। असमय इनते लोगों की मौत से गांव में भय व दहशत का माहौल है। असामयिक मृत्यु होने से गांव में सन्नाटा के साथ मायूसी छायी हुई है।
आक्सीजन न मिलने प्रकाश हुई मौत
करौती गांव निवासी प्रकाश बुखार सर्दी खांसी से पीड़ित हुआ। दूसरे दिन ही उसे सांस लेने में परेशानी होने लगी। परिवार के लोग उसका स्थानीय उपचार कर रहा रहे थे। हालत विगड़ती चली गई। उसे लेकर निजी अस्पताल पहुंचे। समय से आक्सीजन उपलब्ध न होने से उसकी मौत हो गई। इसके साथ ही सर्वरी व फूलवती की शहर के एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। भागीरथी का मेंहनगर के एक निजी अस्पताल में उचार चल रहा था। जिसकी मौत हो गई थी।
गांव का हुआ सेनिटइजेशन
करौती गांव में 25 दिनो में 11 लोगों की मौत से लोग दहशत में थे। संक्रमण से बचाव के लिए खंड विकास अधिकारी सन्तोष नरायन गुप्ता के निर्देशन गांव का सेनिटइजेशन किया गया। इसके साथ ही अभियान चला कर साफ सफाई कराई गई। ब्लाक से गांव करीब तीन किलोमीटर दूर है। गांव के लोग मेंहनगर ब्लाक से स्वस्थ सुविधा का लाभ लेते है। गांव में संक्रमण फैलने के बाद लोगों ने ब्लाक को सूचित किया था। लेकिन समय से लोगों को उपचार नहीं मिला।
सफाई पर दिया जा रहा ध्यान
गांव में 25 दिन में 11 लोगों की मौत के बाद गांव में सफाई का ध्यान दिया जा रहा है। एसडीएम मेंहनगर के निर्देशन में गांव में डोर टू डोर स्वास्थ्य विभाग की टीम संक्रमण की जांच कर लोगों को दवा दी। इसके बाद सेनिटाइजेशन कराया गया। गांव कि नव निर्वाचित महिला प्रधान रिंकू चतुर्वेदी ने बताया कि गांव में सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। गांव के लोगों ने मुझपर भरोसा जताया है। इस मुस्किल घड़ी में गांव के लोगों की सेवा करनी है।
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