रस्म-ए-गागर व दरगाह शरीफ में किया चिरागां
Ayodhya News - रौजागांव में 608वें उर्स की शुरुआत फातिहा खुवानी और मिलाद शरीफ से हुई। नमाज के बाद सज्जादा नशीन ने दुआ की और कव्वाली का आयोजन हुआ। कई नामी कव्वालों ने उर्दू, हिंदी और फारसी में कलाम प्रस्तुत किया।...
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रौजागांव, संवाददाता। साबरी सिलसिले के बुज़ुर्ग हजरत मखदूम अहमद अब्दुल हकक रूदौलवी के 608वें उर्स में रविवार की देर शाम बाद नमाज जोहर साबरी लंगरखाना में फातिहा खुवानी व मिलाद शरीफ से उर्स की शुरुआत हुई। नमाज असर के समय गागर भरी गई। बाद नमाज मगरिब अस्ताना हजरत शेखुल आलम में सज्जादा नशीन शाह मुहम्मद अली आरिफ सूब्बू मियां ने चिरागा किया और सभी जायरीन के लिए दुआ किया। उसके बाद कदीम खानकाह में देर रात तक कव्वाली होती रही। देश के नामवर कव्वालों ने उर्दू, हिंदी व फारसी में कलाम सुनाया। हक फाउंडेशन के अध्यक्ष शाह आमिर तबरेज, शाह फारूक अहमद, शाह अनवार अहमद, शाह उस्मान अहमद, शाह यकीन अहमद, ऐनान मसूद अंसारी, शाह नासिर, शाह गौस अहमद, शाह शारिक अहमद, शाह सईद अहमद, शाह नूर अहमद, शाह फरीद अहमद, शाह इकबाल अहमद, शाह सरफराज अहमद, सैय्यद रूमी, सैय्यद रिज़वान उल्लाह, सूफी शाह नोमान अहमद, मोहम्मद शुऐब, खुर्शीद अहमद, मास्टर इलियास, शाह रेहान अहमद, शाह तालिब अहमद, शाह साबित अहमद, नावेद अहमद, यासिर कलीम, मंसूर अहमद, मोहम्मद अफाक रिज़वी समेत तमामी खानवादे मौजूद रहे। मंगलवार को सुबह नौ बजे कदीम खानकाह हजरत शेखुल आलम कांफ्रेंस में दो किताबों का रस्मे इजरा किया जाएगा और बच्चों की दस्तारबंदी की जाएगी। कुछ लोगों को शेखुल आलम अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। यह जानकारी मेला कमेटी के सदर शाह उस्मान अहमद ने दी।
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