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एएमयू प्रोफेसर ने मांगी कैंपस में बंदूक ले जाने की अनुमति, चेयरमैन से मारपीट के बाद जताया डर

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) साइकोलॉजी विभाग के चेयरमैन और प्रोफेसर के बीच मारपीट के मामले में नया मोड़ आ गया है। प्रोफेसर ने केस दर्ज कराते हुए कैंपस में बंदूक लेकर जाने की इजाजत मांगी है।

Yogesh Yadav लाइव हिन्दुस्तान, अलीगढ़Mon, 2 Dec 2024 08:36 PM
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अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) साइकोलॉजी विभाग के चेयरमैन और प्रोफेसर के बीच मारपीट के मामले में नया मोड़ आ गया है। इस मामले में प्रोफेसर ने चेयरमैन के खिलाफ सिविल लाइंस में मुकदमा दर्ज कराया है। जिसमें खुद की जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की है। अन्यथा की स्थिति में कैंपस में अपनी लाइसेंसी बंदूक ले जाने की अनुमति मांगी है। पुलिस ने एसएसपी के निर्देश पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

यह मुकदमा विभाग के प्रोफेसर एसएम खान की ओर से कराया गया है। इसमें विभाग के अध्यक्ष प्रो.शाह आलम को आरोपी बनाया है। मुकदमे में उल्लेख है कि वाकया 21 नवंबर का है। चेयरमैन ने उन्हें अपने कक्ष में बुलाया और अंदर आने पर निर्देशित किया कि वे अपने रिसर्च स्कालर छात्र को अनुसंधान सलाहाकार समिति की बैठक में बुला लें। पूर्व में इस छात्र की यह समिति तीन बार स्थगित हो चुकी है। जब उन्होंने कार्यालय कर्मी के जरिये छात्र को आमंत्रित करने का सुझाव दिया तो चेयरमैन भड़क गए और भद्दे शब्दों का प्रयोग करते हुए अपशब्द कहे।

विरोध करने पर मारपीट करते हुए कपड़े फाड़ दिए। अन्य स्टाफ व शिक्षकों ने यह पूरा वाकया देखा। मुकदमे में आरोप है कि आरोपी जब से चेयरमैन बने हैं, तभी से उनका रवैया उनके प्रति शत्रुता का है। वे सिर्फ संस्थान हित में इसे टालते रहते हैं। इसकी सूचना कुलपति व प्रॉक्टर को भी दी गई। इंस्पेक्टर रीतेश कुमार के अनुसार मामले में एसएसपी स्तर से मिले निर्देश के क्रम में मारपीट, धमकी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। बाकी एएमयू से सीसीटीवी मांगे गए हैं। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। उसे भी जांच का हिस्सा बनाया गया है।

इस्तीफा की इच्छा, वरना दें सुरक्षा

मुकदमे में कहा है कि उनका लक्ष्य शिक्षा व ज्ञान को साझा करना है। मगर इस घटना से बेहद आहत हैं और इस्तीफा देने पर विचार कर रहे हैं। क्योंकि चेयरमैन उन पर हमले की साजिश रच रहे हैं। इसी क्रम में 22 नवंबर को कुछ लोगों को उन्होंने कार्यालय में संदिग्ध रूप से घूमते भी देखा। अगर उनके साथ कुछ भी होता है तो इसके लिए चेयरमैन शाह आलम जिम्मेदार होंगे। अंत में उन्होंने एएमयू इंतजामिया व जिला प्रशासन से सुरक्षा मांगी है। अन्यथा की स्थिति में कैंपस में अपनी लाइसेंसी बंदूक ले जाने की अनुमति मांगी है।

चेयरमैन प्रो.शाह आलम का कहना है कि इस मामले में मुझे जो कुछ कहना था, मैंने अपना पक्ष एएमयू इंतजामिया को लिखित में दे दिया है। अब उन्होंने क्या आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कराया है। मुझे इस विषय में कुछ नहीं कहना। एएमयू जांच में सब साफ होगा। वहीं डिप्टी प्रॉक्टर प्रोफेसर नवाज अली जैदी का कहना है कि 21 नवंबर के इस प्रकरण में कुलपति स्तर से संज्ञान लेकर जांच बैठाई गई है। जांच के आधार पर ही आगे जिम्मेदारी और कार्रवाई तय होगी।

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