कैसे हों प्रैक्टिकल, नहीं मिल रहा है एग्जामिनर का नंबर
Auraiya News - - पहली फरवरी से साम फरवरी के बीच जिले में होना है प्रैक्टिकल - कॉलेज के प्रधानाचार्य डीआईओएस कार्यालय में कर रहे हैं इसकी शिकायतफोटो: 2 प्रायोगिक परीक

औरैया, संवाददाता। प्रैक्टिकल परीक्षाएं जिले में शुरू हो चुकी हैं। कई कॉलेज ऐसे हैं, जहां एग्जामिनर की लिस्ट तो आ गई लेकिन उनका मोबाइल नंबर ही नहीं लग रहा है। इससे कॉलेज के शिक्षक और छात्र दोनों परेशान हैं। प्रधानाचार्य ने इसकी शिकायत डीआईओएस कार्यालय में की है। यूपी बोर्ड परीक्षा के तहत प्रायोगिक परीक्षाएं जिले में पहली फरवरी से सात फरवरी के बीच में हो रही हैं। इसके लिए 164 केंद्र बनाए गए हैं। प्रायोगिक परीक्षा में सबसे बड़ी समस्या एग्जामिनर से संपर्क न होने की आ रही है। बुद्धिमती इंटर कॉलेज में नामित एग्जामिनर का मोबाइल नंबर ही नहीं मिल रहा है। जिसकी शिकायत कॉलेज के प्रधानाचार्य ने डीआईओएस कार्यालय में की है। बताया कि एक्जामिनर का नंबर न मिलने से उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा। जबकि तय तारीख भी बीत चुकी है। जिसको लेकर छात्र और शिक्षक दोनों ही परेशान हैं। इसी तरह तोमर रघुनाथ सिंह इंटर कालेज अरियाली में रसायन विज्ञान की परीक्षा नहीं हो पाई, क्योंकि एग्जामिनर के नंबर पर ओटीपी वेरिफिकेशन ही नहीं हो पाया। कई कॉलेज ऐसे हैं, जहां एग्जामिनर तो आ गए। मगर उनके नंबर पर ओटीपी ही नहीं आ पा रहा है। कॉलेज के प्रधानाचार्य इसकी शिकायत जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में कर रहे हैं। परीक्षा पटल सहायक रवि ने बताया कि इस तरह की परेशानियां आ रही हैं। जिसे यूपी बोर्ड के कार्यालय को सूचित किया जा रहा है। जल्द ही समस्या दूर की जाएगी।
85 कॉलेज में हुई प्राइवेट परीक्षाएं
औरैया। जिले में प्रायोगिक परीक्षाएं पहली फरवरी से शुरू हो गई हैं। प्रायोगिक परीक्षा के लिए 164 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। सात सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। पहली फरवरी को 19 कॉलेज में प्राइवेट परीक्षा हुई थी। दो को 26 कॉलेज में तीन को 55 और चार फरवरी को 91 कालेजों में प्रयोगिक परीक्षाएं हो चुकी हैं। बुधवार को 85 कॉलेज में प्रायोगिक परीक्षाएं हुईं।
600 से 15 सौ रुपये किए जा रहे वसूल
औरैया। प्रायोगिक परीक्षाओं के लिए 600 से 1500 तक प्रायोगिक परीक्षाओं के नाम पर लिए जा रहे हैं। इस वसूली से एग्जामिनर की खुशामद कर मनचाहा नंबर हासिल करने की जुगत लगाई जाती है। ऐसे कॉलेज जिसमें हाई स्कूल इंटर की मान्यता भी नहीं है। वह हजार से 15 सौ रुपये तक प्रायोगिक परीक्षाओं के नाम पर ले रहे हैं।
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