आगरा में बड़ा हादसा टला, हवा में उड़ता मिग-29 बना आग का गोला, खेत में क्रैश लैंडिग
आगरा में बड़ा हादसा टला है। हवा में उड़ता मिग-29 विमान आग का गोल बन गया। पायलट ने कूदकर जान बचाई है। इसके बाद एक खेत में विमान की क्रैश लैंडिंग हो गई। अगर रिहाइशी इलाके में विमान गिरता तो बड़ा नुकसान हो सकता था।
आगरा में बड़ा हादसा टल गया है। मिग-29 विमान की यहां के एक खेत में आग का गोला बनने के बाद क्रैश लैंडिंग हुई है। विमान के किसी रिहाइशी इलाके में नहीं गिरने बड़ा हादसा हो सकता था। लैंडिंग से पहले ही विमान के पायलट ने कूद कर जान बचाई। जिला मुख्यालय से 28 किलोमीटर दूर गांव बहा सोनिगा (कागारौल) में सोमवार शाम हादसा हुआ। विमान में उड़ान के दौरान ही आग लग गई थी। वायुसेना की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि हादसा नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान तकनीकि खराबी आने से हुआ। हादसे की जांच कराई जाएगी।
पुलिस के मुताबिक, शाम करीब चार बजे गांव बहा सोनिगा के ग्रामीण आकाश में जहाज लहराते देखकर घरों से बाहर आ गए। आबादी के ऊपर गिरने की आशंका पर सहमे ग्रामीण एकटक आकाश की ओर देख रहे थे। मगर चंद पलों बाद विमान हवा में लहराते हुए झटके से एक खेत में जा गिरा। तेज धमाके के बाद विमान आग का गोला बन गया। आसपास के ग्रामीण मौके की ओर दौड़ पड़े। इसी बीच कुछ ग्रामीणों ने एक व्यक्ति को पैराशूट से खेत में उतरते देखा। सूचना पर पुलिस फोर्स और दमकलें पहुंच गईं। सेना के अधिकारी भी आ गए।
पुलिस ने बताया कि विमान को विंग कमांडर मनीष मिश्रा उड़ा रहे थे। वह आदमपुर, पंजाब से आगरा आ रहे थे। तकनीकि खराबी के कारण हादसा हुआ। पायलट को अंदाजा हो गया था कि विमान पर काबू पाना संभव नहीं है। वह विमान को आबादी से दूर खेत में ले गए। उसके बाद जहाज से छलांग लगाई। वह सुरक्षित हैं। विमान के ब्लैक बॉक्स को जांच के लिए ले जाया गया है। इधर, ग्रामीणों में चर्चा थी कि पायलट ने गांव को बचा लिया। विमान गांव में गिरता तो कई जानें जा सकती थीं।
सेना की मध्य कमान के पीआरओ शांतनु प्रताप सिंह के मुताबिक, भारतीय वायुसेना का मिग-29 विमान सोमवार को नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान सिस्टम में खराबी आने से आगरा के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। पायलट ने विमान से सुरक्षित तरीके से बाहर निकलने से पहले यह सुनिश्चित करने के लिए कि जमीन पर जान-माल को कोई नुकसान न पहुंचे, विमान को नियंत्रित किया। दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए भारतीय वायुसेना ने जांच के आदेश दिए हैं।