अतुल सुभाष केस: जौनपुर में निकिता के घर पर ताला; आधी रात मां, भाई निकले
Atul Subhash case: अतुल सुसाइड मामले में केस दर्ज हो गया है। जौनपुर में निकिता के घर पर ताला लटक गया है। आधी रात को निकिता की मां और भाई घर छोड़कर निकल गए हैं। मां का कहना है कि वह भाग नहीं रहीं हैं। तबीयत खराब है इसलिए इलाज कराने जा रही हूं।
Atul Subhash suicide case: इंजीनियर अतुल सुभाष सुसाइड मामले में निकिता और उसके परिवार के खिलाफ बेंगलुरु में मामला दर्ज हो गया है। मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। इधर, जौनपुर में निकिता के घर पर ताला लटक गया है। आधी रात को निकिता की मां और भाई घर छोड़कर निकल गए हैं। मीडिया के सवालों पर मां ने जवाब दिया कि वह भाग नहीं रहीं हैं। तबीयत खराब है इसलिए इलाज कराने जा रही हूं। वहीं निकिता की मां और भाई के इस तरह से घर छोड़ने पर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं।
कर्नाटक के बेंगलुरु में एक नामी कंपनी में एआई इंजीनियर के तौर पर काम करने वाले अतुल सुभाष ने सोमवार की रात फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली थी। मौत को गले लगाने से पहले उन्होंने करीब सवा घंटे का वीडियो का बनाया और 24 पेज के सुसाइड नोट के साथ उसे सोशल मीडिया के एक ग्रुप में शेयर किया। वायरल वीडियो में उन्होंने आत्महत्या करने के पीछे अपनी पत्नी निकिता और ससुराल वालों की ओर से मिलने वाली मानसिक प्रताड़ना को कारण बताया। आरोपी ससुराल पक्ष के लोग जौनपुर के रुहट्टा के मूल निवासी हैं, अब खोवा मंडी में रहते हैं। अतुल सुभाष के पिता पवन मोदी बिल्कुल टूटे लगे। सिसकियां लेते हुए बोले, हमें इंसाफ चाहिए। मेरा बेटा बचपन से ही होनहार था। हमें ऐसी उम्मीद नहीं थी कि हंसता खेलता परिवार इस तरह से टूटकर बिखर जाएगा। बहू और उसके मायके वालों ने इतने फर्जी मुकदमे दर्ज कराए हमारा पूरा परिवार जकड़ उठा। इसी वजह से बेटे ने मौत को गले लगा लिया।
पत्नी समेत चार पर केस
अतुल के आत्महत्या मामले में बेंगलुरु के मराठाहल्ली पुलिस स्टेशन में चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। अतुल ने मौत से पहले जारी किए वीडियो में अपनी पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, साला अनुराग सिंघानिया और पत्नी के चाचा सुशील सिंघानिया को आत्महत्या के लिए विवश करने का दोषी ठहराया था।अतुल के भाई विकास कुमार की तहरीर पर एफआईआर बीएनएस की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और धारा 3 (5) के तहत केस दर्ज हुआ है। तहरीर में भाई विकास ने आरोप लगाया है कि चारों ने अतुल सुभाष के खिलाफ झूठा मामला दर्ज कराया था और मामले के निपटारे के लिए तीन करोड़ रुपये देने पर जोर दे रहे थे। मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित होने के कारण अतुल ने आत्महत्या कर ली। भारत में हर कानून महिलाओं के लिए है, पुरुषों के लिए नहीं - मेरे भाई ने इसके लिए लड़ाई लड़ी लेकिन वह हमें छोड़कर चला गया।
पिता वैनी बाजार में चलाते हैं दुकान
पत्नी की प्रताड़ना से तंग होकर बेंगलुरु में आत्महत्या करनेवाले पूसा निवासी इंजीनियर अतुल सुभाष के पिता की वैनी बाजार में सुमन शृंगार स्टोर नाम से दुकान है। अतुल दो भाई थे। छोटा भाई विकास मोदी दिल्ली में अकाउंट्स का काम करता है। अतुल ने प्रारंभिक शिक्षा पूसा में ही ग्रहण की। उच्च शिक्षा दिल्ली में पूरी की। पूसा के लोगों से उसे गहरा लगाव था। उसकी मौत से वैनी बाजार के दुकानदारों में गम के साथ गुस्सा भी है। सभी का कहना था कि अतुल सीधा-सादा इंसान था। इस मामले में पीड़ित परिवार को न्याय मिलना चाहिए।