घटने लगा सरयू का जलस्तर, लाल निशान से तीन सेमी ऊपर
अयोध्या में सरयू नदी का जलस्तर धीरे-धीरे घट रहा है, लेकिन मांझा क्षेत्र के निवासियों के लिए संकट बरकरार है। संक्रामक बीमारियों का प्रसार हो रहा है, जिससे अस्पतालों में मरीजों की लंबी कतारें लग रही...
अयोध्या। रामनगरी में सरयू का रौद्र रूप अब लगभग पूरी तरह से शांत पड़ गया है लेकिन मांझा क्षेत्रवासियों का संकट बरकरार है। इस बीच संक्रामक बीमारियों का विस्तार रोज पकड़ चुका है और पीड़ितों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसके कारण राजकीय श्रीराम अस्पताल समेत दर्शन नगर स्थित मेडिकल कालेज में मरीजों की लंबी कतार लग रही है। उधर केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक नदी का जलस्तर रुक-रुक नीचे खिसक रहा है। बताया गया कि नदी का जलस्तर अपराह्न चार बजे 92.800 मीटर पर मापा गया लेकिन सायं छह बजे के बाद जलस्तर में तीन -तीन सेमी प्रति घंटा की दर से जलस्तर घटने लगा। सिंचाई विभाग के बाढ़ कार्य खंड के सहायक अभियंता संदीप कुमार ने बताया कि सायं छह बजे नदी का जलस्तर 92.760 मीटर पर पहुंच गया था जो कि खतरे के निशान 92.730 मीटर से महज तीन सेमी ऊपर रह गया है। उन्होंने जानकारी दी कि कतर्नियाघाट व एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी के जलस्तर में भी अपेक्षाकृत भारी कमी आई है। बताया गया कि कतर्नियाघाट पर जलस्तर सुबह आठ बजे 135.05 मीटर पर था जो कि एक दिन पहले की अपेक्षा 20 सेमी कम मापा गया। इसी तरह से एल्गिन ब्रिज पर भी जलस्तर 106. 156 मीटर पर था जो कि एक दिन पहले की अपेक्षा 28 सेमी कम रहा। उन्होंने बताया कि अनुमान है कि शुक्रवार की सुबह तक जलस्तर खतरे के निशान से भी नीचे पहुंच जाएगा। उन्होंने बताया कि नदी जलस्तर कम होने से पानी नदी के बेड पर अब पहुंचा है, ऐसी स्थिति में कटान तो लगेगी लेकिन अयोध्या -बिल्वहरि घाट तटबंध पर कोई खतरा नहीं है और तटबंध पूरी तरह से सुरक्षित है।
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