संभल की शाही जामा मस्जिद पर हवन-पूजन की कोशिश, दिल्ली से पहुंचे हिंदुवादी संगठन के आधा दर्जन लोग गिरफ्तार
संभल की शाही जामा मस्जिद पर एक बार फिर हिंदुवादी संगठन के लोगों ने पूजा अर्चना की कोशिश की है। दिल्ली से यहां हवन के लिए पहुंचे आधा दर्जन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

नवरात्रि की सप्तमी पर हवन-पूजन के लिए संभल की शाही जामा मस्जिद पहुंचे आधा दर्जन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अखिल भारतीय हिंदू महासभा से जुड़े यह लोग दिल्ली से यहां पहुंचे थे। जुमे की नमाज के कारण यहां पहले से पुलिस सतर्क थी। ऐसे में मस्जिद से पहले ही बैरिकेडिंग पर रोककर गिरफ्तार कर लिया गया। बताया जाता है कि इन लोगों ने पहले भी इस तरह का प्रयास किया गया था।
संभल के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि जुमे की नमाज के कारण पुलिस यहां पहले से सतर्क थी। ऐसे में विवादित स्थल से सौ मीटर पहले बैरिकेडिंग भी लगाई गई थी और चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था। इसी बीच एक गाड़ी से छह लोग विवादित स्थल की ओर जाते दिखे तो उन्हें रोककर पूछताछ की गई। पता चला कि यह लोग विवादित स्थल पर हवन और पूजा-अर्चना करना चाहते थे। पुलिस तत्काल एक्टिव हो गई और सभी लोगों को हिरासत में लेकर कोतवाली लाया गया।
एसपी ने बताया कि इन लोगों ने पहले भी इस तरह की हरकत करने की कोशिश की थी। तब भी पुलिस ने हिदायत दी थी। इन्हें कहा गया था कि इस तरह का कोई प्रयास भविष्य में नहीं करेंगे। इसके बाद भी इन लोगों ने दोबारा यह प्रयास किया है। सभी छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। सभी के खिलाफ सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने की धाराओं में केस दर्ज हो रहा है।
गिरफ्तार किए गए लोगों में से एक सनातन सिंह ने दावा किया कि हम विष्णु हरिहर मंदिर में हवन और यज्ञ करने दिल्ली से आए थे, लेकिन पुलिस ने हमें गिरफ्तार कर लिया। अगर वहां नमाज अदा की जा सकती है, तो हम पूजा क्यों नहीं कर सकते? अन्य आरोपी वीर सिंह यादव ने कहा कि हम संभल की मस्जिद में अनुष्ठान करने आए थे, लेकिन पुलिस ने हमें रोक दिया।
गिरफ्तार किए गए अनिल सिंह ने कहा कि जब हमें हिरासत में लिया गया, तब हम हरिहर मंदिर में हवन के लिए गए थे। अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया कि सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने की किसी भी कोशिश से सख्ती से निपटा जाएगा। गौरतलब है कि पिछले साल 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद में सर्वेक्षण के दौरान हिंसा भड़क गई थी। इसमें चार लोगों की मौत हो गई थी। उसके बाद से ही यहां पर सतर्कता काफी बढ़ा दी गई है।