हथियार सप्लाई गैंग में महिलाएं भी शामिल, रिपीटर पम्प एक्शन गन के साथ युवक गिरफ्तार; उगले राज
- एटीएस इसे गिरफ्तार करने के लिए कई दिनों से लगी हुई थी। इस युवक ने अपने गिरोह के कई सदस्यों के नामों का खुलासा किया है। इस गिरोह में कई महिला भी शामिल हैं। उसने कुबूला कि 32 बोर, 315 बोर,7.65 बोर और नाइन एमएम के कारतूसों की खेप की कई बार सप्लाई की है।
एटीएस ने रिपीटर पम्प एक्शन गन और 260 कारतूसों के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया है। मैनपुरी का रहने वाला यह युवक आगरा में कारतूसों के जखीरे की सप्लाई देने गया था। एटीएस इसे गिरफ्तार करने के लिए कई दिनों से लगी हुई थी। इस युवक ने अपने गिरोह के कई सदस्यों के नामों का खुलासा किया है। इस गिरोह में कई महिला भी शामिल हैं। उसने कुबूला कि 32 बोर, 315 बोर,7.65 बोर और नाइन एमएम के कारतूसों की खेप की कई बार सप्लाई की है। इस खुलासे के बाद ही एटीएस ने आगरा, मैनपुरी समेत कई जिलों में शुक्रवार व शनिवार को दबिश दी। गिरोह के सदस्यों की तलाश में एटीएस की टीम कई जिलों में डेरा डाले हुए है। इस युवक के खिलाफ एटीएस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।
एटीएस के सब इंस्पेक्टर अभय कुमार सिसोदिया ने एफआईआर में लिखाया है कि इस युवक की पहचान मैनपुरी के परौख निवासी अंकित कुमार चौहान उर्फ कृष्णा ठाकुर के रूप में हुई है। उसकी उम्र करीब 29 वर्ष है। उसके पास फर्जी शस्त्र लाइसेंस और कई दस्तावेज के साथ ही यह गन व कारतूस मिले है। एटीएस को पता चला था कि अंकित आगरा में अरतौनी फ्लाईओवर के पास सिकन्दरा पर अवैध असलहा व कारतूसों की खेप सप्लाई करने आया है। इस पर ही एटीएस ने वहां घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
पहचान छिपाने के लिए ढाढ़ी बढ़ा रखी थी
आरोपी अंकित ने अपनी पहचान छिपाने के लिए बाल और ढाढ़ी बढ़ा रखी थी। एटीएस जब उसके पास पहुंची तो वह शक कर गया और भागने लगा। एटीएस ने उसे पकड़ लिया। उसके पास एक बैग में आठ जैकेट मिले। इनके बीच ही रिपीटर गन व कारतूस रखे थे। बन्दूक पर कोरोना किलर लिखा हुआ था। उसके पास एक शस्त्र लाइसेंस भी मिला था।
आठ हजार में फर्जी शस्त्र लाइसेंस बनवाया
अंकित के पास मिला शस्त्र लाइसेंस प्रदीप कुमार नाम से बना था। उसने बताया कि यह शस्त्र लाइसेंस शिकोहाबाद के एक व्यक्ति ने आठ हजार रुपये में बनवाकर दिया था। उसने कहा था कि इससे कारतूस मिल जायेंगे। उसने इससे पहले भी इस तरह से फर्जी लाइसेंस बनवा रखे हैं। इससे ही उसने कई दुकानों से कारतूस खरीद कर दूसरी जगह पर ज्यादा रकम लेकर सप्लाई किए हैं। उसने बताया कि यह बन्दूक फिरोजाबाद से डेढ़ लाख रुपये में उसने खरीदी थी।
महिलाएं भी शामिल गिरोह में
अंकित ने एटीएस को बताया कि उसके गिरोह में कई महिलाएं भी है। इन्हें साथ रखने से पुलिस की चेकिंग से बच जाते है। साथ ही इनकी तलाशी भी कम होती है। उसने बताया कि कुछ समय पहले मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में गिरोह की एक महिला पकड़ गई थी जिसकी उन लोगों ने जमानत करा ली थी।
लाखों रुपये के बेच डाले असलहे
अंकित ने एटीएस को यह कहकर चौंकाया कि उसने कुछ समय में ही लाखों रुपये के असलहे बेचे है। इसमें कई असलहों की कीमत दो से चार लाख रुपये तक थी। एटीएस ने उससे मिली जानकारी के आधार पर ही कई जगह छापे मारी की है। शनिवार रात को भी मैनपुरी व आगरा समेत कई जगह पर एटीएस ने दबिश दी। अंकित की गिरफ्तारी के बारे में भी अफसर कुछ नहीं बोल रहे हैं।