फर्जी नियुक्ति में बर्खास्त 10 शिक्षकों पर एक और ऐक्शन, पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
- यूपी के महाराजगंज में बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी नियुक्ति में बर्खास्त हो चुके 10 शिक्षकों के खिलाफ परतावल, सदर और निचलौल खंड शिक्षा अधिकारियों ने कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई है। इसमें एक महिला शिक्षिका भी शामिल है।
यूपी के महाराजगंज में बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी नियुक्ति में बर्खास्त हो चुके 10 शिक्षकों के खिलाफ परतावल, सदर और निचलौल खंड शिक्षा अधिकारियों ने कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई है। इसमें एक महिला शिक्षिका भी शामिल है। इसमें चार गोरखपुर व एक बस्ती जिले का फर्जी शिक्षक शामिल है। बीएसए श्रवण कुमार गुप्ता के निर्देश पर परतावल के बीईओ मुसाफिर सिंह, सदर की बीईओ अंकिता सिंह व निचलौल के बीईओ आनंद कुमार मिश्रा ने शनिवार को 10 बर्खास्त शिक्षकों के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार रॉय ने बताया कि परतावल बीईओ की तहरीर पर प्राथमिक विद्यालय धनगड़ा के शिक्षक राजकुमार यादव व प्राथमिक विद्यालय बैजौली क्षेत्र परतावल के शिक्षक दिनेश चंद्र के खिलाफ अलग-अलग दो एफआईआर दर्ज की गई है। सदर बीईओ की तहरीर पर प्राथमिक विद्यालय पड़री बुजुर्ग की शिक्षिका सुमन यादव के खिलाफ तीसरी एफआईआर कोतवाली पुलिस ने दर्ज की।
उन्होंने बताया कि चौथी एफआईआर में निचलौल के बीईओ की तहरीर पर प्राथमिक विद्यालय बैठवलिया द्वितीय के शिक्षक गोरखपुर जिले के तिवारीपुर निवासी सैयद अली, प्राथमिक विद्यालय बढ़ैपुरवा के शिक्षक खोराबार निवासी अरविन्द कुमार यादव, प्राथमिक विद्यालय पैकौली के शिक्षक चौरीचौरा के डुमरी खास निवासी वेदानंद यादव, प्राथमिक विद्यालय बकुलडीहा के शिक्षक लक्ष्मीपुर निवासी कन्हैया लाल यादव, प्राथमिक विद्यालय अदरौना के शिक्षक परतावल निवासी रतन कुमार पांडेय व प्राथमिक विद्यालय शिकारपुर के शिक्षक बस्ती जिले के सिविल लाइंस गांधी नगर निवासी अजय प्रताप चौधरी को अभियुक्त बनाया गया है। उन्होंने कहा कि इनमें कुछ ऐसे शिक्षक हैं जो महराजगंज के ही निवासी हैं लेकिन उन्होंने नियुक्ति के समय गोरखपुर का फर्जी पता दिया था।