सरयू नदी का जलस्तर घटा, खतरे के निशान से 31 सेमी ऊपर
अयोध्या में सरयू नदी का जलस्तर घट रहा है, लेकिन बाढ़ की समस्याएँ बढ़ रही हैं। केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार, जलस्तर 93.060 मीटर तक स्थिर है, जबकि खतरे का निशान 92.730 मीटर है। कई क्षेत्रों में फसलों को...
अयोध्या। सरयू नदी का विकराल रूप धीरे-धीरे शांत हो रहा है और नदी के जलस्तर में भी घटोत्तरी दर्ज की जा रही है। बावजूद इसके समस्या कम होने के बजाय बढ़ गयी है। केन्द्रीय जल आयोग से मिली रिपोर्ट के अनुसार नदी का जलस्तर 93.060 मीटर पर सायं छह बजे तक स्थिर रहा जो कि खतरे के निशान 92.730 मीटर से 33 सेमी ऊपर था। अनुमान है कि अगले 24 घंटे में जलस्तर अधिक नीचे खिसक जाएगा। इस बीच सिंचाई विभाग के बाढ़ कार्य खंड के सहायक अभियंता संदीप कुमार ने बताया कि कतर्नियाघाट व एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी के जलस्तर में शनै: शनै: कमी आ रही है। उन्होंने बताया कि कतर्नियाघाट पर नदी का जलस्तर सुबह आठ बजे 135.25 मीटर पर था। इसी तरह एल्गिन ब्रिज पर नदी का जलस्तर 106.436 मीटर मापा गया। उन्होंने बताया कि यह घटने का ट्रेंड है जिसके चलते अयोध्या में भी सरयू नदी के जलस्तर में कमी होने का अनुमान लगाया गया है। कंधरपुर राजघाट मांझी टोला के निवासियों ने बताया कि सरयू नदी का जलस्तर में अचानक बढ़ने से मांझा जमथरा क्षेत्र में हजारों एकड़ सब्जियों की फसल जलमग्न होकर नष्ट हो गयी। इसके कारण बड़ा नुकसान उठाना पड़ा। इसी तरह से बाढ़ का पानी रेलवे पुल के नीचे भी उतरने लगा है लेकिन यहां दलदल के कारण आवागमन पूरी तरह से ठप है। इसके चलते शवों का अंतिम संस्कार बैकुंठ धाम में ही हो रहा है। यहां स्थानाभाव के कारण मारामारी की स्थिति बनी हुई है। फटिक शिला आश्रम व मधुकरिया संतों के आश्रम में भी पानी कम हुआ लेकिन संक्रामक बीमारियों ने पैर फैला दिया है और यहां संत जन वायरल की चपेट में आ गए हैं।
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