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मरीज की मौत पर मंडलीय अस्पताल परिसर में हंगामा

आजमगढ़ में मंडलीय अस्पताल परिसर में एक मरीज की मौत पर परिजनों ने हंगामा किया। कैंसर पीड़ित धर्मसेन सिंह को निजी एंबुलेंस से लाया गया था, लेकिन रास्ते में ऑक्सीजन खत्म होने का आरोप लगाया गया। पुलिस ने...

Newswrap हिन्दुस्तान, आजमगढ़Sun, 24 Nov 2024 12:34 AM
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आजमगढ़, संवाददाता। मंडलीय अस्पताल परिसर में शनिवार की शाम को मरीज की मौत पर परिजनों ने हंगाम कर दिया। निजी एंबुलेंस चालक पर लापरवाही का आरोप लगा रहे थे। वारणसी से कैंसर पीड़ित को लेकर निजी एंबुलेंस मंडलीय अस्पताल पहुंची थी। डॉक्टर ने पीड़िता को मृत घोषित कर दिया। पुलिस के पहुंचने पर मामला शांत हुआ। तहबरपुर थाना क्षेत्र के रैसिंहपुर गांव निवासी 55 वर्षीय धर्मसेन सिंह कैंसर से पीड़ित थे। लगभग 8 दिनों से उनका वाराणसी के सुंदरपुर स्थित टाटा हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। डॉक्टर ने मरीज की हालत देखकर घर के पास उपचार करने की सलाह देते हुए रेफर कर दिया था। परिजन पास में खड़े एक निजी एंबुलेंस चालक राजू यादव निवासी सुंदरपुर राजेंद्र विहार कॉलोनी वाराणसी से आजमगढ़ आने का पांच हजार रुपये में भाड़ा तय कर लिया। कैंसर हॉस्पिटल के डॉक्टर ने चेतावनी दी थी कि ऑक्सीजन की कमी न होने पाए, वरना मरीज की जान जा सकती है। परिजनों ने आरोप लगाया कि एंबुलेंस चालक को भी बताया गया था। एंबुलेंस से मरीज को लेकर मंडलीय अस्पताल के लिए परिजन चल दिए। शनिवार की शाम को मरीज लेकर परिजन मंडलीय अस्पताल पहुंचे तो उसकी मौत हो चुकी थी। आरोप लगाया कि बीच रास्ते में ही एंबुलेंस में लगे ऑक्सीजन खत्म हो गए, जिसके कारण मरीज की मौत हो गई। इसके बाद जमकर हंगामा हुआ और कहां सुनी के दौरान मारपीट भी होने लगी। इतने में बलरामपुर चौकी प्रभारी देवेंद्र नाथ दूबे ने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर बीच बचाव कर कार्रवाई का आश्वासन देते हुए मामला शांत कराया।

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