ओवरब्रिज के दोनो ओर बने पिलर राहगीरों के लिए बने खतरा
Ayodhya News - रुदौली में राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगे दो पिलर राहगीरों के लिए जानलेवा बन गए हैं। पिछले वर्ष आई आंधी में टूटे बोर्ड के कारण पिलर रास्ते में आ गए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि इन पिलरों को तुरंत...
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रौजागांव,संवाददाता। रुदौली कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे लगे दो पिलर जान लेवा साबित हो रहे है। रुदौली कोतवाली क्षेत्र के राष्ट्रीय राजमार्ग से अयोध्या से लखनऊ व लखनऊ से अयोध्या जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर भेलसर चौराहा पर बने ओवरब्रिज के पश्चिम एनएचआई विभाग द्वारा एक बड़ा बोर्ड लगाया गया था, जो ढेड़ वर्ष पूर्व आई तेज आंधी में गिरकर दोनो साइड का बोर्ड टूट कर गिर गया था। तब से एनएचआई विभाग की लापरवाही के कारण बोर्ड में नटबोल्ट टाइट करने वाला पिलर उसी तरह पड़ा था। इस समय एनएचआई विभाग द्वारा भेलसर ओवरब्रिज के दोनों साइड में बने डिवाइडर को तोड़कर सड़क चौड़ीकरण व नाला निर्माण का कार्य चल रहा है। जिससे टूटे बोर्ड का पिलर रोड के चौड़ीकरण के कारण रास्ते में आ गया हैं, जिससे दोनों साइडों से निकलने वाले राहगीरों खासकर दो पहिया, चार पहिया वाहन व गन्ना से लदी ट्रैक्टर ट्रालियां चालकों के लिए पिलर हमेशा खतरा बना रहता है।
राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों ओर बनाई गई सेफ्टी वाल (दीवार) के बन जाने से पिलर अब बाहर सर्विस रोड पर आ गया हैं, जो पहले की तरह से अभी भी उसी तरह लगा हुआ है। इस पिलर के रास्ते में होने से राहगीरों के लिए जान का खतरा बना हुआ है। विभाग की ओर से दुर्घटना से बचने के लिए कोई संकेतान चिन्ह भी नहीं लगाया गया हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर विभाग ने इस पिलर को शीघ्र ही नहीं हटवाया तो इससे किसी भी समय कोई बड़ी दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता है।
दूसरी ओर इस समय बहुत ही तेजी के साथ नाला निर्माण का कार्य भी चल रहा हैं। इस पिलर से टकराकर कई बाइक सवार व राहगीर घायल भी हो चुके हैं। वही राहगीरों का कहना कि इस समय बलरामपुर रौजागांव चीनी मिल चालू हैं। बहुत ही तेजके साथ किसान अपना गन्ना ट्रैक्टर ट्राली पर लादकर इसी मार्ग से होकर निकल रहे है। जब उसी जगह पर डबल वाहन एक साथ ओवरटेक करते है तो ट्रालियां उसी में टकरा जाती हैं, जिससे चालकों को काफी दिक्कतें उठानी पड़ती हैं और मौके पर जाम भी लग जाता हैं। गन्ना किसानों को सबसे ज्यादा दिक्कत रात में उठानी पड़ती हैं। रात के समय में पिलर दिखाई नही पड़ता हैं। जब अचानक करीब पहुचने पर पिलर देख चालकों को तेज ब्रेक लगाना पड़ता है, जिससे किसी भी समय कोई भी घटना घट सकती हैं। किसानों की ट्रैक्टर ट्रालियां, बाइक सवारों व राहगीरो को इस समय पड़ रही ठंड में गिरने वाले कोहरे को देखते हुए अगर शीघ्र ही पिलर नहीं हटवाया गया तो यह पिलर खतरनाक साबित हो सकता है। इसे लेकर क्षेत्रीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
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