बोले अयोध्या:नशे के लिए सारे नियम तार-तार
Ayodhya News - नशा बना नासूर बोले अयोध्या शराब की दुकानें अयोध्या बोले नंबर गेम कुल
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नशा बना नासूर बोले अयोध्या शराब की दुकानें
अयोध्या बोले
नंबर गेम
कुल दुकान 400
शहरी क्षेत्र 71
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समस्या
*शराब और बीयर की दुकानों का चौक-चौराहे के पास होना
* ठेके के बाहर ही गाड़ियों और लोगों का मजमा लगना
* ठेके के आसपास चखना की दुकानों की भीड़ लग जाना
* मॉडल शॉप और ठेके की दुकानों के पास पार्किंग न होना
* निरोधात्मक कार्रवाई में लापरवाही
सुझाव
*आबकारी विभाग की दुकानों को सुनसान इलाके में व्यवस्थित किया जाए
* मॉडल शॉप अथवा ठेके के सामने वाहनों को खड़ा करने से रोका जाए
* खुलेआम सड़क किनारे शराब के सेवन पर रोक लगाई जाए
* लाइसेंस के साथ पार्किंग सुविधा उपलब्ध होने की शर्त जोड़ी जाए
* नियम-कायदे का अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो
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अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं का यह प्रमुख मार्ग है। यहां की पहचान चूड़ामणि चौराहे और पौराणिक दुर्भर कुंड से है। शराब ठेके और यहां लगने वाली भीड़ से पौराणिक स्थल की महत्ता क्षीण हो रही है साथ श्रद्धालुओं को समस्या होती है। बुधवार और शनिवार को लगने वाली साप्ताहिक बाजार को दिक्कत और बढ़ जाती है।
-डॉ संत लाल करुण पूर्व प्रधानाचार्य केंद्रीय विद्यालय
चौराहे के पास ही प्राचीन जीयनपुर कबीर मंदिर है। देश के विभिन्न प्रांतो से श्रद्धालु यहां अपनी आस्था निवेदित करने आते हैं। शाम होते ही चूड़ामणि चौराहे के पास शराब के शौकीनों की सड़क किनारे महफिल सज जाती है जो आम लोगों के साथ श्रद्धालुओं के लिए समस्या बनी हुई है।
-उमाशंकर दास
-महंत कबीर मंदिर जीयनपुर
चौराहे के पास शराब पीने के बाद सिगरेट का दाम देने को लेकर गंभीर हमला किया गया अभी भी हाथ का फैक्चर ठीक नहीं हुआ है। आए दिन नशे में आने के बाद लोग 5 सिगरेट का दाम देने में विवाद करते हैं। नशेड़ियों के चलते धंधा करना मुश्किल हो गया है।
-कमाल खान पान विक्रेता
शाम को लोगों के घर वापस आने तथा बाजार में खरीददारी का समय होता है और इसी दौरान ठेकों के आसपास मुख्य मार्ग पर भीड़ जमा हो जाती है।
अब तो लोगों सड़क पर ही गाडी खड़ी कर खुलेआम शराब पीने लगे हैं, जिससे जाम लग जाता है। यह समस्या देवकाली बाईपास से लेकर अन्य इलाकों में भी है। लोगों का शौक है तो पियें, लेकिन दूसरों की भावना और सुविधा का भी ख्याल होना चाहिए।
-मिलन दूबे गृहिणी देवकाली
शाम को चाहे बच्चों को कोचिंग ले जाना हो अथवा लाना। या फिर चौराहे से सब्जी लाने जाना हो। पियक्क्ड़ों की भीड़ के कारण चौराहे जाने में असुविधा होती है। अमूमन निकलने से बचतें हैं लेकिन बच्चों को पढ़ाना और खाना-पीना है,इसलिए मजबूरी में आना-जाना पड़ता है।
-सुनीता दुबे गृहिणी
दिन में तो ठीक रहता है लेकिन शाम को चाहे घर से गाड़ी लेकर निकलना हो अथवा शहर से वापस लौटना। गली के मुहाने से ही जाम से दो-चार होना पड़ता है। रास्ते में गाड़ी खड़ी करने वाले लोग कुछ बोलने पर गाली-गलौच और विवाद पर उतारू हो जाते हैं। आखिर उनसे भिड़े कौन।
-सौरभ पांडेय रामनगर
चूड़ामणि चौराहे के रास्ते ही शाम को कनक भवन, क्षीरेश्वर नाथ और हनुमानगढ़ नित्य दर्शन के लिए आना-जाना होता है। शाम होते ही मुख्य मार्ग पर शराब के शौकीनों की भीड़ एकत्र हो जाती है और रोड जाम हो जाता है। चार पहिया से चौराहा पार करना मुश्किल हो जाता है।
-हरीश सिंह सिविल कांट्रेक्टर
नाका क्षेत्र का इलाका हॉट स्पॉट बन गया है। एक तरफ सड़क का निर्माण कार्य चल रहा है और यहां से लेकर यूनिवर्सिटी चौराहे तक रोजाना शाम को जाम की स्थिति रहती है। लोग शाम को खरीददारी के निकलने में संकोच करते हैं। नाका हनुमानगढ़ी दर्शन करने आने वाले लोगों को भी समस्या होती है। सड़कों से अतिक्रमण हटना चाहिए,जिससे सुचारु आवागमन हो सके।
-अपूर्व पांडे
शराब के शौकीनों की भीड़ एकत्र होने से बिक्री तो बढ़ती है लेकिन सामान लेकर पैसा ना देना और छोटी-मोटी बात पर विवाद करना ,यह आए दिन की बात हो गई है । अब तो इतना तंग हो गया हूं कि शाम होते ही दुकान बंद कर घर चला जाता हूं। कम से कम सुकून में तो हूँ।
-रामू पान विक्रेता
शाम को चौराहे से गुजरा मुश्किल होता है। मॉडल साहब तथा दुकानों के बगल सड़क पर ही लोग अपना वाहन खड़ा कर देते हैं। हटाने को कहो अथवा हल्की सी टक्कर लग गई तो मारपीट पर आमादा हो जाते हैं। बीबी-बच्चों को शाम को अकेले नहीं निकलने देते।
-इंद्रमणि त्रिपाठी
ठेके पर जमा भीड़ के कारण अमूमन छेड़छाड़ आदि की घटनाएं तो सामने नहीं आ रही लेकिन मौजूदा हालात को लेकर छोटे बच्चों को लेकर इधर से गुजरने में परेशानी होती है। कोई नशे में टांट न कस दे अथवा छेड़छाड़ न करे, इसको लेकर अनहोनी की आशंका बनी रहती है।
-लालमनि सामाजिक कार्यकर्ता उसरु
पुष्पराज से लेकर आसपास का इलाका शाम होते ही मयखाने में तब्दील हो जाता है। पूरी सड़क ही भीड़ से गुलजार हो जाती है। रेलवे स्टेशन जाना हो अथवा भाजपा कार्यालय की तरफ। इधर से गुजरने में भी संकोच हो रहा है इसलिए रास्ता बदल लेते हैं।
राहुल दुबे कारोबारी महाजनी टोला
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तीन मॉडल शॉप समेत कुल 400 दुकानों का हो रहा संचालन
-आबकरी विभाग की ओर से तीन मॉडल शॉप और दो बार समेत कुल 400 दुकानों का संचालन किया जा रहा है। मॉडल शॉप शहर के सिविल लाइन,नाका और शकरगढ़ क्षेत्र में संचालित है जबकि जिले में अंग्रेजी( विदेशी मदिरा) की 92, बीयर की 80 और देशी शराब की 228 दुकानों का संचालन किया जा रहा है। कुल संचालित आबकारी की दुकानों में अयोध्या नगर क्षेत्र स्थित दुकानों की तादात 40, नगर पालिका क्षेत्र में 14 तथा नगर पंचायत क्षेत्र में 14 है। साथ ही जनपद के देहात क्षेत्र में विदेशी मदिरा, बीयर और देशी शराब की कुल 157 दुकाने ठेका पद्धति के माध्यम से संचालित हैं। दुकानों की निगरानी के लिए तहसील क्षेत्रवार आबकारी निरीक्षक की तैनाती है जो जिला आबकारी अधिकारी तथा आबकारी उपयुक्त के तहत काम करते हैं। इसके साथ ही अवैध कच्ची शराब के निष्कर्षण, बिक्री आदि पर लगाम के लिए प्रवर्त्तन दस्ते की तैनाती है।
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बोले जिम्मेदार
शासन की मंशा के मुताबिक स्कूल-कालेज, अस्पताल और धार्मिक स्थल के निकट दुकानों का व्यवस्थापन नहीं किया जाता। मॉडल शॉप और देसी शराब की दुकानों में बैठने की व्यवस्था की है। विदेशी मदिरा और बीयर की दुकानों पर केवल बिक्री की अनुमति दी गई है और इन दुकानों में किसी के बैठकर मदिराअथवा बीयर का सेवन करते पाए जाने पर निर्धारित प्रक्रिया के मुताबिक विधिक कार्रवाई की जाती है। दुकानों का व्यवस्थापन मोहल्ले, कस्बे अथवा ग्राम पंचायत स्तर के आधार पर होता है। संबंधित क्षेत्र में दुकान की तलाश ठेकेदारी करता है। निर्धारित नियम कायदे के अनुपालन के लिए आबकारी निरीक्षकों को हिदायत दी गई है।
-सुरेश चंद्र मिश्र
जिला आबकारी अधिकारी
कराई जा रही नियमित गश्त,की गई है पुलिस की तैनाती
लोग आबकारी दुकानों के सामने सड़क किनारे ना खड़े हो और दुकानों के सामने वाहनों के चलते आवागमन में समस्या ना हो इसके लिए संबंधित क्षेत्र में नियमित निगरानी और ग्रस्त कराई जा रही है। भीड़भाड़ वाले इलाकों में पुलिस बल की तैनाती की गई है। अभद्रता मारपीट और आवागमन में बाधा करने का मामला सामने आने पर विधि कार्रवाई की जाती है।
शैलेंद्र सिंह
क्षेत्राधिकारी नगर
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