शादियों में फिजूलखर्ची-दिखावा न करें मुसलमान
हसनपुर, संवाददाता। मुसलमान तालीम पर ध्यान दें। शादियों में फिजूलखर्ची व दिखावा न करें। दहेज लेना और देना छोड़ दें। कौम की तरक्की और खुशहाली के लिए नौ
मुसलमान तालीम पर ध्यान दें। शादियों में फिजूलखर्ची व दिखावा न करें। दहेज लेना और देना छोड़ दें। कौम की तरक्की और खुशहाली के लिए नौजवान नशे से दूर रहें। नगर के मोहल्ला लालबाग ऊंचा पर तीन रोजा सिरातुल नबी जलसे के समापन पर खिताब करते हुए मौलाना इनामुलहक हरदोई ने ये अपील की। चिंता जताई कि मुसलमान दहेज के पीछे भाग रहा है। इससे बहुत गलत छवि बन रही है। दहेज के चक्कर में तमाम बहन-बेटियों की शादियां नहीं टिक पा रहीं। फरमाया कि 18 साल बेटी की परवरिश करने वाले मां-बाप पर दहेज के लिए दबाव बनाने से शर्मनाक बात कुछ भी नहीं हो सकती। मदरसा खादिमुल इस्लाम हापुड़ के मुफ्ती मुस्तकीम ने फरमाया कि बहन-बेटियां पर्दे का एहतराम करें। बेपर्दगी हमारी नस्लों को तबाह व बर्बाद कर रही है। नौजवान रोजा नमाज की कसरत से पाबंदी करें। चुगलखोरी और गीबत न करें। सभी मिलजुल कर रहें। भाई-भाई के साथ अच्छा सलूक करे। मां-बाप की खिदमत करें। अल्लाह बहुत रहम दिल है। सच्चे दिल से तौबा करने वालों के गुनाहों को माफ कर देता है। मुल्क व कौम की तरक्की के लिए दुआ भी कराई। इस दौरान मुफ्ती मुब्बशर, हाफिज अकरम, कारी नदीम, कारी आसिफ, मुफ्ती शोएब आदि मौजूद रहे।
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