भतीजे की हकीका रस्म में बुआ ने गंवाई जान, भाई की हर्ष फायरिंग में गोली लगने बहन की मौत
- निसी आमिर अली की बहन थी। परिजनों ने पुलिस को बताया कि रात में छत पर दावत चल रही थी। इसी दौरान आमिर ने पिस्टल से फायरिंग की लेकिन गोली चली नहीं। उसने जैसे ही पिस्टल छत की फर्श पर रखी, अचानक गोली चल गई और सीधे निसी के कंधे में जा लगी।
Woman's Death in harsh firing: वाराणसी में भतीजे की हकीका रस्म (बच्चे के जन्म के 5 से 10 साल बाद) में बुआ को जान गंवानी पड़ी। रस्म के दौरान बच्चे के पिता यानी उसके भाई ने पिस्टल से हर्ष फायरिंग की जो सीधे बहन के कंधे में लगी। इसके चलते उसकी मौत हो गई। यह घटना मंगलवार की रात वाराणसी के दशाश्वमेध क्षेत्र के देवनाथपुर में हुई। हर्ष फायरिंग के आरोपी भाई का नाम आमिर अली है।
मिली जानकारी के अनुसार आमिर अली ने देवनाथपुरा की बंगाली युवती से प्रेम विवाह किया है। दोनों एक साथ शहर के ही एक अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ते थे। शादी के बाद से आमिर अली देवनाथपुरा में ही अपने ससुराल में दो मंजिला मकान के भू-तल पर पत्नी और बच्चे के साथ रहता है। मंगलवार रात आमिर अली के बेटे का हकीका था। इसमें उसकी चार बहनें और जीजा भी आये थे। बहनों में जैतपुरा के कच्ची बाग निवासी 28 वर्षीय निसी इलाही भी आई थी। निसी आमिर अली की बहन थी। परिजनों ने पुलिस को बताया कि रात में छत पर दावत चल रही थी। इस दौरान आमिर ने पिस्टल से फायरिंग की लेकिन गोली चली नहीं। उसने जैसे ही पिस्टल छत की फर्श पर रखा, अचानक गोली चल गई जो निसी के कंधे में जा लगी।
आमिर अली और अन्य उसे लेकर बीएचयू ट्रामा सेंटर जा रहे थे, तभी रास्ते में उसकी मौत हो गई। आमिर अली शव छोड़कर भाग गया। परिजन शव लेकर जैतपुरा के कच्चीबाग चले आये। सूचना पर दशाश्वमेध पुलिस ने पूछताछ शुरू की तो परिजनों ने घटना की जानकारी दी। इसके बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। निसी के पति मो. अली की तहरीर पर आमिर अली के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।