रामायण विश्वविद्यालय में कलश स्थापना के साथ श्री राम तारक यज्ञ का शुभारम्भ
Ayodhya News - महर्षि महेश योगी रामायण विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय श्री राम तारक यज्ञ का शुभारंभ हुआ। यज्ञ में 251 ब्राह्मणों ने राम रक्षा स्तोत्र का पाठ किया। डॉ. कुमार विश्वास ने रामकथा का शुभारम्भ किया। श्रीराम...
अयोध्या। महर्षि महेश योगी रामायण विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय श्री राम तारक यज्ञ का शुभारंभ कलश स्थापना के साथ हो गया। यज्ञ की शुरुआत यज्ञाचार्य सतीश चंद्र शास्त्री ने 21 ब्राह्मणों के साथ वैदिक मंत्रोच्चार करते हुए की। इसके साथ ही 251 ब्राह्मणों ने सामूहिक रूप से राम रक्षा स्तोत्र का पाठ किया। इस राम तारक यज्ञ में मुख्य यजमान के रूप में महर्षि रामायण विद्यापीठ ट्रस्ट के कुलाधिपति अजय प्रकाश श्रीवास्तव उनकी पत्नी निशी श्रीवास्तव व पुत्र आलोक उपस्थित रहे। यज्ञ के दौरान राम तारक यज्ञ में देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना कर आहुति दी गई। इस दौरान तिवारी मंदिर पीठाधीश्वर व महापौर गिरीशपति त्रिपाठी, श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, उपाध्यक्ष राहुल, ट्रस्टी पंकज शर्मा व देश-विदेश के अन्य गणमान्य व्यक्ति आयोजन में सम्मिलित हुए।
डॉ. कुमार विश्वास ने किया रामकथा का शुभारम्भ:
उधर महर्षि महेश योगी के 108 वीं जयंती समारोह के अवसर पर यहां अपने -अपने राम शीर्षक पर आधारित रामकथा के लिए पहुंचे देश के प्रख्यात कवि डा कुमार विश्वास ने सबसे पहले रामलला का दर्शन पूजन किया। इस दौरान उनका स्वागत तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपतराय ने किया और शनिवार को रामलला के प्रतिष्ठा द्वादशी में सम्मिलित होने का निमंत्रण भी दिया। इस निमंत्रण को स्वीकार कर डा. कुमार ने यहां काव्य पाठ करने की स्वीकृति दी। यह जानकारी डा.विश्वास ने मीडिया से भी साझा की। उन्होंने राष्ट्र कवि मैथिलीशरण गुप्त को याद करते हुए कहा कि रामजी पर जो कुछ लिखेगा वह कवि बन जाएगा। उन्होंने कहा कि दुनिया की सबसे पहली कविता रामजी पर महर्षि वाल्मीकि ने की थी। पुनः गोस्वामी तुलसीदास जी ने की। उन्होंने कहा कि रामलला के भव्य दिव्य मंदिर का निर्माण उसी भावना के अनुरूप हो रहा है जिसकी परिकल्पना रामभक्तों ने संजोई थी। उन्होंने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे यहां आने का अवसर मिला। वहीं उन्होंने रामायण विश्वविद्यालय में रामकथा का शुभारम्भ किया। इस मौके पर उन्होंने महर्षि महेश योगी को नमन किया। उन्होंने कहा कि महर्षि महेश योगी जी एक दूरदर्शी संत थे, जिनकी सोच और दृष्टि ने विश्व में भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता का प्रचार-प्रसार किया। उनके जैसा महान व्यक्तित्व इस दुनिया में बहुत कम ही देखने को मिलता है।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने सोशल मीडिया में साझा की मंदिर निर्माण की तस्वीरें
अयोध्या। रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के पहली वर्षगांठ पर आयोजित प्रतिष्ठा द्वादशी महोत्सव के मध्य राम मंदिर निर्माण में हुई प्रगति से आम श्रद्धालुओं को अवगत कराने के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने सोशल मीडिया में अद्यतन स्थिति की तस्वीरें साझा की है। इन तस्वीरों में राम मंदिर के शिखर के निर्माण को दर्शाया गया है जो कि शनै: शनै: आकार ग्रहण कर रहा है। इसके साथ ही राम मंदिर के भूतल, प्रथम व द्वितीय तल के निर्माण की प्रगति को दर्शाने वाली तस्वीरों को भी साझा किया गया है।
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