Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Ayodhya to get UPs first 3D Printed Art Gallery with Exhibition area Amphitheatre and other Facilities

अयोध्या में बनेगी यूपी की पहली थ्रीडी प्रिंटेड आर्ट गैलरी, एग्जिबिशन एरिया-एंपीथिएटर समेत ये होगी सुविधाएं

उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार अयोध्या को विरासत और आधुनिक वैभव से युक्त नगरी के तौर पर रूपांतरित कर रही है। अयोध्या में एक अभिनव प्रयास के तहत प्रदेश की पहली थ्री डी प्रिंटेड आर्ट गैलरी का निर्माण होने जा रहा है।

Srishti Kunj हिन्दुस्तान, अयोध्याFri, 4 Oct 2024 01:25 PM
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उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार अयोध्या को विरासत और आधुनिक वैभव से युक्त नगरी के तौर पर रूपांतरित कर रही है। अयोध्या में एक अभिनव प्रयास के तहत प्रदेश की पहली थ्री डी प्रिंटेड आर्ट गैलरी का निर्माण होने जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी के विजन अनुसार, पूरे बिल्डिंग स्ट्रक्चर को थ्री-डी प्रिंटिंग के जरिए निर्मित कर अयोध्या में नव निर्माण के नए अध्याय की नींव रखे जाने की विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। परियोजना के अंतर्गत टेढ़ी बजार मार्ग पर वशिष्ठ भवन के समीप 1500 वर्ग मीटर प्रसार क्षेत्र वाले चिह्नित स्थल पर आर्ट गैलरी का निर्माण होगा। इसे एग्जिबिशन एरिया, स्थायी गैलरी, अस्थायी गैलरी, एंपीथिएटर, स्कप्लचर गैलरी समेत विभिन्न प्रकार की सुविधाओं से लैस किया जाएगा।

बड़े थ्रीडी प्रिंटर से सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल पर होगा निर्माण
परियोजना दरअसल प्रदेश में थ्री-डी प्रिंटिंग बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन के क्षेत्र में एफिशिएंसी, कॉस्ट से विंग पोटेंशियल और पर्यावरणीय लाभ को लक्षित करते हुए एक पायलट प्रोजेक्ट की तरह कार्य करेगी। इसके अंतर्गत थ्री-डी प्रिटिंग टेक्नोलॉजी में महारत रखने वाले कॉन्ट्रैक्टर्स, पार्टनर्स व टेक्नोलॉजी प्रोवाइडर्स के समन्वय व कार्यावंटन से योजना को आगे बढ़ाया जाएगा। अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) द्वारा बनाई गई योजना के अनुसार आर्ट गैलरी के तहत इमारत निर्माण में कॉन्क्रीट मिक्सचर को मुख्य तौर पर उपयोग में लाया जाएगा। सभी निर्माण प्रक्रिया को एक बड़े थ्री-डी प्रिंटर के जरिए पूरा किया जाएगा।

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ये कंप्यूटर एडेड डिजाइन (सीएडी) तथा एसटीएएडी (स्ट्रक्चरल एनालाइजिंग व डिजाइनिंग) के जरिए पूरा किया जाएगा। इमारत के निर्माण में स्टील बार व फाइबर बेस्ड रीइन्फोर्स्ड पॉलिमर का भी रीइन्फोर्स्ड मटीरियल्स के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त, थ्री-डी प्रिंटर को गैंट्री स्टाइल या फिर रोबोटिक आर्म बेस्ड प्रकार का बनाया जाएगा जो कि स्पीड व एफिशिएंसी के साथ सभी साधारण व कॉम्पलेक्स स्ट्रक्चर्स के निर्माण कार्यों को पूर्ण करने में सक्षम होगा।

विभिन्न सुविधाओं से युक्त होगा आर्ट गैलरी का भवन
थ्री-डी आर्ट गैलरी के तहत 7.5 मीटर ऊंचे भवन का निर्माण प्रशस्त होगा। परियोजना के तहत एडमिनिस्ट्रेशन रूम, एग्जिबिशन स्पेस, डिस्प्ले एरिया, पर्मानेंट गैलरी, ओपन स्पेसेस युक्त टेंपरेरी गैलरीज, गार्ड रूम, स्टोर रूम, छोटा एंपीथिएटर, लाउंज, कैफेटेरिया, आर्ट-बुटीक व क्राफ्ट की दुकानें, गिफ्ट शॉप, स्कल्पचर गैलरी, वर्कशॉप स्पेस, स्कल्पचर गार्डेन तथा पुरुष व महिला शौचालयों का निर्माण किया जाएगा। फिलहाल, परियोजना के तहत प्रस्तावित आर्ट गैलरी के भवन की रूपरेखा तय करने और डीटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट समेत विभिन्न प्रकार के रिपोर्ट वर्क्स को पूरा करने की प्रक्रिया जारी है।

मल्टीलेवल स्मार्ट पार्किंग का 53 करोड़ से होगा निर्माण
मुख्यमंत्री योगी की मंशा अनुरूप, श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के समीप राम कोट में मैकेनाइज्ड मल्टी लेवल स्मार्ट पार्किंग का भी 53 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण होगा। इस पार्किंग के निर्मित होने से रामलला जन्मभूमि मंदिर में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर के पास ही गाड़ी खड़ी करने का अवसर प्राप्त होगा। परियोजना को नियोजन विभाग के ईपीसी मिशन द्वारा 18 महीने की समयावधि में (वर्षा अवधि के अतिरिक्त) पूरा किए जाने की योजना है। यह पार्किंग भवन बी2+बी1+ जी+2 बेस्ड होगा। इसमें फुली मैकेनाइज्ड पजल कार पार्किंग को विकसित किया जाएगा, जिसमें 474 गाड़ियां खड़ी हो सकेंगी। वहीं, प्रथम तल पर 12 दुकानों, टॉयलेट ब्लॉक, इलेक्ट्रिक सब स्टेशन ऑफिस एरिया का निर्माण किया जाएगा। यहां विभिन्न तलों में डॉर्मेट्री का निर्माण भी किया जाएगा। 128 व 112 व्यक्तियों की डाइनिंग कैपेसिटी के लिहाज से भी प्रस्तावित भवन में डाइनिंग एरिया विकसितकिएजाएंगे।

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