लखीमपुर में APO रंगे हाथ गिरफ्तार, ग्राम प्रधान के पति से मांगी थी 50 हजार की रिश्वत
- लखीमपुर के गोला ब्लॉक ऑफिस में शनिवार दोपहर लखनऊ से आई एंटी करप्शन टीम की छापेमारी के बाद वहां अफरातफरी मच गई। पकड़ा गया एपीओ अपने को बेकसूर बताते हुए टीम के साथ धक्कामुक्की करने लगा। एंटी करप्शन टीम के साथ जाने को लेकर उसने कड़ा विरोध कर हंगामा शुरू कर दिया।

यूपी के लखीमपुर खीरी के गोला ब्लाक कार्यालय पर शनिवार दोपहर एंटी करप्शन की टीम ने छापा मारा। टीम ने ब्लाक में तैनात अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी (एपीओ) को रिश्वत के 50 हजार रुपये लेते रंगे हाथों धर लिया। टीम ने फरधान थाने में एपीओ से पूछताछ की। आरोप है कि मनरेगा से बन रहे मिनी स्टेडियम के निर्माण को लेकर रिश्वत मांगी जा रही थी।
गोला ब्लाक में तैनात अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी (एपीओ) मधुर गुप्ता को लखनऊ से आई एंटी करप्शन की टीम ने दबोच लिया। एपीओ पर आरोप है कि उन्होंने छतौनिया की ग्राम प्रधान रिंकी देवी के पति विपिन वर्मा से पचास हजार रुपयों की रिश्वत की मांग की थी। आरोप है कि एपीओ यह रकम ग्राम पंचायत में मनरेगा से बन रहे मिनी स्टेडियम के निर्माण को लेकर मांग रहा था। प्रधान पति ने तानाबाना बुना और एंटी करप्शन टीम लखनऊ मंडल को सूचना दी।
शनिवार को तय समय पर विपिन वर्मा रुपए लेकर ब्लॉक कार्यालय पहुंचे, जहां एपीओ मधुर गुप्ता ने एक कर्मचारी के आवास पर पहुंच जैसे ही रुपए पकड़े कि एंटी करप्शन टीम ने रंगे हांथों धर दबोचा। इसके बाद उन्हे पूछताछ के लिए ले गई है। एपीओ को पकड़ने के दौराप जमकर हंगामा हुआ। एंटी करप्शन की टीम को एपीओ को सरकारी वाहन तक ले जाने में मशक्कत करनी पड़ी। एसडीएम गोला विनोद गुप्ता ने बताया कि एपीओ को ब्लाक आफिस से एंटी करप्शन की टीम ने पकड़ा है। इस संबंध में जानकारी टीम ने उनको दी है।
एपीओ को खींचकर ले गई टीम
गोला ब्लॉक ऑफिस में शनिवार दोपहर लखनऊ से आई एंटी करप्शन टीम की छापेमारी के बाद वहां अफरातफरी मच गई। पकड़ा गया अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी अपने को बेकसूर बताते हुए टीम के साथ धक्कामुक्की करने लगा। एंटी करप्शन टीम के साथ जाने को लेकर उसने कड़ा विरोध कर हंगामा शुरू कर दिया। इससे मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। पर टीम ने 50 मीटर तक उसे खींचकर गाड़ी में डाल ही लिया। यह सब देख ब्लाक के सभी जिम्मेदार खिसक लिए। बीडीओ हनुमान प्रसाद मिश्र ने तो अपना मोबाइल स्विच ऑ़फ कर लिया। कोई कुछ बताते को राजी नहीं था। ब्लॉक कार्यालय में हंगामा होता देख गेट पर तमाम भीड़ जमा हो गई।
बताते हैं कि गोला कुंभी ब्लाक के छतौनिया गांव में शासन की मंशा के अनुरूप मनरेगा से मिनी स्टेडियम का कार्य कराया जा रहा था। आरोप है कि जिसके संदर्भ में शासन से मिली धनराशि हडपने के प्रयास में मनरेगा अधिकारी मधुर गुप्ता ने ग्राम प्रधान से रिश्वत की मांग की थी। गिरफ्तारी के बाद टीम अग्रिम कार्रवाई, कुछ दस्तावेज बरामदगी के लिए संभावित स्थानों पर तलाश और साक्ष्य जुटाने में जुटी है। शनिवार को दोपहर एंटी करप्शन की टीम ब्लॉक कार्यालय में दाखिल हुई फिर भी ब्लॉक के कर्मचारी कुछ समझ नहीं पाए। टीम सीधे छितौनिया ग्राम की प्रधान रिंकी देवी के पति विपिन वर्मा के इशारे पर वहां पहुंचे, जहां एपीओ कमरे में बैठा था।
पैसे हाथ में देते ही टीम ने एपीओ को किया गिरफ्तार
पैसे हाथ में देते ही एंटी करप्शन टीम अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी (एपीओ) को उसे दबोच लिया। जिससे एपीओ के होश उड़ गए। वह समझ नहीं पा रहा था कि यह क्या हो गया है। वह टीम पर झल्लाने लगा कि वह निर्दोष है। उसने कोई रिश्वत नहीं ली है और टीम के साथ जाने में धक्कामुक्की करने लगा। एंटी करप्शन टीम ने उसे खींचते हुए लगभग 50 मीटर दूर खड़ी अपनी सरकारी गाड़ी में उसे डाल लिया। जब टीम एपीओ को लेकर ब्लॉक परिसर से गेट तक गई और एपीओ के हंगामें को सुनकर ब्लॉक के गेट पर तमाम भीड़ जमा हो गई। हर कोई जानना चाहता था कि आखिर हुआ क्या है।
जिम्मेदार अपने कक्षों में ताला डालकर नदारद
ब्लॉक से बीडीओ समेत सभी जिम्मेदार अपने कक्षों में ताला डाल खिसक गए। टीम कुछ दस्तावेजों के लिए वापस गोला ब्लॉक आई तो ब्लॉक कार्यालय में सब समय से पहले ही नदारद थे। बीडीओ का फोन ही बंद था। इसके बाद शाम तक टीम अधिकारियों और कर्मचारियों के आने का इंतजार कर रही थी। टीम ने एसडीएम गोला विनोद गुप्ता को भी फोन किया और बीडीओ से संपर्क कराने में मदद मांगी। उपजिलाधिकारी गोला ने अपने स्तर से प्रयास किया, लेकिन बीडीओ से संपर्क नहीं हो सका। शाम तक फरधान थाने में लिखा-पढ़ी जारी थी।यूपी के लखीमपुर खीरी के गोला ब्लाक कार्यालय पर शनिवार दोपहर एंटी करप्शन की टीम ने छापा मारा। टीम ने ब्लाक में तैनात अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी (एपीओ) को रिश्वत के 50 हजार रुपये लेते रंगे हाथों धर लिया। टीम ने फरधान थाने में एपीओ से पूछताछ की। आरोप है कि मनरेगा से बन रहे मिनी स्टेडियम के निर्माण को लेकर रिश्वत मांगी जा रही थी।
गोला ब्लाक में तैनात अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी (एपीओ) मधुर गुप्ता को लखनऊ से आई एंटी करप्शन की टीम ने दबोच लिया। एपीओ पर आरोप है कि उन्होंने छतौनिया की ग्राम प्रधान रिंकी देवी के पति विपिन वर्मा से पचास हजार रुपयों की रिश्वत की मांग की थी। आरोप है कि एपीओ यह रकम ग्राम पंचायत में मनरेगा से बन रहे मिनी स्टेडियम के निर्माण को लेकर मांग रहा था। प्रधान पति ने तानाबाना बुना और एंटी करप्शन टीम लखनऊ मंडल को सूचना दी। शनिवार को तय समय पर विपिन वर्मा रुपए लेकर ब्लॉक कार्यालय पहुंचे, जहां एपीओ मधुर गुप्ता ने एक कर्मचारी के आवास पर पहुंच जैसे ही रुपए पकड़े कि एंटी करप्शन टीम ने रंगे हांथों धर दबोचा। इसके बाद उन्हे पूछताछ के लिए ले गई है। एपीओ को पकड़ने के दौराप जमकर हंगामा हुआ। एंटी करप्शन की टीम को एपीओ को सरकारी वाहन तक ले जाने में मशक्कत करनी पड़ी। एसडीएम गोला विनोद गुप्ता ने बताया कि एपीओ को ब्लाक आफिस से एंटी करप्शन की टीम ने पकड़ा है। इस संबंध में जानकारी टीम ने उनको दी है।
एपीओ को खींचकर ले गई टीम
गोला ब्लॉक ऑफिस में शनिवार दोपहर लखनऊ से आई एंटी करप्शन टीम की छापेमारी के बाद वहां अफरातफरी मच गई। पकड़ा गया अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी अपने को बेकसूर बताते हुए टीम के साथ धक्कामुक्की करने लगा। एंटी करप्शन टीम के साथ जाने को लेकर उसने कड़ा विरोध कर हंगामा शुरू कर दिया। इससे मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। पर टीम ने 50 मीटर तक उसे खींचकर गाड़ी में डाल ही लिया। यह सब देख ब्लाक के सभी जिम्मेदार खिसक लिए। बीडीओ हनुमान प्रसाद मिश्र ने तो अपना मोबाइल स्विच ऑ़फ कर लिया। कोई कुछ बताते को राजी नहीं था। ब्लॉक कार्यालय में हंगामा होता देख गेट पर तमाम भीड़ जमा हो गई।
बताते हैं कि गोला कुंभी ब्लाक के छतौनिया गांव में शासन की मंशा के अनुरूप मनरेगा से मिनी स्टेडियम का कार्य कराया जा रहा था। आरोप है कि जिसके संदर्भ में शासन से मिली धनराशि हडपने के प्रयास में मनरेगा अधिकारी मधुर गुप्ता ने ग्राम प्रधान से रिश्वत की मांग की थी। गिरफ्तारी के बाद टीम अग्रिम कार्रवाई, कुछ दस्तावेज बरामदगी के लिए संभावित स्थानों पर तलाश और साक्ष्य जुटाने में जुटी है। शनिवार को दोपहर एंटी करप्शन की टीम ब्लॉक कार्यालय में दाखिल हुई फिर भी ब्लॉक के कर्मचारी कुछ समझ नहीं पाए। टीम सीधे छितौनिया ग्राम की प्रधान रिंकी देवी के पति विपिन वर्मा के इशारे पर वहां पहुंचे, जहां एपीओ कमरे में बैठा था।
पैसे हाथ में देते ही टीम ने एपीओ को किया गिरफ्तार
पैसे हाथ में देते ही एंटी करप्शन टीम अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी (एपीओ) को उसे दबोच लिया। जिससे एपीओ के होश उड़ गए। वह समझ नहीं पा रहा था कि यह क्या हो गया है। वह टीम पर झल्लाने लगा कि वह निर्दोष है। उसने कोई रिश्वत नहीं ली है और टीम के साथ जाने में धक्कामुक्की करने लगा। एंटी करप्शन टीम ने उसे खींचते हुए लगभग 50 मीटर दूर खड़ी अपनी सरकारी गाड़ी में उसे डाल लिया। जब टीम एपीओ को लेकर ब्लॉक परिसर से गेट तक गई और एपीओ के हंगामें को सुनकर ब्लॉक के गेट पर तमाम भीड़ जमा हो गई। हर कोई जानना चाहता था कि आखिर हुआ क्या है।
जिम्मेदार अपने कक्षों में ताला डालकर नदारद
ब्लॉक से बीडीओ समेत सभी जिम्मेदार अपने कक्षों में ताला डाल खिसक गए। टीम कुछ दस्तावेजों के लिए वापस गोला ब्लॉक आई तो ब्लॉक कार्यालय में सब समय से पहले ही नदारद थे। बीडीओ का फोन ही बंद था। इसके बाद शाम तक टीम अधिकारियों और कर्मचारियों के आने का इंतजार कर रही थी। टीम ने एसडीएम गोला विनोद गुप्ता को भी फोन किया और बीडीओ से संपर्क कराने में मदद मांगी। उपजिलाधिकारी गोला ने अपने स्तर से प्रयास किया, लेकिन बीडीओ से संपर्क नहीं हो सका। शाम तक फरधान थाने में लिखा-पढ़ी जारी थी।