बिजली के निजीकरण के विरोध में विद्युतकर्मियों का प्रदर्शन जारी
Ayodhya News - अयोध्या में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के तहत कर्मचारी निजीकरण के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। यह 89वां दिन है जब बिजली कर्मी मुख्य अभियंता कार्यालय के बाहर विरोध सभा कर रहे हैं। रघुवंश...

अयोध्या। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति की ओर से चलाए जा रहे आंदोलन के तहत अयोध्या जनपद मुख्यालय पर भी विद्युतकर्मी निजीकरण के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। सोमवार को भी मुख्य अभियंता कार्यालय पर विद्युतकर्मी प्रदर्शन करते रहे। सोमवार को लगातार 89वें दिन बिजली कर्मियों ने जनपद मुख्यालय पर विरोध सभा की। विरोध प्रदर्शन के दौरान विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के जिला संयोजक रघुवंश मिश्र ने कहा कि विकसित भारत के लिए बिजली का निजीकरण नहीं अपितु सार्वजनिक क्षेत्र में बिजली उद्योग को रखा जाना प्राथमिक आवश्यकता है। क्योंकि निजी क्षेत्र के लिए बिजली एक व्यापार है और सार्वजनिक क्षेत्र के लिए बिजली एक सेवा है।आगरा में टोरेंट कंपनी का प्रयोग इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है। उन्होंने कहा कि सदन के वर्तमान सत्र में बिजली व्यवस्था में लगातार हो रहे सुधार की मुक्तकंठ से प्रशंसा हर स्तर से हो रही है और भारत सरकार द्वारा जारी की गई विद्युत वितरण कंपनियों की रेटिंग की रिपोर्ट में बताया गया है कि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम में लगातार सुधार हो रहा है। उत्तर प्रदेश में आरडीएसएस स्कीम के अंतर्गत विद्युत वितरण निगमों का नेटवर्क सुधारने के लिए हजारों करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं । इससे हो रहे सुधार और बिजली कर्मियों के परिश्रम का परिणाम है कि विद्युत वितरण निगम लगातार सुधार की ओर बढ़ रहे हैं फिर इन सब परिणामों के बावजूद निजीकरण क्यों हो रहा है। इस अवसर पर जय गोविंद बबलू, के एन सिंह, विजय प्रताप, संजय सिंह, जय गोविंद, सुशील मौर्य, अंकुर यादव, अजय सोनकर, एरसाद अली, सुरेश सिंह सहित अन्य विद्युतकर्मी मौजूद रहे।
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