बैराज से छोड़ा डेढ़ लाख क्यूसेक पानी, खादर क्षेत्र में बाढ़ के हालात
गजरौला में बिजनौर बैराज से 154421 क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद तिगरी गंगा का जलस्तर 200.50 सेमी तक बढ़ गया है। इससे खादर क्षेत्र में बाढ़ के हालात बन गए हैं, जिससे किसानों को फसलों के बर्बाद होने का डर...
गजरौला, संवाददाता। बिजनौर बैराज से 154421 क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद तिगरी गंगा का जलस्तर बीस सेमी और बढ़ गया है। रविवार को गंगा का जलस्तर 200.50 सेमी दर्ज किया गया। खादर क्षेत्र में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। खेतों में पानी भरा होने पर किसानों को फसलों के बर्बाद होने का डर सताने लगा है। पहाड़ों के अलावा मैदानी इलाके में भी बीते चार दिन से बारिश हो रही है। ऐसे में तिगरी गंगा का जलस्तर बढ़ने लगा है। शनिवार को गंगा का जलस्तर 200.30 सेमी दर्ज किया गया था। बिजनौर बैराज से 154421 क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद रविवार को जलस्तर बढ़कर 200.50 पहुंच गया है। तिगरी गंगाघाटों के किनारे बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। वहीं खादर क्षेत्र के शीशोवाली, ढाको वाली, दारानगर समेत कई गांवों के नजदीक तक पानी पहुंच गया है। खेतों में बीते कई दिन से पानी भरा हुआ है। जिससे किसानों को पशुओं का चारा लाने में दिक्कत हो रही है। तिगरी गंगा के साथ रामगंगा पोषक नहर भी उफान पर है। जलस्तर और बढ़ा तो गांवों में भी बाढ़ जैसे हालात हो जाएंगे। जेई बाढ़ खंड सुभाष कुमार के मुताबिक लगातार हो रही बारिश की वजह से जलस्तर बढ़ रहा है।
सड़क के किनारे हो रहे शवों के अंतिम संस्कार
गजरौला। जलस्तर बढ़ने पर तिगरी में स्थित शमशान घाट की जगह पर पानी भर गया है। इतना ही नहीं गंगा के आसपास खेतों तक में पानी भरा हुआ है। ऐसे में अंतिम संस्कार करने में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। फिलहाल तिगरी-कांकाठेर मार्ग के किनारे शवों का अंतिम संस्कार शुरू कर दिया गया है।
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